सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक है, इससे हर सिगरेट पीने वाला व्यक्ति भी अच्छी तरह से वाकिफ है। लेकिन फिर भी इसकी तलब है कि छुटती नहीं या लोग छोड़ना नहीं चाहते। कुछ लोग कहते हैं कि सिगरेट पीने से दिमाग और मन को शांति मिलती है, लेकिन वे ये नहीं जानते कि सिगरेट आगे चलकर जिंदगी में कितनी बड़ी अशांति पैदा कर सकता है। स्मोकिंग करने से शरीर पर कई तरह के बुरे प्रभाव पड़ते हैं। यह एक व्यक्ति में फेफड़े, दिल और मसूड़ों की बीमारी सहित कैंसर, स्ट्रोक और आंखों की समस्याएं आराम से पैदा कर सकता है। ऐसा ही एक किस्सा हम आपको बताने वाले हैं।
लखनऊ के रहने वाले हैदर हुसैन साहब की उम्र 77 साल की हो गयी है। इतनी उम्र में लोग बिस्तर पकड़ लेते हैं लेकिन हैदर साहब किसी भी काम में किसी का सहारा नहीं लेते हैं। वे अब भी इतने स्वस्थ हैं कि उन्हें कुछ भी काम हो तो वो अकेले ही कर लेते हैं। वो अपने परिवार के सबसे बड़े सदस्य हैं। उनके परिवार में उनकी पत्नी, बेटी, दामाद और उनके बच्चे रहते हैं। हैदर साहब फूड एंड सिविल मार्केटिंग इंस्पेक्टर के पद से साल 2003 में रिटायर हो गये थे। रिटायरमेंट के बाद से ही वे अपने परिवार के साथ खुश रहते हैं। अब समस्या कहां से पैदा हुई ये हम आपको बताते हैं।
हैदर साहब ने अपनी सर्विस में काफी मेहनत की और नाम कमाया। वे अपने काम में इतना व्यस्त रहते थे कि खुद को समय ही नहीं दे पाते थे। उस समय उन्हें सिगरेट की गंदी लत लगी हुई थी। वे खुद बताते हैं कि वे बहुत ज्यादा सिगरेट पीते थे। सिगरेट पीने की वजह से ही उन्हें आगे चलकर समस्या पैदा होने वाली थी ये शायद उन्हें नहीं पता था। लेकिन समय के साथ उनकी समस्या बढ़ गयी और उन्हें पता ही चल गया कि सिगरेट ने उनके स्वास्थ्य को क्या हानि पहुँचाई है। दरअसल उन्हें अस्थमा की समस्या हो गयी थी। अस्थमा के कारण उनके फेफड़ों में बलगम जमना, खांसी आना कुछ ज्यादा ही हो गया था। वे दस मिनट से ज्यादा किसी से बात भी नहीं कर पाते थे। यह सब अस्थमा के कारण ही हुआ था। अस्थमा के कारण उनकी हालत नाजुक हो गयी। अस्थमा होते ही उन्होंने सिगरेट छोड़ दी और अपने बीमारियों के लिए डॉक्टरों के पास जाना शुरू कर दिया। लेकिन उन्हें ऐसा कोई डॉक्टर नहीं मिल पाया जो उनकी अस्थमा की समस्या को पूरी तरह से ठीक कर सके। कई अस्पतालों के चक्कर काटते – काटते वो थक चुके थे। उन्होंने मन बना लिया कि शायद अब इस समस्या के साथ ही अब वे बचा हुआ सारा जीवन काटेंगे। लेकिन ऊपरवाले को ये सब कुछ मंजूर नहीं था और उनकी जीवन में एक ऐसे व्यक्ति की एंट्री हुई जिसने उनकी सारी समस्याएं ही ठीक कर दीं। उन महान व्यक्ति का नाम है माननीय हकीम सुलेमान खान साहब।
दरअसल हैदर साहब अपने घर पर ही टीवी देख रहे थे। टीवी देखते-देखते उनकी नजर हकीम जी के बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी पर गयी। सेहत और जिंदगी में हकीम जी यूनानी बूटी से लोगों को स्वस्थ कर रहे थे और लोग अपना फीडबैक भी दे रहे थे। जिस तरह से लोग अपना फीडबैक दे रहे थे हैदर साहब ने भी अपना मन बनाया कि वे भी हकीम जी के घरेलू नुस्खों को अपनायेंगे। उन्होंने बिना देरी किये हकीम जी से संपर्क किया और अपनी समस्या के लिए यूनानी बूटी जाननी चाही। हकीम जी ने उन्हें उनकी समस्या के लिए MAJOON R. CARE के इस्तेमाल करने की सलाह दी। हैदर साहब अपनी समस्या को लेकर काफी परेशान थे। इसी लिए वे किसी भी तरह की कोई चूक नहीं करना चाहते थे। उन्होंने तुरंत ही ATIYA HERBS से माजून आर. केयर ऑर्डर किया और हकीम जी के निर्देश अनुसार उसका सेवन शुरू कर दिया। हकीम जी की इस बूटी को अपनाने के कुछ समय बाद ही उन्हें उनकी समस्या में राहत मिल गयी। हैदर साहब को अस्थमा की समस्या करीब 15 साल पुरानी थी। अपनी समस्या में आराम पाने के बाद हैदर साहब काफी खुश हुए और उन्होंने लगातार उसका सेवन किया।
माजून आर. केयर के इस्तेमाल से उन्हें अपनी समस्या में काफी आराम हुआ। अपनी समस्या में आराम मिलने के बाद उन्होंने अपनी पत्नी को भी हकीम जी के बूटियों को इस्तेमाल करने की सलाह दी। उनकी पत्नी को गठिया, कमर में दर्द, उंगली में दर्द, हाथ और पैरों में दर्द की समस्या थी। हैदर साहब ने उनकी समस्या के लिए हकीम जी की सबसे कारगर यूनानी बूटी गोंद सियाह मंगाई और इस्तेमाल करने के लिए। उनकी पत्नी का कहना है कि उन्हें भी अपने दर्द की समस्या में काफी आराम हुआ है। वे हकीम जी का शो सेहत और जिंदगी रोजाना देखते हैं और हकीम जी जो भी घरेलू बूटी बताते हैं उन्हें एक कॉपी में लिख लेते हैं। परिवार के साथ ही हैदर साहब ने कई अन्य लोगों की भी मदद की है। वे लोगों को हकीम जी के बूटी और यूनानी दवाओं का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। साथ ही हकीम जी की लंबी उम्र की दुआएं भी मांगते हैं।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
माजून आर-केयर क्या है?
माजून आर-केयर श्वसन अंग संबंधी बीमारियों के लिए अतिया हर्ब्स द्वारा तैयार किया गया पेस्ट है। यह क्रोनिक अस्थमा, एलर्जिक राइनाइटिस, (एआर), और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) जैसी फुफ्फुसीय बीमारियों का इलाज करता है। यह एक तरह से श्वसन अंगों को मजबूत बनाता है। इसके अलावा, इस दवा के प्रमुख तत्वों में ‘धूल से क्षतिग्रस्त’ फेफड़ों, श्वसन पथ की सूजन (सूजन) और छाती में जमाव का इलाज करने का गुण है। इस प्रकार इसकी मदद से आप बिना किसी रुकावट के खुलकर सांस ले सकते हैं।
आप भी असली माजून आर-केयर मंगवाने के लिए इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
011 0000 0000
- Clinic – The Herbals – Atiya Healthcare
- Address – 21B/6, Basement Near Liberty Cinema, New Rohtak Road, Karol Bagh, New Delhi-5