आजकल के युवाओं(Youth) में डिप्रेशन आम बात हो चली है और युवाओं को कही ना कही अंदर ही अंदर खा रही है. अवसाद(Depression) के कई कारण होते है. जिस वज़ह सें करीब दस लाख सें भी ज्यादा युवा इस बीमारी का शिकार(Effected) होते नज़र आ रहे हैं. छोटी-छोटी बातों को लेकर परेशान होना और फिर गलत संगत को अपनाकर अपनी ही ज़िन्दगी का गला अपने हाथों से घोट रहे है. सबकी ज़िन्दगी में कोई न कोई परेशानी होती हैं और उसके बारे में सोचना गलत नहीं है. लेकिन ज़रूरत से ज्यादा सोचना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. जब कोई व्यकित डिप्रेशन(Depression) में होता है तो ज्यादा साचने के कारण, वह अपने आप से दूर होता जाता है. उसी माहौल से बचने के लिए. जाने क्या है डिप्रेशन के लक्षण?
अवसाद के लक्षण (Symptoms of depression)
- हर वक़्त थकान(Tired) जैसा महसूस होना.
- सर(Headache) में ज्यादातर दर्द रहना.
- खाना-पान में बदलवा आना या खाने का मन न करना.
- अपनी ज़िन्दगी के प्रति उलझा हुआ नज़रिया रखना.
- किसी भी कार्य को करने में असमर्थ महसूस करना या फैसला न कर पाना.
- काम में मान नहीं लगना.
- बिना किसी कारण वजन(Weight) का निरंतर रूप से बढ़ना-घटना.
- नींद में अचानक से उठ जाना.
- सोभाव में चिड़चिडापन रहना.
- किसी भी खुशी का आनंद न ले पाना.
- हर छोटी बात पर रोना या हर वक़्त उदास रहना.
डिप्रेशन से बचने के सुझाव (Solutions for Avoiding Depression)
- अकेले न रहे.
- योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं.
- नशीली वस्तुओं से दूर रहे.
- अपनी भावनाओं को दोस्तों से साझा करें.
- नई जगहों व नई चीजों के बारे में जाने.
डिप्रेशन(Depression) आदमियों की तुलना में औरतों में ज्यादा देखा गया है. इसका कारण कही न कही उनके साथ हुई फ्यिकल वायलेंस (Physical violence) या दुर्व्यवहार को माना जाता है. डिप्रेशन के लक्षण आम रूप से 20 साल की उम्र को माना जाता है. यह बीमारी न बढ़े, इसके लिए डॉक्टर खुश रहने की सलाह के साथ-साथ एंटी-डिप्रेशन(Anti Depression) दवाईयां भी देते है.