जन सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है। गरीबों की सेवा करना ही सबसे बड़ा धर्म है। इस के लिए अच्छी सोच के साथ कार्य करने की आवश्यकता है। ऐसा करने से हम लोग इन बेसहारा लोगों का कुछ समय के लिए दुख दूर कर सकते हैं। भारतीय संस्कृति में सेवा परमो धर्मा कहा गया है। भागवत कथा और रामायण में भी भगवान श्रीकृष्ण और राम ने भी जनसेवा धर्म को निभाया था। लेकिन इन दोनों की तू-तू, मैं-मैं और निज हितों को साधने की साधना देखकर उम्मीदें टूटती जा रही हैं। लोग इस से दूर होते जा रहे हैं। अपने लिए तो सभी जीते हैं मजा तब है, जब गरीबों व असहायों के लिए भी कुछ करें। समाज के प्रबुद्ध लोगों को भी इस पुनीत कार्य के लिए आगे आना चाहिए।
दूसरों की सेवा करने में लोग बहुत कुछ करते हैं। लेकिन लोगों की सेवा का एक अलग चेहरा भी है। जिसे देखकर आपको लगेगा कि इस कलयुग में लोग ऐसा भी कर सकते हैं। तो चलिए बात करते हैं उस महान शख्स की जिसने लोगों की सेवा करने के लिए सारी हदें पार कर दीं। आज हम जिनकी बात करेंगे उनका नाम है गोरखनाथ वाले बाबा जंगसिंह की।
चंडीगढ़ के रहने वाले बाबा जंगसिंह जी को लोग गोरखनाथ वाले बाबा भी कहते हैं। क्योंकि जिस उम्र में लोग दूसरों पर आश्रित हो जाते हैं उस उम्र में बाबा जंगसिंह धार्मिक प्रचार कर रहे हैं। जंगसिंह जी की उम्र 70 साल है और वे पूरी तरह से स्वस्थ और सेहतमंद हैं। वे किसी एक धर्म का प्रचार नहीं करते बल्कि हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख और इसाई हर धर्म का प्रचार करते हैं। उनका मानना है कि ईश्वर, अल्लाह, वाहेगुरू और ईसा मसीह सब एक हैं। इसलिए बाबा धार्मिक प्रचार कर लोगों को उनकी संस्कृति और धर्म का ज्ञान दे रहे हैं। वे घर-घर जाकर धर्म का प्रचार करते हैं। बाबा जंगसिंह जी ने लोगों की सेवा में जो मन लगाया है शायद ही कोई लगा सकता है। वे दिल के कितने अमीर हैं इस बात का अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि उन्होंने अपना सारा शरीर दान कर दिया है। जंगसिंह जी ने अपने मरने के बाद शरीर को दान करने का जो अहम फैसला लिया है शायद यह हर कोई नहीं कर सकता। जंगसिंह लोगों के प्रति इतनी सद्भावना और प्रेम के साथ रहते हैं कि लोगों को उनके साथ बैठने में और बात करने में काफी आराम मिलता है। उनका सरल स्वभाव और दयालु प्रवृत्ति के कारण ही लोग उनसे अथाह प्यार करते हैं।
एक वक्त था जब बाबा जंगसिंह पर भी परेशानियों की गाज गिर गयी थी। जंगसिंह जी की भी समस्याओं को लेकर एक अजीब ही दास्तां हैं। जंगसिंह जी ने बातचीत के दौरान बताया कि एक दिन वह किसी दूसरे गांव से कीर्तन करके घर वापस आ रहे थे। तभी अचानक घर आते ही उनकी तबीयत खराब हो गयी। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने उनकी किडनी डैमेज की समस्या बताई और ऑपरेशन करने के लिए कहा। ऑपरेशन के लिए जंगसिंह जी ने साफ मना कर दिया था। क्योंकि उनका कहना था कि उन्होंने अपना शरीर दान कर रखा और वे अपने शरीर के साथ छेड़छाड़ नहीं होने देंगे। ऑपरेशन का खर्चा भी जंगसिंह जी के लिए थोड़ा ज्यादा था। उसके बाद उन्हें दो और अस्पताल ले जाया गया। उनकी जांच करने पर पता चला कि उन्हें ब्लड इंफेक्शन है। डॉक्टरों ने उनका पूरा ब्लड बदला और उनका उपचार करना शुरू कर दिया। करीब एक महीने तक हॉस्पिटल में रहने के बाद वे घर आये। धीरे-धीरे जंगसिंह जी स्वस्थ होने की कगार पर आने लगे। लेकिन वे जानते थे कि यह समस्याएं दोबारा कभी भी आ सकती हैं।
