एक बार फिर से शर्मसार हुआ देश। फिर से दहला देशवासियों का सीना। ऐसा भयानक मंजर जिसको सुनकर ही लोगों की रुह कांप उठीं और हर तरफ इस घिनौनी वारदात के चर्चों ने लोगों को डरकर सहमें रहने पर मजबूर कर दिया है। अब तो हर माता-पिता अपने बच्चों को कहते हैं समय पर और जल्दी घर आना। वाकई दौड़ते-भागते इस चमकीले शहर के काले सच ने लोगों को खून खौला दिया है। साल में ना जाने कितनी बार एक मिडिल क्लास लड़की तड़प-तड़पकर अपनी जान गवांती हैं। ना जानें कब उनकी चींखे उनका दर्दभरा सिसकना और उनकी जान की अहमियत का एहसास का न्याय करेगी सरकार? ऐसे तमाम प्रश्न एक बार फिर से लोगों के जह्न को तोड़ रहे हैं?
दिल्ली में साल 2012 में हुआ बेरहमी से निर्भया कांड के बाद दिल दहलाने वाला एक नया मामला सामने आया है। जिसने पूरे देशवासियों की आंखों में पानी और चिंता ला दी है। सभी के सामने एक ही सवाल रहता है आखिर कब तक देश की लड़कियों को इन घिनौनी हरकतों को सहन करके मौत के घाट उतरना होगा। ऐसी स्थिति में लड़की के साथ उसके घरवालों की जिंदगी बर्बाद हो जाती है। जो बच्ची अपनी किलकारियों से पूरे घर को रोशन करती है, वहीं, अपनी मेहनत के बल पर माता-पिता का नाम ऊंचा करती हैं ऐसे में उसकी लाश को अपनी आंखों के सामने देखने वाली स्थिति को केवल माता-पिता ही महसूस कर सकते हैं, लेकिन इस पर सरकार क्यों नहीं कड़े कदम उठा रही है ये सवाल हर माता-पिता और देशवासियों के जह्न में आता है? आखिर क्यों नहीं उन दरिंदों को उस लड़की का दर्द महसूस होता है, जो उसके साथ बेरहमी से घिनौना/गंदा काम करते हैं…
इन दिनों पूरे देश को प्रियंका रेड्डी के साथ हुई हैवानियत के खौफनाक मंजर ने हिलाकर रख दिया है, जी हां, हम बात कर रहे हैं तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में प्रियंका रेड्डी के साथ हुआ खौफनाक बलात्कार जिसका पूरा मामला सुनकर ही आपकी रुह कांप जाएगी और आप अपने घर के बच्चों को लेकर चिंतित होने लगेगें। तो चलिए जानते हैं इस पूरी वारदात का काला सच। किस तरह हवस के दरिंदों ने दिया इस घिनौने काम को अंजाम…..आपको बता दें कि, प्रियंका रेड्डी पेशे से पशु चिकित्सक थीं। उनकी उम्र महज 27 साल बताई जा रही है। यह युवती हैदराबाद के शादनगर की रहने वाली हैं। रोज़ाना सुबह उठकर वह अपनी ड्यूटी को पूरी शिद्दत से निभाती थीं। वह रोज़ाना हैदराबाद-बेंगलुरु नेशनल हाईवे स्थित टोंडुपल्ली टोल प्लाजा पर अपनी स्कूटी पार्क करती थीं। उससे आगे वह कैब करके क्लिनिक तक पहुंचती थीं। ऐसे में प्रियंका को क्या पता था 27 नवंबर गुरुवार का दिन उनके लिए किसी अभिशाप से कम नहीं होगा… प्रियंका के घर से करीबन 30 किलोमीटर की दूरी पर साइबराबाद में उनका अस्पताल था। जिसमें वह काम करती थीं। जब प्रियंका बुधवार रात को अपनी स्कूटी लेने टोल प्लाज़ा पर पहुंचीं। वहां पहुंचकर उन्हें पता चलता है देर रात उनकी स्कूटी पंक्चर है। फिर डॉक्टर युवती ने रात 9.22 बजे फोन करके अपनी बहन को बताया कि, उसकी स्कूटी पंक्चर हो गई और इस सूनसान सड़क पर उनको डर लग रहा है। ऐसे में एक व्यक्ति उनकी मदद के लिए सामने आया है। वह पंक्चर की दुकान देखने गया है। इसके बाद दोबारा फोन करके युवती बताती है कि, उनकी मदद करने वाला व्यक्ति कह रहा है कि, आसपास की सभी दुकानें बंद हैं और पंक्चर ठीक करवाने के लिए गाड़ी को कहीं और ले जाना होगा। डरी-सहमी युवती ने हिम्मत करके आगे जाने की कोशिश की, लेकिन उन हैवानियतों से भरे दरिंदों ने उसकी मजबूरी का फायदा उठाकर अपने भड़ास को निकाला।
