डायबिटीज एक ऐसी समस्या है जिस किसी इंसान को हो जाये तो उसका पीछा छोड़ने का नाम ही नहीं लेती है। यह एक ऐसी समस्या है जो कभी जड़ से खत्म नहीं हो सकती है। इसे केवल हम कंट्रोल कर सकते हैं। लेकिन डायबिटीज की समस्या को कंट्रोल करना भी कुछ कम आसान नहीं है। इस समस्या के होने पर शरीर में दूसरी कई समस्याएं भी खुद ही जन्म ले लेती हैं। आज की इस बिजी लाइफस्टाइल और भागदौड़ भरी जिंदगी में खुद को स्वस्थ रखना और भी ज्यादा मुश्किल हो गया है। एक कहावत काफी पुरानी और प्रचलित है कि पहला सुख निरोगी काया और दूजा सुख धन माया। वर्तमान समय में लोग दूजा सुख तो ले लेते हैं लेकिन पहला सुख लेने के लिए डॉक्टरों और अस्पतालों के चक्कर लगाते रहते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही एक कहानी जिन्होंने काफी समय तक अपनी समस्याओं से टक्कर ली और आखिर में जीत भी उन्हीं की हुई। हम बात कर रहे हैं दुबई की रहने वाली शहनाज़ जी की।
दुबई की रहने वाली शहनाज़ जी काफी सरल और दयालु प्रवृत्ति की महिला हैं। वे हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहती हैं। शहनाज़ जी पिछले 8 सालों से डायबिटीज की समस्या से परेशान थी। अपनी इस समस्या के लिए उन्होंने कई डॉक्टर्स से अपना इलाज कराया। लेकिन जैसा इलाज शहनाज़ जी चाहती थीं उन्हें उस प्रकार का इलाज नहीं मिल पाया। पिछले 8 सालों से शहनाज़ जी काफी परेशानियों का सामना कर रही थीं। इसी बीच उन्हें पेट की समस्या भी हो गयी थी। अचानक पेट में दर्द उठ जाता था और यह दर्द उन्हें घंटों तक परेशान करके रखता था। उनके लिए मानो यह अब जीवन भर की समस्या हो चुकी थी। वे बस इसी उधेड़बुन में लगी रहतीं कि क्या मैं कभी अब स्वस्थ हो पाऊँगी या फिर सारी उम्र मुझे यूं ही जीना पडेगा। ऐलोपैथिक दवाओं के साथ साथ अल्लाह से अपने स्वस्थ होने की दुआ भी करती हैं। अल्लाह ने भी उनकी पुकार आखिरकार सुन ही ली। फिर उन्हें एक ऐसे व्यक्ति से मिलाया जिन्होंने उनकी सारी समस्याओं को ठीक कर दिया। जी हां ये हम नहीं बल्कि खुद शहनाज़ जी बता रही हैं। वह व्यक्ति हैं आयुर्वेद के मशहूर हकीम सुलेमान खान साहब।
दरअसल शहनाज़ जी हकीम साहब से टीवी के माध्यम से जुड़ीं। उन्होंने जी सलाम पर हकीम साहब का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी कार्यक्रम देखा। इस शो को देखने के बाद शहनाज़ जी के मन में भी खुद को स्वस्थ करने की एक उम्मीद सी जगी। इस शो में हकीम साहब लोगों की निःस्वार्थ भाव से सेवा कर रहे थे साथ ही घरेलू नुस्खों द्वारा जरूरतमंदों की मदद कर रहे थे, वह सब देखकर शहनाज़ जी काफी प्रभावित हुई। अब उन्होंने हकीम साहब के घरेलू नुस्खों को अपनाना शुरू कर दिया। एक दिन शहनाज़ जी ने अपनी डायबिटीज की और पेट की समस्या के लिए हकीम साहब से यूनानी दवाओं के बारे में सुना। हकीम साहब ने डायबिटीज के लिए जैतून का सिरका और पेट के दर्द के लिए P. CARE के इस्तेमाल की सलाह दी। शहनाज़ जी ने बिना देरी किए ATIYA HERBS से इन दोनों यूनानी औषधियों को ऑर्डर कर दिया और हकीम जी द्वारा बताये गये निर्देशानुसार लेना शुरू कर दिया। शहनाज़ जी हकीम साहब की दवाओं के सेवन से आज पूरी तरह से स्वस्थ और सेहतमंद हो गयी हैं। शहनाज़ जी का कहना है कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वे पूरी तरह से भी स्वस्थ हो जायेंगी। लेकिन कुदरत का ऐसा चमत्कार हुआ कि शहनाज़ जी सारी समस्याओं को अलविदा कह चुकी हैं। साथ ही वह हकीम साहब के नुस्खों को अपने रिश्तेदारों और सगे संबंधियों को भी अपनाने की सलाह देती हैं। उनके कई पहचान वाले उनके द्वारा बताये गये हकीम साहब के नुस्खों को अपनाकर स्वस्थ भी हुए हैं। लेकिन शहनाज़ जी के परिवार को सबसे ज्यादा खुशी शहनाज़ जी के स्वस्थ होने पर हुई है। इसी के साथ वे हकीम साहब के लिए अल्लाह ताला से उनकी लंबी उम्र की दुआ भी करती हैं। वे हकीम साहब को स्वस्थ और यूं ही लोगों की मदद करते हुए देखना चाहती हैं।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
जैतून का सिरका क्या है?
हकीम सुलेमान साहब का जैतून का सिरका विभिन्न रोगों जैसे मधुमेह नियंत्रण, पाचन, गैस्ट्रिक से संबंधित समस्या, लिवर से संबंधित समस्या, गुर्दे से संबंधित समस्या, उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की समस्या के लिए एक आदर्श हर्बल उपचार है। हकीम साहब के अनुसार जैतून का सिरका शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए काफी असरदार है। डायबिटीज के लिए यह सिरका फायदेमंद है। जैतून का सिरका पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक है। इसके इस्तेमाल से किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। इसकी खुराक को हकीम साहब या हकीम साहब की कंपनी के डॉक्टरों द्वारा बताई गयी मात्रा में ही लेना चाहिए। ज्यादा मात्रा में इसका सेवन इसकी काम करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।