हकीम सुलेमान खान साहब के घरेलू और यूनानी नुस्खों को अपनाकर ना जाने कितने ही लोग स्वस्थ हो गये हैं और कितने ही स्वस्थ होने की कगार पर हैं। हकीम जी के जितने भी घरेलू नुस्खे हैं वह सभी घरों की रसोई में बहुत ही आराम से मिल जाते हैं। इसलिए लोग हकीम जी को ज्यादा पसंद करते हैं। कई लोग ऐसे होते हैं जो गरीबी के कारण एलोपैथिक दवाओं का सेवन नहीं कर पाते या फिर बड़े हॉस्पिटल में उपचार नहीं करा पाते हैं। इस स्थिति में हकीम जी उनके लिए भगवान हैं। हकीम जी के यूनानी नुस्खों में वो ताकत है जो बड़ी से बड़ी समस्याओं में राहत दिला सकता हैं। हकीम जी के यूनानी नुस्खों को अपनाकर ज्यादातर लोगों को फायदा ही पहुँचा है। फायदा पहुँचने पर कई लोगों ने फीडबैक भी दिया है। जिससे यह पता चलता है कि हकीम जी के यूनानी नुस्खे कितने कारगर हैं। आज जानिए चंडीगढ़ के रवि कुमार जी के बारे में।
चंडीगढ़ के रवि कुमार जी बहुत ही सरल और दयालु प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। उनका सादा जीवन ही उनकी पहचान है। लोगों की मदद करना, उनकी परेशानियों को समझकर उनका समाधान बताना। ये सभी गुण रवि जी में कूट-कूट कर भरे हैं। रवि जी का छोटा सा परिवार है। परिवार में उनकी पत्नी, बेटा, बहू, एक पोती और एक नाति है। छोटे से परिवार के साथ रवि जी काफी खुश और सेहतमंद रहते हैं। रवि जी पंजाब सरकार में एडमिनिस्ट्रेटिव अधिकारी थे। करीब दस साल पहले ही वो रिटायर हुए हैं। और रिटायर का जीवन बहुत ही खुशी के साथ अपने परिवार के साथ बिता रहे हैं। रवि जी ने भी हकीम जी के यूनानी नुस्खों को अपनाया और आज वह दूसरों से बेहतर जीवन बिता रहे हैं। उन्होंने भी लोगों की बातों को ना सुनकर दिल की सुनी और हकीम जी पर भरोसा कर लिया। हकीम जी पर भरोसा करने का आलम यह हुआ कि आज वे पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। यह हम नहीं खुद रवि जी कहते हैं।
दरअसल रवि जी को पेट की पुरानी और गंभीर समस्या हो गयी थी। उससे पहले रवि जी को हर्निया की समस्या हो गयी थी। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस समस्या के लिए डॉक्टरों ने उनकी सर्जरी की। सर्जरी के बाद घर आने पर रवि जी को कुछ समय बाद से ही पेट की समस्या होने लगी थी। कभी पेट में दर्द होना तो कभी पेट में गैस बनना अब आम सा हो गया था। शुरूआत में डॉक्टर छोटी मोटी गोलियाँ देकर काम चला देता था लेकिन कभी कभी यह दर्द सहनशक्ति के पार हो जाता था। ऐसी स्थिति में रवि जी काफी परेशानियों के बीच घिर गये। रवि जी का भी एक वक्त था जब वे अधिकारी पद पर तैनात थे तो सरकार के लिए हमेशा तैयार रहते थे। लेकिन बढ़ती बीमारियों ने रवि जी को काफी परेशान और अकेला कर दिया था। उन्होंने इस समस्या का भी एलोपैथिक उपचार चलाया लेकिन इस समस्या में अंग्रेजी दवाओं के सेवन से उन्हें कोई ज्यादा फर्क दिखाई नहीं दिया। उसके बाद उनकी परेशानी और भी बढ़ती चली गयी। खुद के पेट की समस्या के साथ ही उनकी पत्नी को भी घुटनों में दर्द होने की समस्या हो गयी। एक तरफ रवि जी अपनी समस्या से परेशान थे दूसरी तरफ उनकी पत्नी भी धीरे-धीरे बीमारियों के बीच घिरती जा रही थीं। परिवार के दो लोग बीमारी की चपेट में थे इसी बात से बाकी सदस्य भी परेशानी की हालत में ही थे। उसके बाद रवि जी की जिंदगी में कुछ ऐसा हुआ मानों सारी समस्याएँ ही अचानक से खत्म हो गयी। उनकी मुलाकात माननीय हकीम सुलेमान खान साहब से हुई जिसके बाद से उनकी सारी जिंदगी ही बदल गयी।
