समाचार पत्रों में जैसे ही यह खबर आई की लोगों के मोबाइल नंबर 13 अंकों के होने वाले है, इसे लेकर सभी में काफी उत्सुकता बढ़ गई. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि अभी भी इन खबरों की बाढ़ सी आई हुई है कि जुलाई 2018 से आपका जो मोबाइल नंबर 10 डिजिट का है वह जुलाई से 13 डिजिट का हो जाएगा. आपके मोबाइल नंबर बदल जाएंगे. लेकिन इस खबर का सच्चाई से कोई सरोकार नही है और यह खबर बिल्कुल गलत है.
आपका मोबाइल नंबर 10 डिजिट का ही बना रहेगा, डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम्युनिकेशंस ने साफ कहा है कि ऐसा कोई प्रस्ताव ही नहीं है. सोशल मीडिया और न्यूज वेबसाइट्स पर इसे लेकर झूठी खबर फैलाई जा रही है.
13 डिजिट वाले मोबाइल नंबर की सच्चाई
डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम्युनिकेशंस ने देश के सभी टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स को आदेश दिया है कि वे सिम आधारित मशीन टू मशीन (M2M) (गौर कीजिएगा इस शब्द पर यह मोबाइल टू मोबाइल नहीं है) डिवाइस के लिए 13 डिजिट का मोबाइन नंबर जारी करना शुरू करें.
डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम्युनिकेशंस ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि यह 10 डिजिट के मोबाइल नंबर के साथ चलेगा. इससे ऐसी रिपोर्ट और दावों का कोई वजूद नहीं रह जाता कि जुलाई से मोबाइल नंबर 13 अंकों के ही होंगे. आम मोबाइल इस्तेमाल करने वालों के लिए 10 अंकों का मोबाइल नंबर ही बना रहने वाला है.
क्या है मशीन टू मशीन सर्विस ?
मशीन टू मशीन सर्विस वह तकनीक है जिसके जरिए नेटवर्क से जुड़े डिवाइस सूचनाओं का आदान-प्रधन करते हैं और किसी व्यक्ति द्वारा कमांड दिए जाने पर खास काम को अंजाम देते हैं. अपने देश में भारती एयरटेल, वोडाफोन और बीएसएनएल जैसी टेलीकॉम कंपनियां अपने एंटरप्राइज ग्राहकों को यह सर्विस उपलब्ध कराती हैं. उदाहरण के तौर पर एयरटेल के एम2एम के तहत स्मार्ट मीटरिंग, एसेट ट्रैकिंग सॉल्यूशंस, इक्विपमेंट मॉनिटरिंग सॉल्यूशंस और ट्रैफिक मैनेजमेंट सॉल्यूशंस जैसी सेवाएं दी जाती हैं.
इसे भी पढ़े: जंग जारी है : विवादों का खेल जल्लीकट्टू