भगवान विष्णु हिंदू धर्म के प्रमुख तीन देवताओं में से एक है जिनको हज़ारों नामों से जाना जाता है. भगवान श्रीहरि विष्णु को इस सृष्टि का रक्षक माना जाता हैं. प्रतिदिन नियम से विष्णु मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति, समृद्धि, धन और वैभव की कमी नही होती हैं.
फटाफट फल देने वाला श्री हरि विष्णु मंत्र :
ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि।
तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
धन वैभव देने वाला श्रीविष्णु भगवान का मंत्र :
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।
ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।।
भगवान श्री विष्णु मंत्र के फायदे :
इन मंत्रो का जाप करने से जीवन में खुशी आती है और जिंदगी की सारी परेशानियाँ दूर हो जाती हैं. श्री हरि को बहुत ही दयावान और कृपा करने वाला देवता माना जाता हैं. पौराणिक कथाओं में प्रचलित है भृगु ऋषि की कथा, जिसमें बताया जाता है कि एक बार उन्होनें ब्रहा, विष्णु, शंकर तीनो देवताओं की सहिष्णुता जानने के लिए तीनो के लोको में जा उनसे अमर्यादित भाषा में बात की जिसके फलस्वरूप उन्हें ब्रहा और शंकर लोक से श्राप और दण्ड मिलें.
वहीं उसके बाद जब वह श्री विष्णुलोक पहुँचे तो वहां उन्हें भगवान को लात मारनी चाही तो श्री हरि ने पैर पकड़ लिया और कहा स्नेह से कहा कि ऐसा करने पर आपके पैर में चोट लग जाएगी. भगवान की इस सहिष्णुता को देख भृगु ऋषि बहुत ज्यादा प्रसन्न हुए और इस नतीजे पर पहुँचे की तीनो देवताओं में सबसे ज्यादा प्यारे, दयावान और कृपा करने वाले हैं. इसलिए भगवान श्री हरि विष्णु के हज़ार नामों में से एक नाम सहिष्णु भी हैं.
इन सभी कथाओं के अलावा भगवान श्री हरि की अराधना करने के अपने कुछ नियम हैं जैसें भगवान श्री हरि की पूजा गुरूवार को की जाती हैं. जो लोग उस दिन व्रत रखते है वह पीले कपड़े पहनते हैं. इसके अलावा हर महीने की पूर्णिमा को भी घरो में सत्यनारायण की पूजा आदि होती हैं. श्री विष्णु मंत्र करने के लिए सबसे जरूरी है नियम बनाए, मंत्र करने से पहले नहाए, मांस मदीरा का सेवन न करें आदि का पालन करना भी जरूरी होता हैं.