एक दिन टीवी देखते हुए ही रवि जी को हकीम जी का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी दिखाई दिया। इस शो को उन्होंने बहुत ही ध्यान के साथ पूरा देखा। पूरा देखने के बाद वे हकीम जी से काफी प्रभावित हुए और हकीम जी के यूनानी नुस्खों को अपनाने का फैसला लिया। उन्होंने हकीम जी से संपर्क किया और अपनी व अपनी पत्नी की सारी समस्याओं को हकीम जी को बताया। हकीम जी ने उन्होंने आश्वासन दिया कि वह सभी स्वस्थ हो सकते हैं लेकिन उसके लिए बस धीरज रखना है और दवाइयों को समय समय पर लेते रहना है। हकीम जी ने रवि जी के पेट की समस्या के लिए घर के मसालों का घरेलू नुस्खा और उसके साथ गोंद मोरिंगा इस्तेमाल करने की सलाह दी और उनकी पत्नी के घुटनों के दर्द के लिए सबसे कारगर बूटी गोंद सियाह के इस्तेमाल करने की सलाह दी। रवि जी ने ATIYA HERBS से सभी दवाइयों को मंगाया और हकीम जी द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। साथ ही हकीम जी के घरेलू नुस्खों को भी अपनाना शुरू कर दिया। उनकी पत्नी ने भी अपने घुटनों में दर्द की समस्या के लिए गोंद सियाह का लगातार सेवन करना शुरू कर दिया। रवि जी के लिए यह कोई चमत्कार ही था जो उनके साथ हुआ। उन्हें उनकी सोच से भी ज्यादा फायदा हुआ जितना उन्होंने सोचा तक नहीं था उससे ज्यादा फायदा रवि जी को हुआ था। उनकी पत्नी को भी घुटनों के दर्द में 40 फीसदी फायदा हुआ। अब तो रवि जी और उनकी पत्नी दोनों को हकीम जी पर पूरा भरोसा हो गया।
रवि जी हकीम जी के यूनानी नुस्खों को अपनाकर काफी सुखी के साथ अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। रवि जी को हकीम जी के नुस्खों का प्रचार करना बहुत अच्छा लगता है। जैसे ही कोई भी व्यक्ति को कुछ समस्या हो तो रवि जी सीधा उसे हकीम जी का नंबर देकर उसकी मदद करते हैं। ऐसे ही रवि जी काफी लोगों की मदद कर चुके हैं। जिन लोगों की मदद की है उन सभी को उनकी समस्याओं में राहत मिल गयी है। वे सभी रवि जी और हकीम जी का दिल से धन्यवाद करते हैं। रवि जी का कहना है कि जब से हकीम जी हमारी जिंदगी में आये हैं तब से मेरी पूरी जिंदगी बदल गयी है। उन समस्याओं के कारण मैंने इस जीवन की कभी कल्पना भी नहीं की थी कि मैं अब स्वस्थ हो भी पाऊँगा। लेकिन हकीम जी की मेहरबानी से आज मैं और मेरा परिवार स्वस्थ है। हमें कोई भी समस्या नहीं है। इसके लिए हम हकीम जी के सदा आभारी रहेंगे। रवि जी की पत्नी भी घुटनों के दर्द को लेकर काफी परेशानियों का सामना करती थी। जब से हकीम जी की जड़ी-बूटियों का सेवन करना शुरू किया है तब से उन्हें भी घुटनों के दर्द में काफी आराम मिला है।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
गोंद मोरिंगा क्या है?
गोंद मोरिंगा एक प्राकृतिक उत्पाद है जो पाचन, गैस्ट्रिक संबंधी समस्या, लिवर संबंधी समस्याएं, बवासीर, सोरायसिस, सभी प्रकार के त्वचा संक्रमण जैसी विभिन्न बीमारियों का उपचार करता है। यह हकीम जी द्वारा खुद की निगरानी में तैयार की गयी बूटी है। इस बूटी को यदि सही तरीके से इस्तेमाल किया जाये तो यह बहुत जल्दी अपना असर दिखाना शुरू कर देती है। इस्तेमाल से पहले इस बूटी की जांच जरूर की जानी चाहिए ताकि इसके नकली सामान से बचा जा सके। बाजार में इसके नकली उत्पाद बहुत हैं इसी लिए हकीम जी द्वारा बताये गये निर्देशों को अपनाकर असली गोंद मोरिंगा का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
आप भी असली गोंद मोरिंगा मंगवाने के लिए इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
011 0000 0000
- Clinic – The Herbals – Atiya Healthcare
- Address – 21B/6, Basement Near Liberty Cinema, New Rohtak Road, Karol Bagh, New Delhi-5