भारत का एक अपना ही अनोखी साहित्यिक इतिहास और परंपरा है, जो 3,000 वर्ष से अधिक का विस्तार करती हैं. भारतीय अंग्रेजी भाषा के साहित्य का अपेक्षाकृत कम इतिहास हो सकता है, लेकिन फिर भी पुरस्कार विजेता और समीक्षकों द्वारा लिखे मास्टरपीस को कोई भी पुस्तक प्रेमी पढ़ना नही भूलेगा, भारतीय लेखकों द्वारा सर्वश्रेष्ठ उपन्यास की पढ़ाई शुरू करने के लिए, हमने भारतीय लेखकों द्वारा उपन्यासों की एक सूची तैयार की है, जो आज देश में साहित्य के पाठ्यक्रम को बहुत प्रभावित करते हैं.
नोट : भारतीय लेखकों द्वारा सर्वश्रेष्ठ उपन्यास की यह जानकारी द कल्चर ट्रिप डॉट कॉम से ली गई हैं.
भारतीय लेखकों की बेस्ट नोवल की लिस्ट
वाइट टाइगर – अरविंद अडिग का एक 43 वर्षीय भारतीय – आस्ट्रेलियन हैं. जिनका जन्म चेन्नई में वर्ष 1974 में हुआ था. उन्होनें अपना करियर फाइनेंसियल टाइम्स के साथ पत्रकार के तौर पर शुरू किया था, बाद में वर्ष 2008 में जब उन्होनें अपनी पहली नोवल वाइट टाइगर लिखी तो उसके लिए उन्हें मैन बुकर पुरस्कार मिला था.आपको बता दें कि मैन बुकर पुरस्कार अंग्रेजी साहित्य में दिए जाने वाला सर्वश्रेष्ठ अवॉर्डों में से एक है, भारतीय लेखकों की बेस्ट नोवल समकालीन भारत में सामाजिक वर्ग की असमानताओं और विरोधाभासों के लिए व्यापक रूप से सराहा गया था. यह पुस्तक एक रोमांचकारी व्यक्ति की कथा है जो गरीबी से पीड़ित छोटे गांव के एक गरीब युवा बलराम हलवाई के नजरिए को बताती है. जो एलीट लोगों के लिए एक चालक के रूप में काम करने के लिए दिल्ली जाते हैं.
नेक्टर इन ए सीव – भारतीय लेखक की बेस्ट नोवल, कमला मार्कण्डेय द्वारा लिखी गई नेक्टर इन ए सीव, वर्ष 1955 में आई थी. यह कहानी है बीसवी शताब्दी के मध्य में बदलते भारत की, जिसमें ग्रामीण भारत में रहने वाली रूकमणी के नजरिए से कहानी कही गई हैं. जिसमें अपने गांव में बड़ी चमड़े के कारखाने के आगमन के बारे में लाए गए बदलावों के लिए, नाथन के साथ शादी करने के लिए, एक किसान ने शादी की व्यवस्था की थी, इस उपन्यास में विशिष्ट विषयों की समृद्ध रेंज शामिल है. जो इसे भारतीय लेखकों की बेस्ट नोवल की लिस्ट में डालता हैं.
ग्रेट इंडियन नोवल – भारतीय लेखकों की बेस्ट नोवल की सूची में यह भारतीय संसद के सदस्य और देश के पूर्व विदेश मंत्री शशि थरूर द्वारा लिखी हुई यह नोवल वर्ष 1989 में पब्लिश हुई थी. जिसमें भारतीय स्वतंत्रता को महाभारत के संदर्भ में रखकर लिखा गया था. इसमें भारतीय स्वतंत्रता के नायको को महाभारत के पात्रों में रखकर यह अंग्रेजी साहित्य लिखी गई हैं.
ट्रेन टू पाकिस्तान – साल 1956 में लिखी गई यह ऐतिहासिक नोवल ब्रिटीश भारत के विभाजन पर आधारित हैं. जिसमें विभाजन के समय में अलग-अलग पहलू दिखाए गए हैं. खुशवंत सिंह द्वारा लिखा गया यह उपन्यास विभाजन के दौरान हुए गदर और नुकसान अलग नजरिए से दिखाता हैं. यही कारण है जो इसे भारतीय लेखकों द्वारा सर्वश्रेष्ठ उपन्यास की सूची में रखता हैं.
पैलेस ऑफ़ इल्यूजन – चित्रा बनर्जी दिवाकरूणी की यह अवॉर्ड विनिंग नोवल भारतीय पौराणीक कथा महाभारत पर बना हैं. जिसमें द्रौपदी के नजरिए को या कहें पांचाली की नजर से पूरी कथा को कहा गया है, इसमें बताया गया है कि पांचाली की युद्ध से पहले और बाद की कहानी. हालांकि इसमें असली महाभारत के नजरिए को बहुत कम पेश किया गया हैं. इसलिए द्रौपदी के नजरिए पर लिखी गई इस नोवल को पैलेस ऑफ इल्यूजन नाम दिया गया, इसका अलग होना ही इसे भारतीय लेखकों की बेस्ट नोवल बनाता हैं.
