दशकों से कश्मीर और आतंकी घटनाओं का चोली दामन का साथ रहा है. उग्रवादियों और सेना के बीच मुठभेड़ की ख़बरें दिनचर्या का अहम हिस्सा बन गई है. इन सबके बीच आज पूरे कश्मीर में हाई अलर्ट घोषित किया गया है. मामला बेहद गंभीर है. बात कुछ ऐसी है कि आतंकियों ने सेना और कश्मीर पुलिस के जवानों के कई परिजनों का अपहरण कर लिया है. सेना की लगातार कार्यवाही से बौखलाए आतंकियों ने इस तरह की घटना को अंजाम देकर उसे सन्देश देने की कोशिश की है. हालांकि पुलिस और सेना ने व्यापक पैमाने पर सर्च अभियान शुरू कर दिया है.
खबर पर एक नज़र
धरती के स्वर्ग कश्मीर में आतंकियों की कायरता सामने आई है. यहाँ बुजदिली पर उतरे आतंकी संगठन ने 48 घंटे के दौरान पुलिसकर्मियों के नौ परिजनों का अपहरण कर लिया है. पूरा मामला कश्मीर के दक्षिणी क्षेत्र में अंजाम दिया गया है.
अपहृत लोगों में 4 बच्चे भी शामिल बताए जा रहे हैं. कश्मीर के गंदेरबल और त्राल से पुलिस अधिकारियों के 4 बच्चों को बीते बुधवार को अपहृत किया गया था. सेना के एक अधिकारी के मुताबिक़ आतंकी बच्चों को निशाना बना रहे हैं.
पुलिस के एक बड़े अधिकारी के मुताबिक़ आतंकियों ने शोपियां, कुलगाम, अनंतनाग, त्राल और अवंतिपोरा से जवानों के परिजनों का अपहरण किया है. इस अपहरण में एक डीएसपी स्तर के अधिकारी का भाई भी शामिल है. कश्मीर के डीजीपी डॉ. एसपी वैद ने बताया है कि घटना के मद्देनज़र घाटी में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है.
अभी अपहृत किए गए लोगों का कोई सुराग नही लग पाया है. हालांकि एक व्यक्ति से बुरी तरह मार पीट कर आतंकियों ने उसे छोड़ दिया था. अभी 9 लोगों की तलाश ज़ारी है. सेना व्यापक पैमाने पर सर्च अभियान चला रही है.
इस घटना के बाद घाटी में सियासी पारा भी सातवें आसमान पर पहुँच गया है. जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने विवादित बयान देते हुए कहा है कि सेना और उग्रवादी एक दूसरे के परिवार को निशाना बना रहे हैं जो किसी भी मायने में सही नही है. इस घटना की निंदा पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भी की है.
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