आज के समय में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होना एक आम बात है। हाई ब्लड प्रेशर के दौरान शरीर में ब्लड का फ्लो इतनी तेजी से बढ़ता है कि कुछ समय बाद इसके कारण अलग-अलग तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं। भागदौड़ भरी जिंदगी में आपको कई परेशानियां होती हैं जिसकी वजह से बीपी की समस्या से आप परेशान रहते हैं। आज हर दूसरा व्यक्ति बीपी की समस्या से परेशान रहता है। जानिए लखनऊ के सुरेश जी ने किस प्रकार अपनी बीपी की समस्या को अलविदा कह दिया था। आइये जानते हैं सुरेश जी की पूरी आत्मकथा के बारें में।
सुरेश जी की उम्र 68 साल है और वे लखनऊ में ही रहते हैं। वे अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनके परिवार की बात करें तो उनके परिवार में उनकी माता जी, पत्नी, दो बेटे और बड़े बेटे की दो बेटी रहते हैं। उनके पिताजी और बड़े बेटे का देहांत हो गया है। उनका एक बेटा प्राइवेट जॉब करता है और दूसरा बेटा वकालत करता है। अब बात आती है सुरेश जी की। सुरेश जी इतनी उम्र के होने के बाद भी स्वस्थ कैसे हैं। तो बता दें कि वे आयुर्वेद में मशहूर माननीय हकीम सुलेमान खान साहब के यूनानी नुस्खों को अपनाते हैं। दरअसल सुरेश जी को भी बीपी की गंभीर समस्या थी। अपनी समस्या के लिए पहले उन्होंने काफी उपचार कराया। लेकिन उन्हें बीपी की समस्या में राहत नहीं मिल पायी। काफी डॉक्टरों से उपचार भी कराया। लेकिन समस्या कुछ समय बाद वैसी की वैसी बनी रहती। बीपी की समस्या के साथ ही उन्हें पेट में दर्द और सूजन की समस्या भी हो गयी। सुरेश जी बताते हैं कि उन्हें अपनी जरूरत पूरी करने के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ती थी। फिर उनकी पॉटी में खून आना शुरू हुआ। काफी उपचार कराया लेकिन खून आना बंद नहीं हुआ। कुछ समय बाद ही उनके खून में काफी ज्यादा बदबू आने लगी। वे अपनी समस्या से काफी ज्यादा परेशान हो गये थे।
फिर एक दिन उनसे मिलने लखनऊ के ही आर.बी. वर्मा जी आये। दरअसल वर्मा जी सुरेश जी के बहनोई हैं। तो उन्होंने उनकी हालत देखी और कुछ दवाओं के साथ हकीम जी के घरेलू नुस्खों को इस्तेमाल करने की सलाह दी। सुरेश जी ने तुंरत वर्मा जी के कहने पर ATIYA HERBS से जैतून का सिरका ऑर्डर किया और हकीम जी का सबसे मशहूर मसालों से बने घरेलू नुस्खे के साथ लेना शुरू कर दिया। और छ: चीजों से बने घरेलू नुस्खे से उन्हें पेट की समस्या में काफी आराम हुआ और साथ ही उनके नुस्खे ने उनकी बीपी की समस्या में राहत देना शुरू कर दिया।
अपनी समस्या में आराम पाने के बाद सुरेश जी काफी खुश हुए। जब उन्हें अपनी समस्या में आराम हुआ तो सबसे पहले उन्होंने वर्मा जी को बताया। चूंकि आर.बी.वर्मा जी हकीम जी के काफी पुराने पेशेंट हैं। वे और उनका परिवार हकीम जी के नुस्खे अपनाकर स्वस्थ हुआ था। अब वर्मा जी हकीम जी के नुस्खों को लोगों तक पहुंचा कर उन्हें स्वस्थ और सेहतमंद कर रहे हैं। सुरेश जी की बीपी की समस्या करीब 15 साल पुरानी थी। लेकिन हकीम जी के नुस्खे ने उन्हें करीब 90 प्रतिशत तक आराम दिया है।
सुरेश जी आज हकीम जी के यूनानी नुस्खों को अपनाकर काफी स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी बिता रहे हैं। सुरेश जी बताते हैं कि उन्हें कुछ समय पहले एड़ी में दर्द रहने की समस्या थी। और उनकी बेटी को जोड़ों के दर्द की समस्या थी। वर्मा जी ने उनकी बेटी के लिए गोंद सियाह को इस्तेमाल करने की सलाह दी और साथ ही मंगाकर भी दिया। गोंद सियाह के इस्तेमाल से उनकी बेटी की समस्या में काफी आराम हुआ है। जिसके बाद सुरेश जी ने भी अपनी एड़ी की समस्या के लिए भी गोंद सियाह अपनाया। उन्हें भी काफी आराम हुआ है। उनकी पत्नी को भी घुटनों में दर्द की समस्या है। सुरेश जी ने उन्हें भी हकीम जी का गोंद सियाह मंगाकर दिया है। अभी वे उसका इस्तेमाल कर रही हैं। अपने परिवार के साथ ही वे गांव के काफी लोगों की मदद कर रहे हैं। काफी लोगों तक वे हकीम जी के यूनानी नुस्खों को पहुंचा चुके हैं। आज अगर सुरेश जी सेहतमंद जिंदगी बिता रहे हैं तो वो केवल और केवल वर्मा जी और हकीम जी की मेहरबानी से। क्योंकि सुरेश जी बताते हैं कि अगर ये दोनों व्यक्ति उनके जीवन में नहीं आते तो शायद सुरेश जी कभी स्वस्थ नहीं हो पाते और बहुत जल्दी ही बिस्तर पकड़ लेते। लेकिन हकीम जी और उनके यूनानी नुस्खों ने कमाल कर दिखाया। उनके यूनानी नुस्खे हर समस्या में काफी कारगर और असरदार हैं। सुरेश जी अब हकीम जी का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी रोजाना देखते हैं और हकीम जी के द्वारा बताये हुए घरेलू नुस्खों को लोगों तक पहुँचाते हैं।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
जैतून का सिरका क्या है?
हकीम सुलेमान साहब का जैतून का सिरका विभिन्न रोगों जैसे मधुमेह नियंत्रण, पाचन, गैस्ट्रिक से संबंधित समस्या, लिवर से संबंधित समस्या, गुर्दे से संबंधित समस्या, बीपी और कोलेस्ट्रॉल की समस्या के लिए एक आदर्श हर्बल उपचार है। हकीम साहब के अनुसार जैतून का सिरका शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए काफी असरदार है। शुगर की समस्या के लिए यह सिरका फायदेमंद है। जैतून का सिरका पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक है। इसके इस्तेमाल से किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। इसकी खुराक को हकीम साहब या हकीम साहब की कंपनी के डॉक्टरों द्वारा बताई गयी मात्रा में ही लेना चाहिए। ज्यादा मात्रा में इसका सेवन इसकी काम करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
- Clinic – The Herbals – Atiya Healthcare
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