ऐतिहासिक स्मारकों के शौकीन लोगों के लिए भारत का दिल माने जाने वाला मध्य प्रदेश घुमने के लिए एक अच्छा विकल्प है. यहाँ बहुत सी ऐसी स्मारक है जिनको देख आपकी आंखे खुली रह जाएगी. बनावट से लेकर हर स्मारक की खुबसूरती की बात ही अलग है. आज के आर्टिकल में हम आपको मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक जगहों के बारे में चर्चा करेंगे.
- जय विलास
यह 19वी शताब्दी में ग्वालियर के महाराजा जयाजिराव सिंदिया ने 1874 में इस किले का निमार्ण करवाया था. आज के समय में भी यहां शाही सिंदिया साम्राज्य के लोग निवास करते हैं. इस किले को बनाने का कार्य यूरोपियन आर्किटेक्ट माइकल फिलोस को दिया गया था, जिन्होंने इस किले को 3 मंजिलों में अलग-अलग आर्किटेक्चरल तरीकों से बनाया था. पहला भाग टस्कन, दूसरा भाग इटालियन-डोरिक और 3 भाग कोरिंथयन स्टाइल में बना हुआ है. यह किला कुल 1,240,771 के क्षेत्र में फैला हुआ है. यह किला अपने दरबार हॉल के लिए प्रसिद्ध है जिसमें सोने के आभूषण के साथ-साथ सोने के पानी से सजाया गया है. दरबार हॉल में एक विशाल झूमर के साथ विशाल कारपेट भी बिछया गया है. इस महल में 400 कमरे है जिसमें से 40 कमरे म्यूजियम के तौर में इस्तेमाल किए गए है जहाँ उस वक़्त के डोली, बग्घी व अस्त्र-शस्त्र रखे गए है.
- जहाज़ महल
मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक जगहों में एक शहर है जिसके 2 तालाब- कापुर और मुंज के ऊपर यह महल बना है जो देखने में एक जहाज़ की तरह लगता है इसलिए इसका नाम जहाज़ महल रख गया. इस महल का निर्माण मांडू शहर में खिलजी राजवंश के राजा घिया-उद-दीन खिलजी ने द्वारा हुआ था. यह महल व्याभिचारी राजा की बीवियों के निवास के रूप में भी जाना जाता है. यह महल 2 मज़िला है और इस के अंदर कई खंभे, फव्वारे, कैनॉल, मेहराब व खपरैल की छत बनी हुई है. इस महल की खुबसूरती झीलों के करीब बैठ महसूस कर सकते है.
- रजवाड़ा महल
यह मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में स्थित है. यह महल 7 मंजिला है और शहर के बीचो-बीच स्थित है. करीबन 200 साल पूर्व इस महल का निर्माण हुआ था और तो और इस महल में कई तरह की वास्तुशैलियों का इस्तेमाल किया गया है जैसे कि मराठा, फ्रैंच, मुग़ल आदि. इस महल की ख़ासियत यह है कि पूरा महल लकड़ी व पत्थर से बना हुआ है इसलिए जो कोई भी इंदौर जाए उस व्यक्ति को एक बार इस महल को देखने के लिए जाना चाहिए.
- चंदेरी किला, चंदेरी
यह किला मध्य प्रदेश के चंदेरी शहर का सबसे प्रसिद्ध किला माना जाता है और इसका निर्माण राजा कीर्ति पाल ने शहर से करीबन 71 किलोमीटर ऊंचाई पर करवाया है. इस किले पर कई दफा शत्रु द्वारा हमले हुए है और कई बार इसका पुन: निर्माण भी हुआ है. इस किले में 3 दरवाज़े है जिसमें सबसे ऊपर बने दरवाजे का हवापुर है और नीचे में बने दरवाजे का नाम खुनी दरवाज़ा है. एक दरवाज़ा दक्षिण पश्चिम में है जिससे कट्टी-घट्टी कहा जाता है. इस किले के अंदर कई आकर्षित चीज़े देखने के योग्य है जैसे कि अब्दुल रहमान की कब्र, खिलजी मस्जिद, नौखंडा महल आदि.
- मदन महल
मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक जगहों में से एक मदन महल का किला है. यह किला जबलपुर में स्थित है जिससे राजा मदन सिंह ने अपने शासनकाल में बनवाया था. यह किला राजा मदन सिंह की माँ दुर्गावती से जुड़े होने के साथ-साथ शहर से 2 किलोमीटर दूर इसका निर्माण किया गया था. वैसे तो किला अब खंडहर हो गया है लेकिन फिर भी इस किले को देख पुराने समय का रहन-सहन का पता लगाया जा सकता है कि किस तरह शाही अंदाज़ के साथ रहते थे.
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