दोस्तों बूढ़ा शरीर धीरे धीरे दर्द का घर बन जाता है अगर सेहत और खान पान का सही ढंग से ध्यान न रखा जाए । इस दर्द का कारण कुछ भी हो सकता है जैसे हड्डियों की कमजोरी, गलत तरीके से बैठना, पुरानी चोट या फिर मांसपेशियों का खिंचाव इत्यादि । अगर आप एक अच्छी lifestyle और सही खान पान के साथ एक स्वस्थ जीवन व्यतीत करने के आदि हैं तो आप हमेशा के लिए बीमारियों से दूर रह सकते हैं। लेकिन अगर आपका जीवन इसके विपरीत गुजर रहा है तो जल्दी ही आपके शरीर में स्वास्थ्य समस्याएं शुरू होने लगेंगी।
आज जिनकी कहानी हम आपको बताने जा रहे वो चौधरी जमील हैं, जो दुबई में पिछले 20 वर्षों से रह रहे हैं। स्वास्थ्य से लापरवाही ने इन्हें भी घुटनों के दर्द में जकड़ लिया लेकिन कैसे इन्होंने अपने 3 साल पुराने घुटनों के दर्द को मात दी इस सच्ची कहानी में हम आपको बता रहे हैं। वैसे तो जमील जी तीन साल से घुटनों के दर्द से परेशान थे जिसकी वजह से उनकी हालत ऐसी हो गई थी की ये नमाज पढ़ने के लिए भी नहीं झुक पाते थे। चौधरी जी समय रहते हकीम सुलेमान खान साहब के साथ जुड़ गए, और महज 3 महीनों में इन्होंने घुटनों के दर्द और जोड़ों के दर्द को पीछे छोड़ दिया। जब इनसे हमारी बात हुई तो इन्होंने हमें बताया की “अब मैं सीढ़ियाँ तक दौड़कर चढ़ जाता हूँ।” ये देखने के लिए हम खुद दुबई पहुंचे जहां इन्होंने हमें सीढ़ियों पर दौड़कर दिखाया। आर्टिकल के अंत में वीडियो दी गई है जिसमें आप चौधरी जमील जी को सीढ़ियों पर दौड़ते हुए देख सकते हैं।
साथियों, चौधरी साहब दुबई में एक फूड सर्विंग व्यापारी हैं और वहीं रहकर अपना कारोबार संभालते हैं। मूल रूप से ये पाकिस्तान के रहने वाले हैं और इनकी उम्र 60 साल है, चौधरी जी के परिवार में इनकी माता, पत्नी, 2 बेटियाँ और इनकी बहनें हैं। इनका परिवार पाकिस्तान में रहता है जबकि जमील जी 20 सालों से दुबई में ही रह रहे हैं, परिवार के लोग दुबई आते जाते रहते हैं। अकेले रहने के कारण खुद ही कारोबार के साथ घर भी संभालते हैं इसलिए खुद पर ध्यान नहीं दे पाए और बढ़ती हुई उम्र के साथ जोड़ों के दर्द की समस्या होने लगी। जब इन्होंने 55 साल की उम्र को पार किया तो इनके घुटनों में जोड़ों के दर्द की समस्या बढ़ने लगी जिसकी वजह से उठ बैठ नहीं पाते थे, नमाज पढ़ने में पीड़ा होती थी, सीढ़ियाँ भी नहीं चढ़ पाते थे। जोड़ों के इस दर्द से राहत पाने के लिए इन्होंने 3 साल में कई डॉक्टर बदल दिए लेकिन उन्हें कोई आराम नहीं मिला। जिसकी वजह से वो अपनी जिंदगी से काफी परेशान रहने लगे।
और फिर एक दिन YouTube पर स्क्रॉल करते समय इन्होंने हकीम सुलेमान खान साहब का एक वीडियो देखा जिससे इन्हें पता चला की हकीम साहब की यूनानी जड़ी बूटी और घरेलू नुस्खों से लोगों को पुराने से पुराने जोड़ों के दर्द में आराम मिल चुका है और अपनी जिंदगी को फिर से पहले की तरह जी पा रहे हैं। ये देखने के बाद इन्होंने हकीम जी के चैनल को follow किया और उनकी वीडियोज़ देखने लगे। वीडियो देखते देखते इन्हें पता चला की सेहत और जिंदगी नाम से टीवी पर हकीम जी का प्रोग्राम आता है। टीवी पर इस प्रोग्राम को देखा, ये प्रोग्राम देखते देखते जब इन्हें हकीम साहब के नुस्खों पर विश्वास हो गया तो इन्होंने हकीम जी की team से संपर्क किया जहां काबिल डॉक्टरों की टीम ने इनकी समस्या को समझने के बाद इन्हें गोंद सियाह खाने की सलाह दी और फिर इन्होंने बिना देर किये ATIYA HERBS से अपने लिए गोंद