कभी कभी हम जहाँ रहते हैं या नौकरी करते हैं उस जगह पर हमें चीजें हमारे अनुकूल नहीं लगती. ऐसा लगता है मानो खुशियाँ हमारा दरवाज़ा भूल गई हो, तररकी ने राह बदल ली हो, दुख और परेशानी चौखट पर बैठ गईं हों. ऐसे समय में हम निराश हो जाते हैं और इस परेशानी से निकलने के लिए अपने जीवन, अपने घर और कार्यस्थल में छोटे- छोटे बदलाव करते हैं.
आठ दिशाओं और पंच महाभूतों (आकाश, भू, वायु, जल, अग्नि) आदि को ध्यान में रख कर जिस जगह पर आप रहते हैं उस जगह को सजाने और बनाने के विज्ञान को “वास्तु शास्त्र” कहा गया है.”वास्तु” शब्द का अर्थ होता है “निवास करना”. आठ दिशाओं और पंच महाभूतों को मिलाने से एक ऐसा वातावरण बन जाता है जो मनुष्य के रहने की जगह को सुखमय बनाने का कार्य करती है. वास्तु शास्त्र टिप्स (vastu shastra tips) बाधाओं को दूर करने के साथ-साथ आपके जीवन में खुशहाली लाते हैं.
वास्तु शास्त्र में अलग-अलग नियम बताए गए हैं. आज हम आपको जीवन में सफलता पाने के लिए कुछ वास्तु शास्त्र टिप्स (vastu shastra tips) देंगे जो कि काफी कारगर हैं. घर में कार्यान्वित करने के लिए यह वास्तु टिप्स (vastu tips) बहुत ही आसान हैं और इसके लिए आपको कोई खर्च भी नहीं करना पड़ता है.
तो आईए जानते हैं कुछ ऐसे वास्तु शास्त्र टिप्स (vastu shastra tips) के बारे में जो बेहद सरल हैं और इनका उपयोग हम आसानी से कर सकते हैं-
- आप अपने घर को हमेशा व्यवस्थित और साफ़ रखें. घर में बिखरी हुई वस्तुओं के चलते व्यक्ति के मन में नकारात्मकता उत्पन्न होती सकती है.
- अपने बेड के नीचे रखे हुए पुराने और टूटे समान को निकाल दें. वास्तु शास्त्र के अनुसार बेड के आसपास की जगह को अव्यस्थित नहीं रखना चाहिए.
- ध्यान रहे कि आपके घर के सभी दरवाजें पूरी तरह से खुलते हो मतलब वहाँ किसी तरह की बाधा नहीं होनी चाहिए.
- बंद या टूटी हुई घड़ियों को घर या कार्यस्थल पर न रखें.
- घर के किसी भी पाइप से बिना वजह पानी का रिसाव नहीं होना चाहिए.
- सोते समय अपना सिर अनुकूल दिशा में रखें. इससे स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियों में सुधार होता है.
- किसी भी अच्छे और महत्वपूर्ण काम को करने जा रहें हों तो सकारात्मक परिणाम के लिए अनुकूल रंग के कपड़े पहने.
- नेगेटिव एनर्जी की वजह से हो रहे वास्तु दोषों को दूर करने के लिए वास्तु की वस्तुओं का उपयोग करें.
- घर में सकारात्मक ऊर्जा के लिए सेंधा नमक के पानी से अपने घर को साफ करें.