पुलिस ने बताया पूरा मामला
पुलिस के मुताबिक, उन अजनबियों से महिला मदद लेने को तैयार हो गई थी और अपनी स्कूटी उनको देकर टोल प्लाज़ा पर खड़ी उनका इंतज़ार करने लगी। यहां से वारदात की शुरुआत हुई। पूरी प्लानिंग के साथ इस शर्मनाक घटना को अंजाम दिया गया। वहां एक बस खड़ी थी जिसके पीछे लोगों ने टोंडुपल्ली टोल प्लाजा से तकरीबन 50 मीटर दूर महिला को उसका मुंह बंद करके झाड़ियों में खींच लिया। पुलिस ने आगे बताया कि, इसके बाद महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। फिर बाद में, उसकी हत्या करके शव को कुछ दूरी पर ले जाकर निर्माणधीन पुल के नीचे जला छोड़कर वहां से चले गए। इसके अलावा शव से करीबन 100 मीटर की दूरी पर महिला के निजी वस्त्र पड़े हुए थे। इसी के आधार पर पुलिस को शक हुआ कि महिला के साथ पहले आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया और फिर हत्या करके जलाने की कोशिश की। अगली सुबह जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंचीं तो गुमशुदगी की रिपोर्ट के आधार पर महिला के परिवार वालों से संपर्क किया। जिन्होंने शव के कपड़ों और गले के लॉकेट के आधार पर शव की पुष्टि की।
परिवारवालों का आरोप
परिवारवालों ने आरोप लगाया कि, इस मामले पर पुलिस ने भी देरी दिखाई। साइबराबाद पुलिस उन्हें दौड़ाती रही। यदि पुलिस तुरंत इस मामले पर कार्रवाई करती तो हमारी बेटी आज जिंदा होती। मां ने बताया कि, इस घटना के बाद मेरी छोटी बेटी थाने में रिपोर्ट दर्ज करने गई, लेकिन उसे दूसरे थाने शमशाबाद भेज दिया गया। पुलिस ने कहा कि, ये मामला उनके क्षेत्र में नहीं आता है। वहीं, प्रियंका की छोटी बहन ने कहा कि, एक पुलिस स्टेशन से दूसरे पुलिस स्टेशन जाने में हमारा समय खराब हुआ। अगर इस मामले पर पुलिस तुरंत हरकत में आती तो आज मेरी बहन जिंदा होती। मामला दर्ज होने के बाद परिवारवालों के साथ कुई सिपाही लगाए गए और सुबह चार बजे तक डॉक्टर युवती की तलाशी की गई, लेकिन फिर भी उसका पता नहीं चल पाया। पीड़िता की मां मांग है कि, मेरी बेटी मासूम थी। उसके दोषियों को भी जिंदा जलाकर सजा दी जाए। इस दर्दनाक घटना ने पूरे देश के लोगों को स्तब्ध कर दिया है। इस मामले पर लोगों को आक्रोश बढ़ गया है। जिसका असर संसद से लेकर सड़कों तक नज़र आ रहा है। लोगों ने डॉक्टर के आरोपियों को फांसी देने की मांग की है। जिसके लिए वह सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। वहीं, इस पूरी घटना को लोगों ने निर्भया कांड से जोड़ा है। हालांकि, निर्भया मामले के दोषियों को फांसी की सजा सुनाई तो गई, लेकिन अभी तक मामला पुर्नविचार याचिकों में लटका है। अब इस घटना के पश्चात् नाराज़ लोगों ने सार्वजिनक तौर पर दोषियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर आक्रोश
