वैसें तो हमारे शरीर की संरचना में हर एक अंग दूसरे के लिए जरूरी है और इनका स्वस्थ रहना उससे भी ज्यादा जरूरी है. किसी भी अंग में थोड़ी सी भी गड़बड़ आना सावधान होने और जाँच कराने की ओर इशारा है. उसी तरह किडनी भी हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगो में से एक हैं. यह हमारे हार्ट द्वारा पंप किए गए खून को साफ करता हैं. किडनी के थोड़े से भी अस्वस्थ होने से हमारे पूरे शरीर पर इसका असर होता हैं. इसलिए आज हम आपको बताएंगे कुछ किडनी इंफेक्शन के लक्षण जिनको पढ़ आप सावधानी बरत सकते हैं.
किडनी इंफेक्शन के लक्षण
सूजन आना – किडनी संक्रमण के कारण संक्रमित तरल प्रदार्थ हाथ, पैर, चेहरे या घुटनों में सूजन का कारण बनता है. अगर आपके शरीर या घुटने आदि पर सूजन आने लगे तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
सांस लेने में तकलीफ – संक्रमण होने से शरीर में किसी भी जगह फ्लूइड जमा होने लगता है, जिसके चलते सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है.
हाई बीपी – वैसें तो बीपी का ज्यादा होना अपने आप में एक समस्या है. लेकिन यह किडनी के कारण भी हो सकता है, क्योंकि इससें पूरे शरीर में ताकत कम हो जाती है जिसके चलते हार्ट को ज्यादा ब्लड पंप करना पड़ता है. जो हाई बीपी का कारण हो सकता है.
स्कीन प्रॉब्लम – अचानक सें त्वचा पर रेंशस् आ जाना या खुजली होना किडनी इंफेक्शन के कारणों में से एक है. इसलिए जरूरी है कि ऐसे समय में अच्छा भोजन लें.
चक्कर आना – अगर हमारे शरीर में अचानक कमजोरी आने लगे, ज्यादा थकान महसूस होने लगे तो डॉक्टर की सलाह लें और जाँच जरूर कराए, क्योंकि यह किडनी संक्रमण के लक्षणों में से एक है.
मस्लस् में खिचांव – शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने के कारण बहुत बार शरीर में अलग-अलग मस्लस् में खीचांव या दर्द महसूस होने लगता है.
यूरीन में ब्लड – अगर पेशाब करते समय उसमें खून आना बहुत ही गंभीर समस्या है. इसके लिए चिकित्सक सें मिल सारी बातें बताए.
वजन घटना – वजन का अचानक तेंजी सें घटना या भूख ना लगना, इससे हमारे शरीर को कम उर्जा मिलती है और इसका कारण किडनी इंफेक्शन भी हो सकता है.
उल्टी होना – शरीर में फ्लूइड ज्यादा हो जाने के कारण उल्टी या दस्त हो जाना भी इसके लक्षणों में से एक हैं.
पीठ में दर्द – पीठ के दर्द का शरीर के निचले भाग तक फैल जाना भी किडनी इंफेक्शन के लक्षण में से एक है.