गणेश जिसका अर्थ होता है गणों का ईश्वर, हिंदू मान्यताओं के अनुसार किसी भी शुभ काम को शुरू करने से पहले गणेश जी की पूजा की जाती हैं. गणेशजी को भगवान शिव और माँ पार्वती का छोटा पुत्र कहा जाता है. वहीं रिद्दी सिद्दी को गणेश जी की अर्धागनी और शुभ लाभ को गणेशजी का पुत्र कहा जाता हैं. इसके अलावा किसी भी मुसीबत से निकलने का कोई रास्ता ना होने पर गणेश जी की अराधना तुरंत फल देने वाली हैं. इसलिए आज हम आपको बताएंगे गणेश मंत्र जिनके जाप से कोई भी परेशानी दूर हो सकती हैं.
दोषो को भगाने वाला वह श्रीगणेश मंत्र है –
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।।
यह गणेश गायत्री मंत्र है जिसका जाप करने से व्यक्ति का भाग्य चमक जाता है और भगवान गणेश की विशेष कृपा होती हैं.
दूसरा मंत्र है गणेश शुभ लाभ मंत्र
ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नम:।।
इस मंत्र का अर्थ होता है कि भगवान गणेशजी की कृपा और आशीर्वाद हमें हर जन्म में मिलती रहें और हम एक स्वस्थ होने के साथ-साथ सारी बाधाओं को दूर कर एक खुशहाल जीवन देने की कामना करते हैं.
तीसरा है तांत्रिक गणेश मंत्र
ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरू गणेश।
ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति। करों दूर क्लेश।।
इस गणपति मंत्र का जाप करने से जीवन में क्लेश आदि समाप्त हो जाते हैं और धन, धान्य विघा और शांति की प्राप्ति होती हैं.
चौथा है गणेश कुबेर मंत्र
ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।
यह आपार लक्ष्मी देने वाला श्रीगणेश मंत्र है, इस मंत्र का नियमित जाप करने से पैसा आने के नए जरिए बनते हैं और खुशियां आने लगती हैं.
पाँचवा है वक्रतुण्ड गणेश मंत्र
वक्रतुण्ड महाकाय कोटिसूर्य समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरू मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।।
इस गणपति मंत्र का प्रयोग भगवान द्वारा अपनी कृपा बनाए रखने और कार्य को बिना किसी बाधा के संपन्न होने के लिए किया जाता हैं.