हर साल बारिश के मौसम के बाद बच्चों को कई तरह के संक्रमण वाले रोग हो जाते हैं. यहाँ तक कि इस मौसम में तो बड़े-बूढ़े भी वायरल बीमारियों से नहीं बच पाते हैं. ऐसे में जरुरी है कि आप अपनी देखभाल अच्छे तरीके से करें. अपने आस-पास हो रहे पानी के जमाव को ख़त्म करें. लेकिन इन सावधानियों को बरतने के बावजूद भी अगर आपको किसी प्रकार का संक्रमण हो जाए तो तुरंत ही डॉक्टर के पास जा कर अपने खून की जांच करवा लें. डॉक्टर से इस बात की पुष्टि कर लें कि कहीं ये मलेरिया के लक्षण तो नहीं हैं.
किसी इंसान को बुखार कभी भी हो सकता है. लेकिन बुखार लगने के बाद अगर आपका गला सूखने(प्यास) लगे. इसके अलावा उल्टी होना, बेचैनी लगना या ठण्ड लगना भी मलेरिया के लक्षण (Malaria Symptoms) हो सकते हैं. अगर आपको बुखार के साथ इस तरह का अनुभव हो तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जा कर अपने खून की जाँच करवानी चाहिए.
घरेलु उपाय / Home remedies
- इस दौरान आप सुबह उठकर यदि प्रतिदिन 4-5 तुलसी के पत्ते खाते हैं तो आपकी सेहत में काफी सुधार हो सकता है. तुलसी के पत्ते स्वाइन फ्लु के लक्षण वाले मरीजों के लिए भी लाभकारी होते हैं.
- पानी और हिंग का मिश्रण भी मलेरिया में काफी लाभकारी साबित हो सकता है. 10 ग्राम पानी को उबालकर इसमें 5 ग्राम हिंग मिला लें और फिर इस मिश्रण को मरीज के नाखूनों पर लगाएं ऐसा लगातार 4 दिनों तक करें. इससे आपको निश्चित ही लाभ मिलेगा.
- नीम की पत्तियों और काली मिर्च को पीस कर मिश्रण बना लें अब इसे छान कर थोड़ा-थोड़ा मरीज को देते रहें.
- नींबू काटें और उसके ऊपर काली मिर्च लगाकर उसे आग में पका लें. इसे ऐसे ही मरीज को चाटने दें. इससे भी मरीज को काफी आराम मिलता है.