रीढ़ की हड्डी में दर्द होना इन दिनों बहुत आम समस्या बन गई है। ऑफिस में दिन भर कंप्यूटर की स्क्रीन के सामने बैठे रहना, मोबाइल का अधिक प्रयोग, लंबे समय तक गर्दन झुकाकर बैठना या लेटने के कारण हमारी रीढ़ पर काफी दबाव पड़ता है। इसके अलावा, कई अन्य स्थितियां भी हमारी रीढ़ को प्रभावित करती हैं। जिसके कारण हमें गर्दन में दर्द की स्थिति का सामना करना पड़ता है। ज्यादातर लोगों को गर्दन के नीचे और कंधों के आसपास वाले क्षेत्र में अधिक दर्द अनुभव होता है। ऐसे में लोग इस बात को लेकर काफी परेशान रहते हैं कि इससे बचने के लिए वे क्या कर सकते हैं? साथ ही, इससे छुटकारा पाने के लिए क्या इलाज है? हम आपको ऐसा इलाज बताने जा रहे हैं जो बेंगलुरु के शब्बीर साहब ने किया है। और अपनी रीढ़ की हड्डी की समस्या को अलविदा कह दिया।
बेंगलुरु के रहने वाले मोहम्मद शब्बीर जी की उम्र 36 साल है। वे अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए मस्जिद में खिदमत करते हैं। उनके परिवार की बात करें तो उनके परिवार में दो बच्चें और उनकी पत्नी है। शब्बीर साहब अपनी जिंदगी बहुत ही प्यार के साथ जी रहे थे। अपने परिवार की देखभाल करना और उनकी सेहत का ख्याल रखना बस यही उनका काम था। बीमारी एक ऐसी चीज है जो कि जिसे चाहे उसे अपने शिकंजे में ले लेती है। शब्बीर साहब के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। वे भी बीमारी के शिकंजे में आ गये। दरअसल उन्हें रीढ़ की हड्डी में दर्द की समस्या हो गयी थी। चलिए बताते हैं आपको पूरा किस्सा।
शब्बीर साहब गाड़ी से कहीं जा रहे थे। रास्ते में अचानक वे गाड़ी से गिर गये और उनकी रीढ़ की हड्डी में दर्द की समस्या हो गयी। रीढ़ की हड्डी का दर्द ऐसा होता है कि ना बैठने दे औऱ ना लेटने ही दे। लेकिन शब्बीर साहब किसी तरह अपना जीवन काट रहे थे। उनकी समस्या से उनका परिवार भी काफी परेशानी में आ गया था। वे अपना इलाज कराने के लिए डॉक्टर के पास गये लेकिन किसी भी प्रकार का आराम नहीं मिल पाया।किसी डॉक्टर ने उन्हें लंबा इलाज करने की सलाह दी तो किसी ने ऑपरेशन की। ऑपरेशन का खर्च इतना था कि शब्बीर साहब के बस में नहीं था। ऑपरेशन में जितना पैसा डॉक्टरों ने बताया था शायद शब्बीर साहब उसे भर नहीं सकते थे और वे वहां से आ गये।
इतनी समस्या में होने के बाद भी शब्बीर साहब रोजाना मस्जिद जाते थे। फिर एक दिन उनके दोस्त हकीम मुनव्वर साहब उनसे मिलने आये। मुनव्वर साहब से उनकी जान – पहचान काफी समय पहले से थी। शब्बीर साहब ने उन्हें अपनी सारी समस्याएं बताई। मुनव्वर साहब तो बेंगलुरु के जाने माने हकीम थे। वे माननीय हकीम सुलेमान खान साहब की मदद और यूनानी दवाओं के सहारे लोगों को स्वस्थ कर रहे थे। आखिर अपने ही दोस्त को स्वस्थ क्यों ना करते। उन्होंने शब्बीर साहब को अगले ही दिन बेंगलुरु में अपने क्लीनिक पर बुलाया और उनकी समस्या के लिए हकीम जी की दर्द में कारगर औषधि T. CARE दिया। टी. केयर देने के साथ ही मुनव्वर साहब ने शब्बीर साहब को इस्तेमाल करने का तरीका भी बताया। शब्बीर साहब अपनी समस्या को लेकर काफी परेशान थे। उन्होंने टी. केयर का इस्तेमाल उसी तरह किया जिस तरह मुनव्वर साहब ने बतााया था। शब्बीर साहब का कहना है कि उन्हें हकीम जी की यूनानी औषधि को इस्तेमाल करते हुए अभी कुछ वक्त ही हुआ था कि तभी उनकी रीढ़ की हड्डी की समस्या में आराम लगने लगा। अपनी समस्या में आराम लगने के बाद वे काफी खुश हुए और टी. केयर का इस्तेमाल जारी रखा। साथ ही हकीम जी के घरेलू नुस्खों को भी अपनाना शुरू कर दिया।
अपनी समस्या में आराम मिलने के बाद शब्बीर साहब अब रोजाना हकीम जी का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी देखते हैं। हकीम साहब अपने शो में जो भी घरेलू नुस्खे बताते हैं उन्हें वो एक कॉपी में लिखकर लोगों को बताते है। हकीम जी की यूनानी औषधि को अपनाकर आज शब्बीर साहब एक स्वस्थ और सहेतमंद जिंदगी बिता रहे हैं। शब्बीर साहब ने एक खास बातचीत में बताया कि वे हकीम साहब के यूनानी नुस्खों को अब लोगों तक पहुँचा रहे हैं। काफी लोग मुनव्वर साहब के क्लीनिक पर गये हैं और उनसे दवाइयां ली हैं। सभी लोगों का पॉजिटिव रिजल्ट आया है। हकीम जी यूनानी में काफी मशहूर हैं। वे कई लाख लोगों को स्वस्थ और सेहतमंद कर चुके हैं। शब्बीर साहब का कहना है कि उनका कोई रिश्तेदार जो बेंगलुरु से बाहर रहता है अगर उसे हकीम जी की यूनानी औषधि चाहिए होती हैं तो वे ATIYA HERBS के बारे में बताते हैं। शब्बीर साहब बताते हैं कि अगर हकीम जी ना होते तो शायद मुझे जीवन बिस्तर पर ही बिताना पड़ता।
T. CARE क्या है?
टी केयर उन लोगों के लिए माननीय हकीम सुलेमान खान द्वारा तैयार की गई एक असाधारण कुशल दवा है जिन्हें एस केयर और आर केयर दवाओं के उपयोग से वांछित राहत नहीं मिल पाती है। टी-केयर एस केयर और आर केयर का संयोजन है, जो तुरंत काम करना शुरू कर देता है और आर्थोपेडिक्स और मांसपेशियों की समस्याओं के मूल कारण से लड़ने में मदद करता है। यदि अत्यधिक जोड़ों के दर्द के कारण आपका जीवन सीमित हो गया है और आप जोड़ों में सूजन और कठोरता के कारण दुखी महसूस करते हैं और हर दवा इस समस्या को ठीक करने में विफल रही है, तो हकीम सुलेमान खान की टी केयर आपके लिए सही समाधान है। साथ ही यह कई असाध्य त्वचा रोगों को जड़ से खत्म कर देता है।