बच्चों की इम्यूनिटी काफी ज्यादा कमजोर होती है। यह समय के साथ ही मजबूत होती है। ऐसे में उन्हें सर्दियों के सीजन में सर्दी-जुकाम, खांसी, नाक बहना, ठंड लगने की परेशानी काफी ज्यादा होती है। लेकिन कभी-कभी यह समस्या बच्चों का पीछा नहीं छोड़ती। जब वे बड़े हो जाते हैं तब भी उन्हें ज्यादा सर्दी लगने की समस्या होती है। इस समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि यह समस्या समय के साथ ज्यादा तकलीफदेह हो सकती है। ज्यादा सर्दी लगने की समस्या रिहान जी को भी हुई थी।
रिहान जी की उम्र 18 साल की है। रिहान जी बेंगलुरु के निवासी हैं और वो अभी नीट की तैयारी कर रहे हैं। रिहान जी का ज्यादातर समय पढ़ाई में ही निकल जाता है। लेकिन पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें कब ज्यादा सर्दी लगने की समस्या हो गयी पता ही नहीं चला।
दरअसल रिहान जी जब भी सुबह उठकर पानी को छूते थे तो उन्हें छीकें आना, खांसी, सिर दर्द और कभी-कभी तो खून भी आता था। रिहान जी की इस समस्या से घरवाले भी काफी परेशान रहने लगे। रिहान जी के माता-पिता ने उनका इलाज कराना शुरू किया। जब रिहान जी का इलाज चला तो रिहान जी को अपने इलाज से कोई ज्यादा फर्क महसूस नहीं हुआ। उन्होंने अंग्रेजी दवाइयाँ शुरू की। रिहान जी का कहना है कि दवाई का असर जब तक रहता तब तक तो सब ठीक था लेकिन जैसे ही दवा का असर खत्म हुआ समस्या वैसी की वैसी ही रहती थी।
रिहान जी अपनी समस्या से काफी परेशान हो चुके थे। रिहान जीने अपना मन बना लिया था कि अब उन्हें सारा जीवन इसी समस्या के साथ गुजारना पड़ेगा। रिहान जी को सर्दी में तो ज्यादा सर्दी लगती थी लेकिन गर्मी में भी उनके साथ यही समस्या थी। एक तो पढ़ाई की चिंता दूसरी तरफ रिहान जी को ये समस्या हो गयी। रिहान जी अपनी समस्या को लेकर काफी परेशान रहने लगे।
रिहान जीने अपनी समस्या के लिए हर तरह का इलाज किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। फिर एक दिन उन्हें आयुर्वेद के विशेषज्ञ माननीय हकीम सुलेमान खान साहब के बारे में पता चला। उन्होंने उनके बारे में जानने के लिए यूट्यूब पर देखा। उसके बाद टीवी पर भी उन्होंने हकीम जी का लाइव शो सेहत और जिंदगी देखा। सेहत और जिंदगी देखने के बाद रिहान जीने हकीम जी के घरेलू नुस्खों को अपनाने का मन बना लिया। रिहान जी के माता-पिता भी हकीम जी के शो को देखकर काफी खुश थे। उनके मन में भी रिहान जी की समस्या को ठीक होने को लेकर आस सी जाग गयी।
रिहान जीने हकीम जी से संपर्क किया और अपनी समस्या के बारे में बताया। हकीम जी ने उनकी समस्या के लिए MAJOON R. CARE लेने की सलाह दी। रिहान जीने बहुत जल्दी ही ATIYA HERBS से हकीम जी की यूनानी औषधि ऑर्डर की और इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। रिहान जीने पाया कि उनकी समस्या में कम समय में आराम होने लगा। अपनी समस्या में इतनी राहत देखकर वे काफी खुश हुए। जहां उन्हें पानी छूते ही सर्दी लगने की समस्या होती थी वहीं अब वे दिल खोलकर नहाते हैं। अब उनके साथ सर्दी लगने की समस्या बहुत कम होती है। रिहान जीने बताया कि उन्हें करीब 70 प्रतिशत तक आराम हो चुका है और उन्होंने अभी भी दवाओं का इस्तेमाल करना नहीं छोड़ा है।
रिहान जी इतनी कम उम्र में इस गंभीर समस्या के शिकार हो गये थे। चारों तरफ से इलाज कराने के बाद भी उन्हें अपनी समस्या को कोई ठोस इलाज नहीं मिल पाया। लेकिन हकीम जी की यूनानी औषधियों ने कम समय में ही उन्हें राहत दिला दी। वे हकीम जी का तहे दिल से शुक्रिया अदा करते हैं और उनकी लंबी उम्र की दुआएँ मांगते हैं। रिहान जी की समस्या में राहत देखकर उनकी बहन ने भी हकीम जी के घरेलू नुस्खों को अपनाना शुरू कर दिया। अल्लाह की दुआ से और हकीम जी की औषधियों से उन्हें भी उनकी समस्या में काफी आराम हो रहा है। आज रिहान जी का पूरा परिवार हकीम साहब को अल्लाह का दूसरा रूप मानकर उनके लिए दुआ करता है।
MAJOON R. CARE क्या है?
माजून आर-केयर श्वसन अंग संबंधी बीमारियों के लिए अतिया हर्ब्स द्वारा तैयार किया गया पेस्ट है। यह क्रॉनिक अस्थमा,एलर्जिक राइनाइटिस, और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज जैसी बीमारियों का इलाज करता है। यह एक तरह से श्वसन अंगों को मजबूत बनाता है। इसके अलावा इस दवा के प्रमुख तत्वों में ‘धूल से क्षतिग्रस्त’ फेफड़ों की सूजन और छाती में जमाव का इलाज करने का गुण है। इस प्रकार इसकी मदद से आप बिना किसी रुकावट के खुलकर सांस ले सकते हैं।