सियाह मँगवा ली और उसका सेवन करना शुरू कर दिया । पहले ही महीने से इन्हें राहत मिलना शुरू हो गयी। विश्वास करना मुश्किल है लेकिन 3 महीने में इन्हें इतना आराम मिल गया है की चलना फिरना तो छोड़िए अब तो जमील जी सीढ़ियों पर तक दौड़ लगा देते हैं । इनसे बातचीत के बाद हमने सीढ़ियों पर इनकी दौड़ भी देखी, 3 मजिल तक ये बिल्कुल आराम से चढ़ गए । लेकिन अभी भी इन्होंने गोंद सियाह का सेवन करना नहीं छोड़ा, अभी भी ये गोंद सियाह को खा रहे हैं ताकि भविष्य में इन्हें इस तरह की समस्या का फिर से सामना न करना पड़े । इसके साथ इन्हें एक और समस्या का सामना करना पड़ा था, इनके चेहरे पर कुछ दाने आ जाते थे जिसके लिए इन्होंने यूनानी जड़ी बूटी गोंद मोरिंगा खाना शुरू किया, इसका रिजल्ट इन्हें ये मिला की आज इनके face पर कोई दाना नहीं है और इनकी स्किन भी साफ हो गई है। चौधरी जी ने अपनी बहन के लिए भी गोंद सियाह लाकर दिया है, और पाकिस्तान में इनके एक दोस्त हैं उनकी सास को भी घुटनों की समस्या थी तो उनके लिए भी गोंद सियाह मँगवाकर पाकिस्तान भिजवाया और अब सभी को आराम हो रहा है।
चौधरी जमील जी ने बताया की कैसे हुआ उन्हें यूनानी नुस्खों पर विश्वास ?
चौधरी साहब का कहना है की जब दूसरे लोग टीवी पर आते हैं तो वो दवाइयाँ बताते हैं की और कहते हैं की इसे हमसे खरीदो, हमारे पास आओ और हमसे इलाज कराओ, जबकि हकीम साहब कहते हैं की आप मेरे पास मत आओ ये कुछ चीजें हैं आपको जहां असली मिल जाए, खुद से खरीद लो और चूर्ण बनाकर इस्तेमाल करना शुरू कर दो अगर कोई चीज नहीं मिलती है तो हमें बताओ तो हम आपको उपलब्ध करा देंगे। चौधरी जी का कहना है की हकीम जी के पास लालच नहीं हैं, वो लोगों की सेवा कर रहे हैं इसलिए उन्हें विश्वास हुआ और इसी विश्वास की वजह से वो अपनी जिंदगी फिर से पहले की तरह जी पा रहे हैं।
तो दोस्तों अब आप या फिर आपके आसपास भी कोई भी किसी भी तरह के दर्द से पीड़ित है तो उस तक हकीम सुलेमान खान साहब के यूनानी नुस्खों की जानकारी जरूर पहुँचाए।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
गोंद सियाह क्या है?
यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्य है। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। इस पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है उसे गोंद सियाह कहते हैं, यह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है, यह बहुत ही पौष्टिक होता है इसमें उस पेड़ के गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई समस्याओं को हम से दूर रखता है।
गोंद मोरिंगा क्या है?
गोंद मोरिंगा एक प्राकृतिक उत्पाद है जो पाचन, गैस्ट्रिक संबंधी समस्या, लीवर संबंधी समस्याएं, बवासीर, सोरायसिस, सभी प्रकार के त्वचा संक्रमण जैसी विभिन्न बीमारियों में लाभदायक है। यह हकीम जी द्वारा खुद की निगरानी में तैयार की गयी औषधि है। इस औषधि को यदि सही तरीके से इस्तेमाल किया जाये तो यह बहुत जल्दी अपना असर दिखाना शुरू कर देती है। हकीम जी द्वारा बताये गये निर्देशों को अपनाकर असली गोंद मोरिंगा का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
आप भी असली गोंद सियाह और गोंद मोरिंगा मंगवाने के लिए इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
011 6120 5336
- Clinic – The Herbals – Atiya Healthcare
- Address – 21B/6, Basement Near Liberty Cinema, New Rohtak Road, Karol Bagh, New Delhi-5