मनोरंजन
जाने साल में 3 बार क्यों मनाया जाता है यह अनोखा त्यौहार
भारत में जितने राज्य है उनके उतने त्यौहार है. राजस्थान, पंजाब जैसे राज्यों के त्यौहार विश्वभर में प्रसिद्ध है वही असम के बिहू के त्यौहार की रौनक भी कुछ कम…
इंटरव्यू में हुआ खुलासा जानिए प्रिया प्रकाश सिंगल हैं या कमिटेड!
आज इन्टरनेट और सोशल मीडिया के जमाने में कोई भी चीज इन्टरनेट पर इतनी तेजी से फैल जाती है कि कोई भी व्यक्ति रातों-रात या तो स्टार बन जाता है…
क्या है रातों रात 84 गांवों के गायब होने के पीछे का सच ?
भारत का इतिहास जितना पुराना है उतना हीं रहस्मयी भी है. कई रोचक जगहें और उनसे जुड़ी कहानियों को खुद में समेटे हुए हमारा देश न केवल भारतियों बल्कि विदेशियों…
भारतीय लेखकों के विश्वप्रसिद्ध उपन्यास जिन्होंने दुनिया में तहलका मचाया
टीवी और रेडियों के दुनिया में आने से पहले प्रिंट ही एक ऐसा माध्यम था. जिससे लोगों तक कुछ भी संदेश पँहुचाया जाता था. हालांकि आज के समय में भी…
पीढ़ियों से चली आ रही प्रसिद्ध भारतीय लोक कला
पीढ़ियों से चले आ रहे प्रसिद्ध भारतीय लोक कला का विस्तार एक पीढ़ी से दूसरे पीढ़ी तक हुआ और आज भी देश के कई हिस्सों में यह जीवित है. सांस्कृतिक…
राजस्थानी चित्रकला की कुछ दिलचस्प बातों का संग्रह
राजस्थान के बारे में हर कोई जाना चाहता है क्योंकि यहाँ की संस्कृति, परंपरागत चीज़े, भोजन, पहनावा आदि सब बहुत ही लोकप्रिय हैं. अगर बात की जाए यहाँ की कला…
भारत में इस्लाम की मौजूदगी और इनका इतिहास!
भारत में इस्लाम का आगमन सन् सात सौ ग्यारह ईसवी (711 CE) में था. यही वो साल है जब मुसलमान स्पेन में भी दाखिल हुए थें. इतिहासकारों के मुताबिक मुसलमानों…
हर धर्म के समरस के साथ मनाया जाता है भारत में सांस्कृतिक उत्सव
पूरी दुनिया जानती है कि भारत एक पारंपरिक और सांस्कृतिक उत्सव वाला देश है. ऐसा इस लिए है क्योंकि भारत एक बहुधर्मी और बहुसंस्कृतिक देश है. हमारे भारत देश में…
जानिए राजस्थान की संस्कृति और कला के बारे में, खिचे चले आएंगे आप!
राजस्थान, भारत देश एक ऐसा राज्य है जहां बाकि देशों के मुकाबले यहाँ की संकृति ज्यादा रंग-बिरंगी हैं. इनके पहनावे से लेकर इनके सजाने सवारने के सिंगार की बात ही…
राजस्थान में होने वाले लोक नृत्य
वैसे तो राजाओं का स्थान राजस्थान अपनी विरासत के साथ-साथ अपने इतिहास के लिए भी काभी जाना जाता रहा है. यह राज्य अपनी अनोखी कलाओं और लोकनृत्य के लिए भी…