किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को उसके व्यापार और उद्योग द्वारा मापा जाता है. जीवन-यापन करने के विभिन्न तरीकों में व्यापर भी एक है. मनुष्य पुराने समय से हीं अनेकों प्रकार के उद्योग और व्यापार में लिप्त रहा है और भारत भी इससे कभी अछूता नहीं रहा है. समय बदलने के साथ-साथ व्यापार और उद्योग का स्वरूप बदला और व्यापार करने के ढंग में भी काफी परिवर्तन आया. अगर हम भारतीय अर्थव्यवस्था का लगभग 100 वर्षों का इतिहास देखें तो ऐसे ढेरों नाम पाएंगे जिनकी परिश्रम, धैर्य और लगन ने उनके उद्योग और समूह को एक ऐसी ऊँचाई दी जिससे उनका नाम हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया. भारतीय उद्योगपतियों ने हमारे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में अहम भूमिका निभाई है. आईए जानते हैं देश के मशहूर उद्योगपतियों की सूची के बारे में-
- मुकेश अंबानी
भारत के सबसे सफल उद्योगपतियों का नाम लें तो मुकेश अंबानी का नाम सबसे पहले दिमाग में आता है. मुकेश अंबानी दुनिया के पांचवें सबसे अमीर व्यक्ति हैं जिनके पास लगभग 43 अरब डॉलर की निजी संपत्ती है. वे रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन, मैनेजिंग डायरेक्टर और कंपनी के सबसे बड़े शेयर होल्डर हैं. मुकेश अंबानी के घर की कीमत लगभग 4500 करोड़ रुपए बताई जाती है, 27 मंजिलों वाला यह घर दुनिया का सबसे महंगा घर है. आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि मुकेश अंबानी के पास कितनी संपत्ति होगी.
- अनिल अंबानी
भारत के सबसे सफल उद्योगपतियों की सूची में अनिल अंबानी का भी नाम आता है. अनिल अंबानी मुकेश अंबानी के छोटे भाई है, साथ हीं वे धीरुभाई अंबानी ग्रुप के अध्यक्ष भी हैं. अनिल के पास लगभग 13.7 अरब डॉलर की संपत्ति है.
- रतन टाटा
उद्योगपतियों की सूची की बात करें और भारत के सबसे पुराने और सफल औद्योगिक घराने में शुमार किए जाने वाले टाटा समूह का नाम इस लिस्ट में न आए, ऐसा हो हीं नही सकता. रतन टाटा जो कि टाटा समूह के अध्यक्ष हैं उन्होंने इस कंपनी को नए मुकाम पर पहुंचाया है. टाटा नाम से बाज़ार में आने वाला कोई भी उत्पाद है चाहे वो स्टील, टेलिकॉम, कार, सॉफ्टवेअर, नमक, चाय आदि कुछ भी हो, वह हमेशा टॉप पर ही आता है.
- अजीम प्रेमजी
आज विप्रो कंपनी किसी परिचय का मुहताज नही है. विप्रो में जॉब करना सॉफ्टवेर कंपनी में काम करने वाले लोगों का सपना होता है.
विप्रो लिमिटेड के अध्यक्ष अजीम हाशिम प्रेमजी हैं. विप्रो टेक्नोलॉजीस भारत की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर डेवलपेमेंट कंपनी है. साल 2010 में फोर्ब्स के अनुसार, अजीम प्रेमजी 17 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ के तीसरे सबसे अमीर भारतीय थे, जिसके साथ हीं इन्होने अपना नाम अमीर उद्योगपतियों की सूची में दर्ज करा लिया था.
- सुनील भारती मित्तल
भारत की अग्रणी टेलीकॉम कंपनी भारती टेलीकॉम एक बेहद हीं लोकप्रिय नाम है. इस कंपनी के चेयरमैन तथा मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील भारती मित्तल को देश के सफल उद्योगपतियों में शुमार किया जाता है. देश में टेलीफोन क्रांति का सुत्रधारक माने जाने वाले सुनील भारती मित्तल को भारत का बिल गेट्स भी कहा जाता है. मित्तल ने पैसे कमाने के साथ-साथ देश के कल्याण में भी अपना योगदान दिया है. उन्होंने देश में शिक्षा के विकास के लिए 9 हजार करोड़ रुपए दान में दिया जो कि किसी भी भारतीय उद्योगपति द्वारा दान की गई सबसे बड़ी राशि है. सुनील भारती मित्तल के व्यापर और समाज कल्याण को ध्यान में रखते हुए 2007 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया था.
- कुमार मंगलम बिरला
भारत में सफल उद्योगपतियों की बात होती है तो एक नाम है जो झट से दिमाग में आता है और वो है आदित्य बिड़ला ग्रुप का. आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला के पास लगभग 7.9 अरब डॉलर की संपत्ति है. इस ग्रुप का कारोबार बेहद फैला हुआ है और इसके दायरे में ग्रासिम, हिंडाल्को, आइडिया सेल्यूलर, आदित्य बिड़ला नुवो, अल्ट्रा टेक सीमेंट जैसी कंपनियां आती हैं.
- कुशल पाल सिंह
9 अरब डॉलर से अधिक की संपत्ति के मालिक 70 साल के कुशल पाल सिंह का रियल एस्टेट क्षेत्र का बहुत बड़ा नाम है. सरकार द्वारा पद्म सम्मान से सम्मानित कुशल पाल सिंह भारत की सबसे बड़ी रियल एस्टेट डेवलपर कंपनी डीएलएफ लिमिटेड के सीईओ हैं और इनकी कंपनी के पास करीब 10255 एकड़ की भूमि संपदा है.
- सावित्री जिंदल
ऐसा नहीं है कि अमीर उद्योगपतियों की सूची में केवल पुरुषों का हीं नाम आता है. हरियाणा विधानसभा की सदस्य और 14.4 अरब डॉलर की संपत्ति की मालकिन सावित्री जिंदल भारत की सबसे अमीर महिला और विश्व की 44 वीं सबसे धनवान शख्सियत में गिनी जाती हैं. सावित्री जिंदल जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड और जेएसडब्ल्यु स्टील की नॉन-एक्सक्युटिव चैयरपर्सन भी हैं. हाल में सावित्री के चार बेटे कंपनी संभाल रहे हैं.
- शशि और रवि रुइया
एस्सार ग्रुप के शशि और रवि रुइया 13 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ भारत के प्रमुख उद्योगपतियों में गिने जाते हैं. एस्सार ग्रुप स्टील, एनर्जी, पॉवर, संचार, बंदरगाह, निर्माण क्षेत्रों में कार्य करता है. इस ग्रुप के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन शशि और रवि रुइया हैं. इनकी 30 प्रतिशत हिस्सेदारी भारत की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी वोडोफोन एस्सार में है.
- गौतम अदानी
तेजी से तरक्की कर रहे भारतीय उद्योगपतियों में अदानी समूह के प्रमुख गौतम अदानी को शुमार किया जाता है. बीते वर्ष गौतम अदानी समूह की आय में 67 प्रतिशत वृद्धि हुई है. गौतम अदानी देश के 7वें सबसे अमीर व्यक्ति माने जाते हैं.
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