पंजाब का नाम कानों में पड़ते ही लोगों के चेहरें पर मुस्कान आ जाती है. इस जगह के नाम पर ही झुमने का मान करने लगता है क्योंकि खाने के साथ-साथ घुमने के लिए भी बहुत सी जगाहें है, इसलिए आज के आर्टिकल में आपको पंजाब की एतिहासिक जगहों के बारे में बताएँगे.
सबसे पहले बात करते है देवी तालाब मंदिर की जो दुर्गा माँ का मंदिर है. लोगों का मानना है कि यह मंदिर उसी जगह बनाया गया है, जहाँ देवी सती का दाहिना स्तन गिरा था. यह मंदिर करीब 200 साल पुराना है और इसके पास काली माता मंदिर भी है.
- श्री हरमंदिर साहिब
यह सिक्खों का सबसे पवित्र और धार्मिक स्थल माना जाता है. पर्यटकों और श्रधालुयों के बीच स्वर्ण मंदिर के नाम से भी लोकप्रिय है. सिक्खों के लिए इस मंदिर की महत्वपूर्णता कोई भी व्यक्ति शब्दों में बियान नहीं कर सकता है. यहाँ सिक्खों के सिवा भी बहुत से श्रद्धालु आते हैं, जिनकी इस मंदिर के प्रति अटूट आस्था है. अगर बात करे इसकी खूबसूरती कि तो मंदिर का उपरी भाग पूर्ण रूप से सोने से बना हुआ है. यही कारण है इस मंदिर को स्वर्ण मंदिर कहा जाता है.
- जलियांवाला बाग
पंजाब की एतिहासिक जगहों में इस जगह से हर व्यक्ति वकिफ़ है. सन 1919 में जलियांवाला बाग में जनरल डायर ने खूनी की होली खेली थी, जिसे को आज तक कोई नहीं भूला सका है. सन 1919 में इस बगीचे में जो कुछ भी हुआ था, वह हमारी स्वतंत्रता के संघर्ष के दौरान का सबसे भयानक घटनाकर्म में से एक था. स्वर्ण मंदिर के नज़दीक स्थित जलियांवाला बाग में जनरल डायर की गोलियों के निशानें बने सभी निर्दोषों को याद में रखकर यह बाग उन्हें समर्पित एक स्मारक के रूप में राखी गई है. इस स्मारक में आज भी उन गोलियों के निशानों को साफ़ देखा जा सकता है.
- किला मुबारक
पंजाब की एतिहासिक जगहों में किला मुबारक महशूर है. भठिंडा में स्थित होने के कारण इस किले को भंठिडा किला के नाम से भी जाना जाता है. अगर आपको इतिहास में रूचि है तो आपको इस जगह पर अवश्य जाना चाहिए. इस किले को लगभग 11 वीं शताब्दी में बनवाया गया था. किले के ईंटों के अध्ययन के बाद इसे किले की ईटों को कुषाण काल का बना माना गया है. इस किले का इतिहास बड़ा ही अनोखा माना गया है इसलिए कहा जाता है कि यह वही किला है जहां रजिया-सुल्तान को बंदी बनाकर रखा गया था. इस किले पर बहुत से बाहरी शासकों ने राज भी किया था, साथ ही इस पर भारतीय राजायों द्वारा भी शासन किया गया था, जिनमें से एक पृथ्वी राज चौहान थे. इस किले में हर महीने हजारों की संख्या में पर्यटक आते है.
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