बाबा जंगसिंह जी अस्पताल से वापस घर आये ही थे। उस वक्त घर में टीवी चल रहा था और वे टीवी देखने लगे। टीवी पर साधना चैनल चल रहा था जिसमें हकीम सुलेमान खान साहब का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी चल रहा था। जंगसिंह जी ने बिना चैनल बदले सेहत और जिंदगी का पूरा शो देखा। शो देखने के बाद वे हकीम जी से काफी प्रभावित हुए। शो में जितने भी फीडबैक कॉल आये वे सभी के सभी पॉजिटिव थे। जंगसिंह जी सोच में पड़ गये कि क्या आज के इस टैक्नोलॉजी के जमाने में हम देसी जड़ी बूटियों और घरेलू नुस्खों की मदद से स्वस्थ हो सकते हैं। जंगसिंह जी ने हकीम साहब का शो रोजाना देखना शुरू कर दिया। जितना वे हकीम जी को देखते रहे उतना ही विश्वास उनका हकीम जी पर बनता चला गया। फिर एक दिन उन्होंने हकीम जी से संपर्क किया और अपने पेट व शुगर की समस्या के बारे में बताया। हकीम जी की तरफ से उन्हें शुगर की समस्या में उन्हें गोंद जामुन और पेट की समस्या के लिए घरेलू नुस्खे के इस्तेमाल करने की सलाह दी गयी। जंगसिंह जी ने बिना देरी किये ATIYA HERBS से गोंद जामुन ऑर्डर किया और उसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। साथ ही पेट के लिए हकीम जी के घरेलू नुस्खे इस्तेमाल करना शुरू किया।
दोनों नुस्खों से उन्हें धीरे-धीरे फायदा होना शुरू हो गया। उसके बाद तो जंगसिंह जी को हकीम जी पर और उनकी यूनानी दवाइयों पर पूरा भरोसा हो गया। इन्हीं के साथ उन्हें कमजोरी होने की भी समस्या थी। कमजोरी के लिए उन्हें गोंद चिलगोजा इस्तेमाल करने के लिए कहा गया। तीनों जड़ी-बूटियों के इस्तेमाल से जंगसिंह जी धीरे-धीरे स्वस्थ हो गये। उनका कहना है कि हकीम जी के यूनानी नुस्खों से काफी आराम मिला और उनकी दवाइयाँ लेने में भी कोई ज्यादा समस्या का सामना नहीं करना पड़ा। बहुत ही आसान तरीके से दवाइयाँ घर पहुँच गयी। जंगसिंह जी ने हकीम जी की यूनानी दवाओं को इस्तेमाल करके खुद को स्वस्थ तो किया ही साथ ही अपने परिवार और जो लोग भी उनसे मिलते हैं उनको भी स्वस्थ करने में मदद की है। जंगसिंह जी सभी को हकीम जी के घरेलू नुस्खों के बारे में बताते हैं ताकि कोई भी व्यक्ति किसी भी समस्या से परेशान ना रहे। हकीम जी के देसी नुस्खे हर व्यक्ति तक पहुँचने चाहिए। जंगसिंह जी लोगों को दवा मंगाकर भी दे रहे हैं। उनके बड़े बेटे को सिर में एलर्जी की समस्या थी जिसके लिए हकीम जी ने उन्हें सफेद गोंद मोरिंगा इस्तेमाल करने की सलाह दी। गोंद मोरिंगा के इस्तेमाल से उनकी समस्या में करीब 60 फीसदी आराम हो चुका है। गोंद मोरिंगा के भी अच्छे रिजल्ट देखे गये हैं। जंगसिंह जी की पत्नी को भी पिछले 6 सालों से खांसी की समस्या थी। जिसके लिए MAJOON R-CARE इस्तेमाल कराया। हकीम जी की इस यूनानी बूटी को इस्तेमाल करने के बाद उन्हें भी 70 फीसदी आराम हुआ है। अब उनकी पत्नी भी बिल्कुल स्वस्थ है। हकीम जी के यूनानी नुस्खों से आज जंगसिंह जी का पूरा परिवार स्वस्थ हो गया है। अब जंगसिंह जी हकीम जी के यूनानी नुस्खों को घर-घर तक पहुँचा रहे हैं।
जंगसिंह जी का कहना है कि हकीम जी अल्लाह के नेक बंदे हैं और लोगों की खिद्मत करने में अपना जीवन लगा रहे हैं। उन्होंने हकीम जी की नुस्खों की किताब मंगाई और उससे लोगों को उनकी समस्याओं में घरेलू नुस्खे बता रहे हैं। जंगसिंह जी का मानो आज हकीम जी की मेहरबानी से पूरा जीवन ही बदल गया है।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
गोंद जामुन क्या है?
हकीम सुलेमान खान साहब का गोंद जामुन एक प्राकृतिक उत्पाद है। यह एक हर्बल बूटी है जिसका उपयोग स्वस्थ जीवन और खुशहाली के लिए सदियों से किया जा रहा है। यूनानी की इस दवा को मुख्य तौर पर इस्तेमाल शुगर की समस्या को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। शुगर की समस्या में इस गोंद को काफी असरदार और गुणकारी माना जाता है। इस गोंद को इस्तेमाल करने से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।
- Clinic – The Herbals – Atiya Healthcare
- Address – 21B/6, Basement Near Liberty Cinema, New Rohtak Road, Karol Bagh, New Delhi-5