बारिश का कहर झेल रहा केरल तबाही के मुहाने पर खड़ा है. पिछले 8 अगस्त से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने सैकड़ों जिंदगियां निगल ली. दक्षिण भारत के तटवर्ती राज्य केरल में प्रकृति का ऐसा तांडव सदियों बाद देखा गया है. ‘भगवान का देश’ कहे जाने वाले केरल में इन्द्रदेव का प्रकोप लाखों लोगों को बेघर कर गया. केरल में सड़क, रेल, वायु यातायात बुरी तरह चरमरा गए हैं. लोगों को बिजली पानी जैसी बुनियादी चीजों की कमी से दो चार होना पड़ा है. गाँव के गाँव शहर सब पानी की तबाही के भेंट चढ़ गए हैं. कई इलाके तो पानी में पूरी तरह से डूब चुके हैं. एनडीआरएफ के साथ ही सेना ने भी बचाव कार्य के लिए कमर कस ली है.
- मोदी का केरल दौरा
बात मानवीय प्रकोप की हो तो उससे निपटना आसान होता है लेकिन प्राकृतिक आपदा से पार पाना मुश्किल ही नही नामुमकिन सा हो जाता है. केरल की इस आपदा में आंकड़ो के मुताबिक़ 324 लोगों ने अपनी जान गँवा दी है तो हज़ारों मवेशी भी इसकी भेट चढ़ गए हैं. कल मोदी आपदा का हवाई सर्वेक्षण करने कोच्चि पहुंचे जहां उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री विजयन के साथ मीटिंग कर हालात का जायजा लिया. हालांकि उनका कार्यक्रम आज सुबह हवाई सर्वेक्षण का था लेकिन भारी बारिश की वजह से रद्द कर दिया गया. सूत्र बताते हैं कि आज सुबह 9 बजे से केरल के हालात पर पीएम हाउस में आपात मीटिंग चल रही है.
- उफान पर हैं केरल की सभी नदियाँ
बीते गुरूवार को बारिश के प्रलय ने 106 लोगों को असमय काल के गाल में पहुचा दिया. मसलन केरल के कई ऐसे इलाके हैं जहां तक अभी सेना भी पहुँच नही पाई है. इसके चलते वहां काफी संख्या में जनहानि का अंदेशा लगाया जा रहा है. केरल की सभी नदियाँ उफान पर हैं. भूस्खलन और पानी के तेज बहाव से कई इलाके पानी में डूब चुके हैं. बारिश ने लाखों एकड़ फसलें तबाह कर दी हैं. इस तबाही में करीब 8 हज़ार करोड़ रूपए का नुकसान हुआ है.
केरल का पत्तनमथिट्टा इलाका इस बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित बताया जा रहा है यहाँ के हालात सबसे ज्यादा खराब हैं. नौसेना के हेलिकॉप्टर लगातार उड़ानें भरकर अब तक इस जिले से हजारों लोगों को बचा चुके हैं. सूबे के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने ट्वीट कर बाढ़ की विभीषिका के चलते 324 लोगों की मौत की पुष्टि की है। गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को देर रात पीएम मोदी केरल पहुंचे जहां मुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर हालात का जायजा लिया।
- बाढ़ के चलते लाखों घर हुए बेघर
बाढ़ की विभीषिका के चलते राज्य में तकरीबन 2.23 लाख लोग बेघर हो चुके हैं. बेघर हुए लोगों को अस्थाई रूप से बनाए गए करीब 1.568 रिलीफ कैंपों में शिफ्ट किया गया है. बुधवार और गुरूवार को सूबे में भीषण बारिश हुई थी जिसके चलते कई इलाके जलमग्न हो गए है. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले कुछ दिनों में बारिश कम होने की उम्मीद है. आपको बताते चलें कि बीते शुक्रवार को एनडीआरएफ ने करीब 82,000 लोगों को रेस्क्यू किया था.
- राहत कार्य के लिए केन्द्रीय मदद
केरल में बाढ़ से निपटने के लिए केंद्र ने नेवी, कोस्ट गार्ड, वायु सेना, आर्मी, एनडीआरएफ को मोर्चा सँभालने के लिए कहा है. यहाँ पर इनके अधिकारी राहत कार्य को बखूबी अंजाम दे रहे हैं. वायु सेना के हेलिकॉप्टरों ने कल करीब 50 हज़ार लोगों का रेस्क्यू किया. नेवी ने बीते 18 घंटों में दर्ज़नों उड़ाने भरी और करीब 16000 फ़ूड पैकेट लोगों तक पहुंचाए. आंकड़ों के मुताबिक़ अबतक करीब एक लाख फ़ूड पैकेट और पानी की बोतलें बांटी जा चुकी हैं और अभी और भी पैकेट तैयार किए जा रहे हैं.
कोस्ट गार्ड को 30 बोट, 300 लाइफ जैकेट, 7 लाइफ राफ्ट और करीब 144 पानी में तैरने वाले उपकरणों के साथ तैनात किया गया है. ये पानी में घुसकर लोगों की जान बचा रहे हैं.
राहत बचाव के लिए रेलवे ने भी कमर कस ली है. रेलवे ने अबतक लाखों बोतल बंद पानी पहुंचाने का काम किया है. आज करीब 3 लाख लीटर पीने योग्य पानी लेकर विशेष ट्रेन कायाकुलम पहुंचेगी. आपको बताते चलें कि केरल के मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से करीब 1200 करोड़ रूपए का राहत पैकेज माँगा था. इससे पहले केंद्र ने 100 करोड़ की राशि केरल को दी थी. कल पीएम ने 500 करोड़ की राहत राशि का ऐलान किया है.
सरकार ने बाढ़ प्रभावितों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. डीसी कोडागू- +91-9482628409, सीईओ जेडपी कोडागू- +91-9480869000 हेलिकॉप्टर हेल्पलाइन अल्पी +91-8281292702, चंद्रू- +919663725200, धनंजय- +91 9449731238, महेश- +91 9480731020, सेना- +91-9446568222. इन नंबरों पर कॉल करके बाढ़ प्रभावित लोगों के बारे में जानकारी ली जा सकती है.
डोनेट फॉर केरल: – https://donation.cmdrf.kerala.gov.in/
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