प्राकृति ने हमें उपहार के तौर पर कई सारी चीजें दी है. ऐसे कई सारे पेड़-पौधे हैं जो हमें आयुर्वेदिक औषधी प्रदान करते हैं. उनमें से एक कैश्चर का पौधा भी है. जिसे हिंदी में अरंडी या रेड़ी कहते हैं. इसके बीज से बनने वाला तेल बेहद ही लाभकारी होता है. इसके इस्तेमाल से कई उपचार किए जा सकते हैं. अरंडी के तेल का प्रयोग कर त्वचा से लेकर बालों तक के कई समस्याओं का समाधान पाया जा सकता है.बशर्ते आपको इसके प्रयोग का सही तरीका मालुम हो. यह तेल थोड़ा चिपचिपा और हल्के पीले रंग का होता. हर परेशानी के लिए इसके इस्तेमाल का तरीका अलग होता है.
अरंडी के तेल को उपयोग करने के तरीके
झड़ते बालों के लिए
ख़राब दिनचर्या के का असर सीधे हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है. जिसके कारण हमारे बाल झड़ने लगते हैं. बालों के झड़ने का मुख्य कारण प्रदुषण, हमारा खान-पान और बालों का देख भाल सही तरीके से नहीं कर पाना होता है. झाड़ते बालों को रोकने के लिए अरंडी का तेल एक वरदान साबित हो सकता है. अरंडी के तेल को हल्का गर्म करके अपने स्कैल्प पर हल्का-हल्का मसाज करें. इससे आपके स्कैल्प के रोम छिद्र खुल जाएंगे और बालों का झाड़ना कम हो जाएगा.
टैन स्किन के लिए
अक्सर धूप के कारण हमारे स्किन का रंग डार्क हो जाता है. जिसके कारण स्लीवलेस कपड़े पहनने में हम असहज महसूस करते हैं. अरंडी के तेल में टैन स्किन को सही करने की क्षमता होती है. इसके लिए आप अरंडी के तेल को रूई में लगा कर अपने स्किन पर हल्के हाथों से लगाएं. इस उपचार को एक महीने तक लगातार करें. इससे आपके स्किन का रंग साफ़ भी होगा और स्किन सॉफ्ट भी हो जाएगी.
कील मुहांसो के लिए
युवा उम्र में अक्सर लड़के-लड़कियां मुहांसों की समस्या से परशान रहते हैं. आमतौर पर जिन्हें मुहांसे की समस्या होती है वो तेल से दूर भागते हैं. लेकिन अरंडी का तेल आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है. इसके लिए आप सबसे पहले अपने चेहरे को गर्म पानी से धो लें. इससे आपके चेहरे के रोम छिद्र खुल जाएंगे. उसके बाद अरंडी के तेल से धीरे-धीरे अपने चेहरे का मसाज करें. तेल को रात भर चेहरे पर लगे रहने दें. सुबह इसे ठंडे पानी से धो लें. अरंडी में रईसोलोनिक एसिड मौजूद होता है. जो मुहासों में मौजूद बैक्टेरिया से लड़कर उसे नष्ट कर देता है.
स्ट्रैच मार्क हटाने के लिए
गर्भावस्था के कारण महिलाओं के स्किन में स्ट्रैच आ जाते है.जिसके कारण स्किन पर निशान पड़ जाते हैं. अरंडी के तेल से ऐसे स्ट्रैच मार्क को आने से रोका जा सकता है. गर्भावस्था के आखिरी दो महीनें पहले हफ्ते में दो दिन अरंडी के तेल से हल्का मसाज करें. ऐसा करने से आपके कमर और पेट पर स्ट्रैच मार्क नहीं आएंगे.
दाद का इलाज
अरंडी और नारियल के तेल का मिश्रण दाद को जड़ से हटाने के लिए बेहद लाभकारी साबित हो सकता है. इन दोनों तेलों को मिला कर दाद वाले जगह पर लगाएं. इनके मिश्रण से एनडरएलेलेनिक नमक एसिड उत्पन्न होता है. जो दाद जैसे चर्म रोग को ख़त्म कर देता है. इसका इस्तेमाल हर उम्र के लोग कर सकते हैं.