अगर आप पढना चाहते हैं, लेकिन किसी वजह से आपका यह सपना पूरा नहीं हो पा रहा है तो हम आपको बतायेंगे की किस तरह आप घर बैठे, बिना ज्यादा रकम का भुगतान किए पढाई कर सकते हैं.
जहाँ एक तरफ रोज़ाना कॉलेज जाने की समस्या की वजह से नौकरी पेशे वाले लोग शिक्षा की चाह रखने के बावजूद भी आगे नही पढ़ पातें हैं, वहीँ दूसरी तरफ हमारे समाज में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं या फिर किसी वजह से उन्हें बीच में ही पढाई छोड़नी पड़ी थी लेकिन उनका पढाई का शौक खत्म नही हुआ हैं. ऐसे में चाहे वजह पैसा हो या समय, दोनों ही परिस्थितियों में इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी आपके लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है.
इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी जिसे हम साधारण तौर पर (इग्नू) कहते है, ये पढाई और करियर बनाने के लिए अच्छा विकल्प है. भारत और दुनिया के कई देशों के 33 लाख स्टूडेंट्स इस विश्वविद्यालय में पढ़ते है. इग्नू ओपन लर्निंग और दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से शिक्षा पद्दति को, उन लाखों लोगों के लिए आसान बनाता है जो नियमित रूप से कॉलेज नही जा सकते हैं.
साथ ही रोजगार की तलाश में रहने वाले लोगों को इग्नू से डिप्लोमा, डीग्री, बी.एड और अन्य कई तरह के सर्टिफिकेट्स मिल जाते हैं.
इग्नू में एडमिशन के लिए आप इसके ऑफिशिय्ल वेबसाइट www.ignou.ac.in पर जाकर ऑनलाइन रजिस्टर कर सकते हैं, इसके लिए आपको कुछ जरूरी डाक्यूमेंट्स की आवश्यकता होती है. साथ ही इस साईट के माध्यम से किसी नज़दीकी महाविद्यालय का पता लगा सकते हैं, जिसमें इग्नू की पढाई होती है.
इग्नू आपको स्टडी मैटेरियल्स भी प्रोवाइड कराता है जिसे हासिल करने के लिए आपको नज़दीकी विश्वविद्यालय जाना पड़ता है जिसमें आपने नामांकन किया है. या फिर आप ऑनलाइन भी बुक्स डाउनलोड कर सकते हैं.
आप घर बैठे-बैठे इग्नू ग्रेड कार्ड के माध्यम से अपना रिजल्ट भी देख सकते हैं. इग्नू ग्रेड कार्ड में स्टूडेंट्स के इंडीविजुअल प्रोफाइल्स होते हैं जिसमें लॉगइन करके या वेबसाइट पर दिए गए रिजल्ट लिंक के द्वारा आप अपना रिजल्ट देख सकते हैं. हो चुकी सभी परीक्षाओं के नतीजें इग्नू ग्रेड कार्ड में दिए होते हैं. इसके लिए आपको ग्रेड कार्ड में अपना 9 अंक का एनरोलमेंट नंबर भरना होता है. जिसके बाद “सबमिट” पर क्लिक कर आप नतीजों को देख सकते हैं. इग्नू ग्रेड कार्ड को हर परीक्षा के बाद अपग्रेड किया जाता है.
अपने देश के साथ-साथ इग्नू बाहर के देशों में भी अपनी शिक्षा पद्धति का विस्तार कर रहा है.