दिल्ली की रहने वाली 53 साल की सुमन मित्तल बेहद सुलझी हुई शांत स्वभाग की महिला हैं । एक जिम्मेदार पत्नी, आदर्श गृहणी और अपने बच्चों के लिए दुनिया की सबसे गुणी मां हैं। सुमन मित्तल जी का बहुत छोटा सा संसार है इस संसार में पति 1 बेटा, 1 बेटी जिनकी शादी हो चुकी है और एक ग्रैंड चाइड रहता है । इस सुंदर से संसार में ही सुमन जी का रोम रोम बसता है । सुमन जी के अच्छे स्वभाग का ही ये नतीजा है कि आस पड़ोस के लोग में इनकी खूब इज्जत है । सब कुछ सही ही चल रहा था,लेकिन ये जीवन है एक समान नहीं चलता । कभी ना कभी कोई ना कोई मुसिबत आ ही जाती है । सुमन जी के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ । एक दिन सुमन जी को अचानक घुटने औऱ पैर में दर्द होना शुरू हो गया । अचानक से ऐसे शदीद दर्द होना उनके समझ से परे था । पति डॉक्टर के पास ले गए, इलाज कुछ दिन तक जारी रहा । सुमन जी आस लगाए रहीं की कुछ दिन बीतने के बाद वो पहले जैसा महसूस करेंगी, लेकिन उनके पैरों का दर्द और भी बढ़ गया । हालत ये हो गई कि उनके पैरों का मुड़ना भी बंद हो गया । अब जब बीमारी आती है तो ठीक होने के लिए इंसान कुछ भी करने को तैयार रहता है । दवाईयों से तो आराम मिला नहीं ऐसे में सुमन जी ने टीवी पर हकीम सुलेमान खान साहब का शो सेहत और जिंदगी पहले से ही देखा हुआ था उन्होंने सोचा क्यों ना एक बार ये भी आजमाया जाए । सुमन जी ने हकीम सुलेमान साहब की टीम से कॉन्टैक्ट किया औऱ फिर उनके कहे अनुसार औषधियों से भरपूर गोंद सियाह का सेवन करने लगीं ।कुछ दिन गुजरा सुमन जी के स्वस्थ में सुधार होने लगा । https://bit.ly/3pdaygZ
दर्द में इस हद तक रिलीफ मिलने से सुमन जी एक तरफ जहां खुश थी वहीं दूसरे तरफ वो ये सोच के अचंभित भी थीं कि कैसे घरेलू नुस्खों और कुछ ही जड़ी बूटियों से उनके पैर का दर्द गायब हो गया ।ये दौर चल ही रहा था कि सुमन जी के पति को उनका पूराना घुटनों का दर्द सताने लगा ।सुमन जी अब निशचिंत थी कि इसका इलाज हकीम जी की दवाईयों से मुमकिन हैं ।लेकिन उनके पति को यूनानी पर यकीन नहीं था । हालांकि सुमन जी के समझाने के बाद पति ने हकीम जी द्वारा सुझाए गए दवाई का सेवन किया । इन दवाईयों के सेवन का रिजल्ट ऐसा आया कि उनके पति के घुटने का दर्द तीन दिन में ठीक हो गया । ऐसा मुमकिन इसलिए भी हुआ क्यों कि उन्होंने संयम के साथ वक्त पर औषधियों का सेवन किया । https://bit.ly/3pdaygZ
हकीम जी के घरेलू नुस्खों ने मित्तल परिवार को सेहत से इस कदर नवाज दिया कि अब पूरा परिवार हकीम सुलेमान खान साहब का मुरीद हो चुका है । हर छोटी बड़ी बीमारी के लिए मित्तल परिवार घरेलू नुस्खो से इलाज करता है । सुमन जी अब इन नुस्खों को लोगों तक पहुंचा रही हैं और यूनानी को तरजीह देने की बात कह रही हैं । सुमन जी कहती हैं कि हकीम साहब के औषधियों से फायादा ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता । ये औषधियां देर से जरूर फयादा करती है लेकिन बीमारी के जड़ पर प्रहार करती हैं ।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
गोंद सियाह क्या है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है । यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्य है । इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू (हिंदी) । यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता हैं । यह एक मध्यप्रमाण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है । गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है । वह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमे उस पेड़ के ही औषधीय गुण पाए जाते हैं गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द, शरीर की कई बीमारियों को हम से दूर रखता है ।