द गाइड – भारतीय लेखकों की बेस्ट नोवल या कहे लेखक की विश्व प्रसिद्ध नोवल द गाइड, भारत के पूर्व राष्ट्रपति आर के नारायण की सबसे ज्यादा पढ़ी गई नोवलों में से एक जो मालगुड़ी नाम के कल्पित गाँव की कहानी हैं. जिसमें गाइड रेलवे राजू की कहानी को बताता हैं. वह एक भ्रष्ट गाइड होता हैं, लेकिन कुछ जीवन बदलने वाले अनुक्रमों के बाद वह एक अध्यातमिक गाइड बन जाता हैं.आपको बता दें कि आर के नारायण भारत के 10वें राष्ट्रपति थे जिन्होनें वर्ष 1997 से 2002 तक प्रेसिडेंट ऑफिस को संभाला था. वह अपने कुशल लेखन के लिए भी काफी प्रसिद्ध थे. वह शिक्षा के मामले में उन्होनें एम ए अंग्रेजी में किया हुआ था. भारतीय लेखकों द्वारा सर्वश्रेष्ठ उपन्यास में काफी ऊपर आने वाला द गाइड वर्ष 1958 में प्रकाशित हुआ था, जिसे बाद में साल 1960 में भारतीय साहित्य अवार्ड मिला था.
इन कस्टडी – वर्ष 1978 में भारतीय साहित्य पुरस्कार जीतने वाली अनिता देसाई, उन चुनिंदा लेखकों में आती है जिनको तीन से ज्यादा बार बुकर पुरस्कार के लिए शॉर्टलिस्ट किया जा चुका हैं. साल 1984 में इसी नोवल के लिए उन्हें पहली बार बुकर पुरस्करा के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था.भारतीय लेखकों की बेस्ट नोवल में से एक इन कस्टडी छोटे शहर में रहने वाले देवेन शर्मा नाम के ऊर्दू स्कॉलर के बारे में बताती हैं. जो एक साधारण जिंदगी जीने के साथ कॉलेज के छात्रों को पढ़ाने में निकालता हैं. लेकिन एक दिन जब उसे ऊर्दू के सबसे बेहतरीन कवि से साक्षात्कार करने का मौका मिलता हैं. तो वह उस मौके को ज्यादा अच्छे से भूनाने की सोचता हैं.
गॉड ऑफ स्मॉल थींगस् – बुकर पुरस्कार जीतने वाली अरुंधती रॉय की यह नोवल 1960 के केरला में जाती के नाम पर भेदभाव को दर्शाती हैं. साथ ही कम्युनिजम के बारे में भी बताती हैं. यह कहानी है दो गुणभेद जुड़वाओं की और उनके परिवारों की अलग-अलग जिंदगी की, काम की लेखन की और प्रसिद्ध कार्यकर्ताओं की, जो इसे भारतीय लेखकों की बेस्ट नोवल में शामिल करता हैं.
ए फाइन बैलेंस – वर्ष 1995 में प्रकाशित भारतीय लेखकों की बेस्ट नोवल रोहिटंन मिस्त्री की यह दूसरी नोवल हैं. जो 1975 में सरकार द्वारा लगाई गए अपातकाल के बारे में बताती हैं. यह कहानी है चार अजनबीयों की जो जिंदगी के अलग-अलग पड़ाव पर है, यह कहानी बताती है कि कैसे आपातकाल ने सभी को सोशल, पोलिटिकल और आर्थिक आधार पर नुकसान किया था. वर्ष 1996 में इस नोवल को बुकर पुरस्कार के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था.
ए सूटेबल बॉय – भारतीय लेखकों द्वारा सर्वश्रेष्ठ उपन्यास की लिस्ट में आने वाला यह साहित्य, विक्रम सेठ द्वारा लिखा गया चार परिवारों की कहानी हैं. जो नए-नए स्वतंत्रता मिले और विभाजन के बाद वाले भारत को दर्शाती हैं. यह कहानी है रूपा मेहरा नाम की जो अपनी बेटी के लिए कोई योग्य लड़का तलाश रही हैं. यह कहानी बताती है आज़ादी के बाद की राजनीति, कास्ट समस्या और धार्मिक उत्पात के बारे में, यह 1349 पेज़ की नोवल सबसे बड़ी एक ही संस्करण में छपने वाला अंग्रेजी का साहित्य हैं.
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