पीठ दर्द या बैक पेन सबसे आम शारीरिक बीमारियों में से एक है। लगभग 60 प्रतिशत लोग अपने जीवन में कभी न कभी पीठ के निचले हिस्से में दर्द से पीड़ित होते हैं। हो सकता है घर की सफाई करते समय या कोई फिजिकल एक्टिविटी करते समय पीठ में झटका लग गया हो। या फिर गठिया जैसी कोई पुरानी स्थिति के कारण पीठ दर्द हो रहा हो। कभी-कभी यह दर्द असहनीय हो जाता है। लंबे समय से होने वाले कमर दर्द के लिए डॉक्टर को दिखाने की सलाह दी जाती है। कमर दर्द की समस्या के कारण व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जानिए हरियाणा के हरवंश जी ने कैसे किया अपने कमर दर्द का सही इलाज।
हरियाणा के रहने वाले हरवंश जी की उम्र 75 साल है। वे इस उम्र में काफी स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी बिता रहे हैं। क्योंकि वे अपनी सेहत का खास ख्याल रखते हैं। वे अपने परिवार के साथ ही हरियाणा के हिसार में रहते हैं। उनके परिवार की बात करें तो उनके परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटे, दो बहू, दो पोते और एक पोती रहती है। उनके दोनों लड़के प्राइवेट जॉब करते हैं। हरवंश जी के जीवन में सब कुछ ठीक ही चल रहा था कि उन्हें कमर दर्द की समस्या हो गयी। कमर दर्द के कारण ही उन्हें अपने काम से रिटायर होना पड़ा। सबसे पहले उन्होंने कमर दर्द की जांच कराई। MRI में पता चला कि उनकी कमर में टीबी है। इसी कारण कमर में ज्यादा दर्द होता है। कमर दर्द के कारण उनका उठना-बैठना तक मुश्किल हो गया। अब वे अपना अक्सर समय बिस्तर पर ही बिताया करते थे। कमर दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए उन्होंने कई डॉक्टरों से अपना इलाज कराया। लेकिन किसी भी डॉक्टर से उन्हें अपनी समस्या में राहत नहीं मिल सकी। एलोपैथिक इलाज शुरू करने पर कुछ समय में ही उनकी भूख खत्म हो गयी। भूख खत्म होने के साथ-साथ उनके शरीर में कमजोरी भी आनी शुरू हो गयी। और अंत में आकर उन्होंने एलोपैथिक इलाज करना बंद कर दिया। आखिरकार उन्होंने खुद को स्वस्थ करने के लिए बहुत मेहनत की और वे सफल हुए।
कहते हैं कि जीवन में कभी भी हार नहीं माननी चाहिए। क्योंकि परिस्थितियों का डटकर मुकाबला करना ही जिंदगी है। हरवंश जी ने भी ऐसा ही किया। दरअसल एक दिन टीवी देखते हुए उनकी मुलाकात आयुर्वेद में मशहूर माननीय हकीम सुलेमान खान साहब से हुई। हकीम जी से उनकी मुलाकात टीवी के माध्यम से हुई थी। हरवंश जी ने टीवी पर हकीम जी का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी देखा। सेहत और जिंदगी देखने के बाद उन्हें लगा कि शायद उन्हें भी हकीम जी के घरेलू नुस्खों को अपनाना चाहिए। उन्होंने हकीम जी के शो में दिये हुए नंबर पर कॉल किया और अपने कमर दर्द की समस्या के लिए कारगर औषधि जाननी चाही। हकीम जी ने उन्हें कमर दर्द के लिए दर्द में सबसे कारगर औषधि गोंद सियाह को इस्तेमाल करने की सलाह दी। हरवंश जी ने हकीम जी के कहे अनुसार वैसा ही किया। सबसे पहले तो उन्होंने ATIYA HERBS से गोंद सियाह मंगाया और उसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। हरवंश जी बताते है कि गोंद सियाह के इस्तेमाल के कुछ समय बाद ही उन्हें आराम लगना शुरू हो गया था।
हकीम जी के गोंद से अपनी कमर दर्द की समस्या में आराम पाने के बाद हरवंश जी ने पेट के लिए भी हकीम जी का कारगर और घरेलू इलाज अपनाना शुरू किया। जब हरवंश जी सेहतमंद हो गये तो उन्होंने अपनी पत्नी को भी हकीम जी के नुस्खे दिये। दरअसल उनकी पत्नी को सांस फूलने की समस्या और घबराहट होने की समस्या थी। इस समस्या से उनकी पत्नी को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। हरवंश जी ने अपनी पत्नी के लिए हकीम जी का जैतून का नमक ऑर्डर किया और इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। उनकी पत्नी को भी अपनी समस्या में काफी आराम हुआ है। अपनी पत्नी के साथ ही अब वे काफी लोगों की मदद कर चुके हैं। कई लोगों ने उनकी बात मानकर हकीम जी के नुस्खे अपनायें हैं और स्वस्थ हो गये हैं। हरवंश जी हकीम जी की लंबी उम्र की दुआएं मांगते हैं और चाहते हैं कि हकीम जी इसी प्रकार लोगों की सेवा करते रहे। क्योंकि हकीम जी जिस प्रकार से लोगों की सेवा कर रहे हैं कोई नहीं कर सकता। हरवंश जी अपने परिवार की हर छोटी बीमारी में हकीम जी के घरेलू नुस्खे इस्तेमाल करते हैं।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
गोंद सियाह क्या है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के औषधीय गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई बीमारियों को हम से दूर रखता है।