चिकन पॉक्स के लक्षण और उपचार :
चिकन पॉक्स जिसें हिंदी में चेचक भी बोला जाता हैं, यह ज़्यादातर बच्चों को होने वाला एक आम संक्रामक रोग हैं. चिकन पॉक्स के कुछ मामलों में देखा गया है कि बच्चों का इम्युन सिस्टम कमज़ोर हो जाता हैं. इसके अलावा यह रोग 99 प्रतिशत मामलों में दोबारा नहीं होता हैं. इस बीमारी में शरीर में फोड़े-फुंसी हो जाती हैं.आज हम आपको बताएंगे चिकन पॉक्स के लक्षण और कुछ उपचार,सबसे पहले लक्षण :
लक्षण क्या हैं :
वैसे तो चिकन पॉक्स के लक्षण बहुत से हैं, पर कुछ मुख्य लक्षण इस प्रकार हैं :
-शरीर पर खुजली के साथ लाल दाग और फोड़े-फुंसी हो जाना
-शुरुआत में फुंसी छोटी होती हैं और फिर उसमे तरल प्रदार्थ जमा होकर फफोले हो जाते हैं
-मुंह के अंदर, सर पर, आँखों के पास भी छाले/फुंसी
-बुखार
-थकान या कमजोरी
-माश पेशी में दर्द
-सर्दी, जुखाम, नाक बहना
-हल्की खाँसी
-साँस लेने में तकलीफ
-सीने में दर्द आदि,
उपचार क्या हैं :
बात करें उपचार की तो आज कल लगभग हर बीमारी का इलाज संभव है. वैसें ही चिकन पॉक्स का उपचार भी बहुत ही आसान है. साथ ही आप चिकन पॉक्स के घरेलू उपचारों को भी फॉलो कर सकते है. जो इस प्रकार है :
-चिकन पॉक्स के ज़्यादातर मामलों में कोई विशेष उपचार की ज़रूरत नहीं होती हैं.
-बुखार होने पर डॉक्टर की सलाह से ही दवाई लेनी चाहिए.
-खुजली ज्यादा होने पर डॉक्टर खुजली कम करने की दवा देतेंहैं.
-चिकन पॉक्स के समय शरीर में कोई अन्य बैक्टीरियल संक्रमण होने पर एंटीबायोटिक दवा दी जाती हैं.
-वहीं बच्चों में खुजली की समस्या अधिक होने पर उन्हें डॉक्टर की सलाह से दवा दें.
-खुजली करते समय नाख़ून का मैल फोड़े-फुंसी में जाने से संक्रमण होकर पकने का खतरा रहता हैं.
-नहाने के पानी में हल्का बेकिंग सोडा डालें और बच्चों का कमरा ठंडा रखे.
-ढीले सूती कपड़े पहने.
घरेलू उपचार :
-नीम की पत्तियों को नहाने के पानी में डुबोकर उस पानी से नहाने से भी लाभ होता हैं.
-नीम के एंटीवायरल गुण के कारण संक्रमण को अधिक फैलने से रोकने में मदद होती हैं. साथ ही यह चिकन पॉक्स के घरेलू उपचारों में से एक हैं.
-गले में दर्द होने पर गुनगुने पानी में नमक डालकर गरारे करें.
-डॉक्टर की सलाह लेकर उचित दवाई दें,जिससे इम्युन सिस्टम स्ट्रोंग हो जाए.
-शरीर में पानी की कमी न हो इसके लिए ज्यादा तरल पदार्थ लें.
-खाने में फल, दूध, खिचड़ी, दलिया जैसे हल्के और पोषक आहार देना चाहिए.
-चिकन पॉक्स के दौरान बाहर नही जाना चाहिए,इससे इंफेक्शन फैलने का खतरा रहता हैं.
-चिकन पॉक्स पीड़ित व्यक्ति के कपड़े,बिस्तर, थाली, ग्लास इत्यादि गर्म पानी से धोकर साफ़ करने चाहिए.
यह सभी चिकन पॉक्स के उपचार आपको जरूरत के समय में काम आ सकते है.