हमारे घरों में जब बच्चों के परिक्षा का वक़्त आता है तो घर का माहौल पूरी तरह से बदल जाता है. ऐसा लगता है कि कोई भूचाल आने वाला है. और ये शांति भूचाल से पहले आने वाली शांति है. बच्चे परीक्षा के वक़्त अक्सर तनाव में चले जाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसे वक़्त में बच्चों को तनाव देना बिलकुल भी सही नहीं है. इससे बच्चों का पढाई पर से ध्यान हट जाता है. जिसके कारण वो अपने परीक्षा में बेहतर परफॉरमेंस नहीं दे पाते हैं. आज हम आपको छात्रों के लिए तनाव से बचने के टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं.
परीक्षा से पहले तनाव होना एक सामान्य बात है. इसके लिए किसी भी तरह की चिंता करने की जरुरत नहीं है. जरुरत है तो इस समस्या से निदान पाने की. अक्सर ऐसा देखा जाता है कि परीक्षा के दौरान पढ़ते-पढ़ते बच्चे एक ही अवस्था में बने रहते हैं और इस कारण वो अवसाद के शिकार होने से खुद को नहीं बचा पाते हैं. ऐसे में आप अपने बच्चों के अवसाद के कारणों को पकड़ें और उन्हें कुछ जरूरतमंद एग्जाम टिप्स दें.
तनाव का असर आम तौरपर बच्चों के व्यवहार में दिखने लगता है. बच्चे छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ाने लगते हैं. उस चिड़चिड़ाहट का मुख्य कारण होता है उन्हें सही तरीके का पोषण और उनके जरुरत के मुताबिक उन्हें माहौल ना मिल पाना. छात्रों के लिए तनाव से बचने के टिप्स के बारे में अगर बात करें तो सबसे पहले एक बात का ख़ास ध्यान रखना जरुरी है कि आपके बच्चे का जो डेली रूटीन है वो सही हो. मतलब कि वो सही वक़्त पर सोएं, सही वक़्त पर उठें सही तरीके से अपना खान-पान और रहन सहन को रखें. इस काम में सबसे बड़ा योगदान माता-पिता का होता है जो बच्चों का मार्गदर्शन करते हैं.
छात्रों के लिए तनाव से बचने के टिप्स
सुबह वक़्त पर उठें और रात में समय से सोएं. सुबह उठ कर हाँथ मुंह धोकर ही पढ़ने बैठे, एग्जाम टिप्स देने वाले जानकार कहते हैं कि बच्चों को एग्जाम के दौरान भी थोड़ा वक़्त व्यायाम के लिए निकालना चाहिए. दोपहर में अच्छे से भोजन करें और थोड़ा नींद लें. शाम के वक़्त आधा घंटा अपने परिवार के साथ वक़्त गुजारें. इस दौरान एक बात का ख़ास ध्यान रखें कि बच्चों को टेलीविज़न और मोबाइल से परहेज करना चाहिए. परीक्षा के दौरान छात्रों के लिए तनाव से बचने के टिप्स में इस बात का ख़ास ध्यान रखें कि अगर बच्चें नाईट स्टडी करते हैं तो रात के वक़्त हल्का भोजन करना ही सही होता है. एग्जाम टिप्स में एक और बात का ख़ास जिक्र है कि परीक्षा के एक घंटे पहले से ही अपने पढ़ना बंद कर दें और थोड़ा आराम करें. ज्यादा बोलने से परहेज करें. ऐसे में दिमाग कम काम करता है और याद की हुई चीजों को इंसान भूल जाता हैं.
बच्चों के लिए कुछ जरुरी एग्जाम टिप्स
कई बार बच्चें एग्जाम के वक़्त अपने पढ़ाई के दौरान मेहनत तो करते हैं लेकिन इस दौरान वो सिर्फ इस बात के कारण अवसाद में चले जाते हैं कि अगर उनके एग्जाम का नतीजा खराब हुआ तो उसका परिणाम बहुत ही बुरा होगा और इसके बाद वो ना तो सही तरीके से पढ़ पाते हैं ना ही कोई और काम कर पाते हैं. जिसके कारण परिखा का नतीजा खराब हो जाता है. एग्जाम टिप्स में सबसे पहले एक बात का ध्यान रखें कि परीक्षा के एक घंटे पहले से ही अपने पढ़ना बंद कर दें और थोड़ा आराम करें. ज्यादा बोलने से परहेज करें. क्योंकि ज्यादा बोलने से दिम्माग कम काम करता है और याद की हुई चीजों को इंसान भूल जाता हैं.
छात्रों के लिए तनाव से बचने के टिप्स में बुद्धि की चिंता
कई बार कुछ ऐसे बच्चे होते हैं जो अपनी ही स्मरण शक्ति और बुद्धि को लेकर तनाव में चले जाते हैं. उस दौरान ये बच्चे किसी भी तरह के एग्जाम टिप्स पर भी ध्यान नहीं दे पाते हैं. उन्हें बस इस बात की चिंता होती है कि वो कैसे किसी भी चीज को याद करें और खुद को दुनिया के सामने साबित करें. इस दौरान पेरेंट्स को अपने बच्चों का ध्यान रखना चाहिए. उन्हें ध्यान देना चाहिए कि उनका बच्चा किस बात को लेकर परेशान है. जल्द से जल्द अपने बच्चे की परेशानी के कारण को खोजते हुए उन्हें सही और जरुरतमंद पोषण देना चाहिए. इस बात को अगर मनोवैज्ञानिक तौर पर समझें तो बच्चों को कुछ ऐसे सप्लिमेंट और न्युट्रीशन की जरुरत होती है जो उनके स्मरण शक्ति को बढ़ाये.
जब आपके बच्चे किसी एग्जाम टिप्स को फॉलो कर रहे हों तो बच्चों को ओवरवर्किंग से दूर रखें. मतलब कि इस बात का ध्यान रखें कि कहीं आपका बच्चा जरुरत से ज्यादा तनाव तो नहीं ले रहा है. ऐसा करने से परीक्षा की तैयारी करते वक़्त बच्चों पर ज्यादा भार आ जाता है और जिस काम को वो बड़े ही आसानी से कर सकते हैं उसमें भी कामयाबी हासिल करने में नाकामयाब रहते हैं.
परीक्षा की तैयारी करते वक़्त बच्चों का खान पान
बेशक छोटे बच्चों को बड़ों की तुलना में भूख ज्यादा लगती है. साथ ही वो ज्यादा चटकदार खाना को पसंद करते हैं. लेकिन बच्चों के खान-पान का ध्यान रखना उनके पेरेंट्स की जिम्मेदारी है. बच्चों को हमेशा न्यूट्रीशन से भरे भोजन दें. ताकि वो हर वक़्त स्वस्थ और तेज तरार रहें. छोटे बच्चों को हरी तथा रेशेदार सब्जियां खाने के लिए उत्साहित करें. नाश्ते में ज्यादा से ज्यादा स्प्राउट्स खाने के लिए दें. साथ ही उसमें थोड़े बादाम का भी प्रयोग करें. बादाम से बच्चों का दिम्माग तेज होता है. सुबह अगर आपका बच्चा सैंडविच या टोस्ट मांगता है तो उसे सैंडविच या टोस्ट को बादाम के तेल में भी टोस्ट कर के दीजिये. इससे काफी फायदा होता है. बच्चों की स्मरण शक्ति बढ़ जाती है और कोई भी चीज उन्हें आसानी से और लंबे समय तक याद रहती है.
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