वैसें तो कैंसर एक जानलेवा बीमारी हैं, लेकिन पहली स्टेज पर इसके लक्षण पता लग जाए तो इससे बचा सकता हैं. बात करें सर्वाइकल कैंसर की तो इसके लक्षण काफी सामान्य होते है. इसका कारण गर्भाशय में कोषिकाओं की अनियमित वृद्धि होना होता हैं. इसलिए सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों को पकड़ना थोड़ा मुश्किल होता हैं.
किसी भी प्रकार के कैंसर में देखा जाता हैं कि यह शरीर में एक कोषिका से दूसरे कोषिका में फैलता हैं. जिसको खत्म करने के लिए कीमोथेरेपी दी जाती हैं. वहीं ठीक होने के बाद लापरवाही बरतने पर कुछ समय बाद वह सेल फिर से फैलने लगते हैं जिसके बाद यह समस्या फिर से हो सकती हैं.
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण/Symptoms of Cervical Cancer
- अनियमित ब्लीडिंग – सेक्स या संभोग के बाद ब्लीडिंग होना या फिर ज्यादा दर्द होना भी महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों का मुख्य कारण का हैं. इसके अलावा मासिक धर्म के बंद होने पर शारीरिक संबंध बनाने के बाद ब्लीडिंग होना भी इसी के लक्षण हैं.
- पेंट के निचले हिस्से में दर्द – मासिक धर्म के दौरान अक्सर महिलाओं को पेट में दर्द होता हैं. वहीं मासिक धर्म के अलावा हल्का दर्द होना सही नही होता हैं. ऐसें में डॉक्टर से मिलें.
- कमर की हड्डी में दर्द – सर्वाइकल कैंसर में देखा गया है कि कमर की हड्डी में बहुत तेज़ दर्द होता हैं. इसलिए ऐसा होने पर डॉक्टर से मिल तुरंत जाँच कराएं.
- वाइट डिस्चार्ज – बहुत सी महिलाओं को यह समस्या होती है जो सर्वाइकल कैंसर का ही एक लक्षण हैं. ऐसे में किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से जरूर मिलें.
- टॉयलेट करने में परेशानी – जब कैंसर पेशाब की थेली तक पहुँच जाते हैं तब यह लक्षण देखे जाते हैं. इसमें पेशाब करते समय थोड़ा दर्द होता हैं.
- पेट फूलना – देखा जाता हैं कि ज्यादा खाना खा लेने से भी पेट फूल जाता हैं या मासिक धर्म के दौरान भी पेट फूलना आम हैं. लेकिन बिना कारण दो से तीन हफ्ते तक पेट का फूला रहना भी इसके लक्षण हैं.
- इन सभी सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों के अलावा जब यह दूसरे अंगो तक फैलने लगता है तो देखा जाता हैं कि पेशाब में रक्त आना, पैरों में सूजन, भूख में कमी, वजन घटना, थकान, कब्ज की समस्या आदि देखी जाती हैं.