उमस, गर्मी और प्रदूषण का लम्बे अरसे से दंश झेल रही दिल्ली को जहाँ एक तरफ़ बारिश ने राहत पहुचाई तो दूसरी तरफ़ जलजमाव सहित बाढ़ की चेतावनी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. पिछले 3 दिन से लगातार हो रही बारिश से सड़कें दरिया बन गई. जगह-जगह इमारतों में दरार आ गई. कई जगह तो गाड़ियां घंटों तक जाम में फसी रही. दफ्तर जाने वाले लोग और स्कूली बच्चों पर इसका ख़ासा असर दिखा. इसी बीच मौसम विभाग ने बाढ़ की चेतावनी ज़ारी की है. आपको बताते चलें कि इस समय यमुना का जलस्तर काफी बढ़ जाने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
- खबर पर एक नज़र.
पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बरसात के चलते कई नदियाँ अपने उफान पर हैं. दिल्ली और पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार बारिश से यमुना का जलस्तर बढ़ गया है. इसके चलते वहां के आसपास के इलाकों के लोगों को प्रशासन ने सतर्क कर दिया है. हालांकि बारिश के चलते प्रदूषण में कमी आई है लेकिन जलजमाव की परेशानियों ने लोगों का जीना मुहल कर रखा है. दूसरी तरफ़ हरियाणा के हथिन्कुंड बैराज से 1.3 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की वजह से भी जलस्तर में ख़ासा बढ़ोत्तरी हुई है. एनसीआर में लगातार हो रही बारिश से पार्किंग सहित कई बसें और गाड़ियाँ जलमग्न सी हो गईं. कल गाजियाबाद में 12वीं तक के सारे स्कूल बंद रहे. दिल्ली, नॉएडा सहित एनसीआर में झमाझम बारिश से यमुना का जल स्तर 17 सेंटीमीटर तक ऊपर पहुँच गया है. मौसम विभाग ने अभी 48 घंटे तेज बारिश का अनुमान लगाया है. संगम विहार, आली गाँव, बदरपुर मोड़, तुगलकाबाद, वसंतकुंज सहित अन्य इलाकों में अभी भी जलजमाव से लोगों को भारी समस्या हो रही है. महरौली बदरपुर रोड पर पानी जमा हो जाने से भारी ट्रैफिक जाम लगा रहा. सड़कें दरिया का शक्ल ले चुकी हैं. लोग जाम लगने से हलकान रहे. दिल्ली से सटे गाजियाबाद का बुरा हाल रहा. यहाँ डीएम दफ्तर के सामने जलभराव से फरियादियों को काफी समस्या हुई. दिल्ली के रामलीला मैदान और जाकिर हुसैन कॉलेज के पास भारी जलजमाव देखा गया. इसके चलते लोगों को काफी समस्या हुई. दिल्ली के कई इलाकों में जमा हुए कूड़े पानी के साथ बहकर सड़क पर तैरते दिखाई दिए. दुर्गन्ध से लोगों को सांस लेने में भी परेशानी उठानी पड़ी.
अभी थोड़ी सी बारिश ने जहां लोगों को परेशान किया है यदि सचमुच बाढ़ जैसे हालात सामने आते हैं तो सरकार किस तरह इस आपदा से निपटेगी? एक तरफ़ जहां बारिश से पहले नगर निगम और सरकार जल निकासी के प्रबंध को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करती है तो दूसरी तरफ़ बारिश होते ही असलियत सामने आ जाती है. कोई भी अधिकारी इस विषय पर बात करने के लिए तैयार नही होता. बारिश से बेहाल दिल्ली के लोगों को गड्ढों, नालों और जलजमाव की समस्या से कब राहत मिलेगी यह अब भी एक यक्ष प्रश्न बनकर रह गया है.
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