जिंदगी में परेशानी इतनी ज्यादा बढ़ रही है कि दिन की शुरुआत से ही भागदौड़ शुरू हो जाती है। हम दिन भर इतना भागते और चलते-फिरते हैं कि हमारे पैरों में दर्द होना लाज़मी है। पैरों में दर्द कई कारणों से होता है जैसे मांसपेशियों में ऐंठन, गठिया, जोड़ों में फ्रेक्चर या किसी अंदरूनी चोट की वजह से भी हो सकता है। अर्थराइटिस और शुगर के मरीजों को पैरों में दर्द की शिकायत ज्यादा रहती है। हालांकि पेन किलर दवाओं से कुछ समय के लिए राहत मिल जाती है, लेकिन कुछ समय बाद ये दर्द फिर परेशान करने लगता है। पैरों में दर्द की समस्या कभी-कभी इतनी बढ़ जाती है कि यह हमारे लिए खतरनाक होने लगता है।
बेंगलुरु के 37 वर्षीय शेख फरीद उल्लाह जी अपने क्षेत्र के काफी मशहूर टेलर हैं। अपने छोटे से परिवार के साथ वे खुशी के साथ अपना जीवन यापन करते हैं। उनके परिवार में बस उनकी पत्नी ही रहती है। जिस प्रकार वे सादगी से अपने काम से प्यार करते हैं उसी प्रकार उनकी पत्नी का भी बहुत ही सरल और मीठा स्वभाव है। सब कुछ सही चल ही रहा था कि अचानक एक दिन शेख फरीद साहब के पैर में दर्द हुआ। शुरूआत में तो उन्होंने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और पेन किलर लेकर काम चला लिया। लेकिन यह समस्या धीर-धीरे बढ़ती चली गयी। जब पैरों का दर्द शेख फरीद साहब जी के सहन शक्ति के पार चला गया तब उनसे रहा ना गया। वे डॉक्टर के पास गये और अपने पैर के दर्द का इलाज कराना शुरू कर दिया। डॉक्टर के यहाँ से उनका इलाज करीब एक महीने तक चला। इस एक महीने वे अपने काम पर भी नहीं जा पाते थे। काफी ज्यादा समस्या होने पर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। उधर इलाज के दौरान भी उनके पैरों के दर्द में कोई फर्क महसूस नहीं हो रहा था। जो मर्ज इलाज के दौरान भी ठीक ना हो तो परेशान होना लाज़मी है।
शेख फरीद साहब जी काफी परेशानियों से घिरे हुए थे। फिर एक दिन नमाज पढ़ने के बाद मस्जिद में ही उनके चाचा ने उनकी तबियत के बारे में पूछा। शेख फरीद साहब जी ने अपनी सारी आपबीती उन्हें बता दी। उनके चाचा जी ने उन्हें हकीम सुलेमान खान साहब का नाम सजेस्ट किया। उन्होंने बताया कि बेटा एक बार हकीम जी के घरेलू नुस्खों को अपनाकर देखो। शायद तुम्हें अपनी समस्या से राहत मिल सके। शेख फरीद साहब जी की पत्नी भी हकीम जी का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी देखा करती थी। उन्होंने भी हकीम जी की यूनानी औषधियों को अपनाने की सलाह दी। शेख फरीद साहब जी ने दोनों के कहने पर हकीम जी से संपर्क किया और अपनी समस्या बताई। हकीम जी ने उनकी समस्या के लिए R. CARE और S. CARE लेने की सलाह दी। उन्होंने बिना किसी देरी के ATIYA HERBS से हकीम जी की यूनानी औषधियों को मंगाया और उनका सेवन करना शुरू कर दिया। शेख फरीद साहब जी ने उन दवाओं का इस्तेमाल उसी प्रकार किया जिस प्रकार हकीम जी ने बताया था। बस फिर क्या था उन्हें अपने पैरों के दर्द में 15 दिन में आराम दिखाई देने लगा। यह देखकर उनकी पत्नी भी काफी खुश हुईं। और हों भी क्यों ना आखिर कई महीनों से अपने पति के पैरों के दर्द को लेकर जो परेशान थीं। शेख फरीद साहब जी ने हकीम जी का इलाज जारी रखा और परिणाम यह निकला कि 8 महीने बाद उनके पैर का दर्द पूरी तरह से ठीक हो गया। उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि घरेलू नुस्खों और यूनानी दवाओं से उनके पैरों का दर्द ठीक हो सकता है। लेकिन यह सब हकीम जी की मेहरबानी से सफल हो गया। शेख फरीद साहब जी आज पूरी तरह स्वस्थ हैं और सेहतमंद तरीके से अपना जीवन यापन कर रहे हैं। उन्हें कभी पैरों में दर्द की समस्या भी हुई थी यह शायद एक सपना ही था। जिस समय उनके पैरों में ज्यादा दर्द था वह समय उनके लिए काफी बुरा रहा। लेकिन बुरा वक्त आखिर किसके जीवन में नहीं आता। परंतु बुरे वक्त की भी एक खास बात है वह कितना ही बुरा हो आखिर एक दिन गुजर ही जाता है। शेख फरीद साहब जी का बुरा वक्त भी हकीम जी की मेहरबानी से गुजर ही गया। वे हकीम जी को अल्लाह का दूसरा रूप मानते हैं। वे दुआ करते हैं कि जिस प्रकार हकीम जी ने उनके पैरों की समस्या को ठीक किया है उसी प्रकार निःस्वार्थ भाव से लोगों की भी मदद करते रहें।
S. CARE क्या है?
एस-केयर दवा अच्छी तरह से परीक्षण और शोधित है, जो गठिया या मांसपेशियों और जोड़ों के रोगों के रोगियों को पूर्ण संतुष्टि देती है। इतना ही नहीं, अल्सर और मुंहासे जैसी अन्य बीमारियों पर भी यह दवा व्यापक प्रभाव डालती है। लेकिन, यह मुख्य रूप से मांसपेशियों और हड्डियों से जुड़ी समस्याओं को ठीक करने में कारगर है। यह मांसपेशियों की अकड़न का इलाज करता है और दर्द से राहत देता है।