आजकल सोशल मीडिया पर प्रियंका रेड्डी को लेकर आंदोलन लगातार कायम है। लोगों के अंदर आक्रोश का स्तर बढ़ता जा रहा है। धीरे-धीरे इस मामले के कई पहलू खुल रहे हैं। वहीं, सोशल मीडिया पर लोग न्याय की मांग करते हुए सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि अब तो महिलाओं को इंसाफ दिया जाए। साथ ही, सोशल मीडिया पर लोग इस मामले की तुलना राजधानी दिल्ली के निर्भया कांड मामले से कर रहे हैं। वहीं, तस्वीरों को साझा करते हुए प्रियंका के लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं।
गृह राज्य मंत्री मोहम्मद महमूद अली का बयान
डॉक्टर प्रियंका रेड्डी गैंगरेप मामले में गृह राज्य मंत्री मोहम्मद महमूद अली ने बयान दिया। उनका कहना है कि, उनके राज्य में अपराध बाकी राज्यों से कम होता है। यहां की पुलिस एकदम अलर्ट रहती है। इसमें गलती डॉक्टर की थी उसे अपनी बहन की बजाय पुलिस को 100 नबंर पर कॉल करना चाहिए था। अगर वह ऐसा करती तो जिंदा बची होती।
मामले पर तालासनी श्रीनिवास यादव का बयान
इस मामले को सुनकर तालासनी श्रीनिवास यादव पीड़िता के घर शोक व्यक्त करने पहुंचे और उन्हें सरकारी नौकरी का आश्वासन भी दिया। साथ ही, वहां महिला सदस्यों को सलाह भी दी कि, नई तकनीकों का इस्तेमाल करें और परेशानी के समय 100 नंबर पर ही तुरंत कॉल करें। पुलिस को कॉल करने का मंत्रियों ने मुद्दा बना लिया। इनके मुताबिक, हर कोई सही था। बस डॉक्टर प्रियंका ने 100 नंबर पर कॉल ना करके गलती की थी। इस मामले पर अच्छी सफाई देकर मंत्रियों ने किनारा कर लिया है, जोकि काफी शर्मनाक है। वाकई देश की पुलिस अगर इतनी ही अलर्ट होती तो टोल प्लाजा के आस-पास गश्त करती दिखती, वहीं जिस जगह डॉक्टर प्रियंका को जलाया गया, वो रात भर जलती रही, उसका शरीर कोयला बन गया लेकिन इस बीच कोई नहीं आया।
तेलांगना सबसे असुरक्षित राज्य
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार, 18 साल से 30 साल की उम्र की युवतियों के लिए यह राज्य असुरक्षित है। तेलंगाना देश में सबसे असुरक्षित राज्य है। साल 2017 में यहां दर्ज दुष्कर्म के कुल मामलों में 91 फीसदी पीड़ताएं 18 से 30 साल की हैं, जो देश में सबसे ज्यादा है। हालांकि, दुष्कर्म के सबसे ज्यादा मामले मध्यप्रदेश में सामने आए हैं।
बॉलीवुड स्टार्स ने जाहिर किया गुस्सा
प्रियंका रेड्डी के साथ हुए दुष्कर्म की खबरों को सुनकर लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। प्रियंका रेड्डी की निर्मम हत्या के बाद भी देश में रेप एंड मर्डर पर काबू पाना चुनौती सा बना है। ट्वीटर पर आम यूजर्स के अलावा सेलिब्रटिज्स पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं और इंसाफ की मांग कर रहे हैं। बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान ने इस केस को लेकर ट्वीट किया है कि, देश प्रियंका रेड्डी सामूहिक बलात्कार से पूरी तरह सदमे में है। बॉलीवुड हस्तियों ने ट्वीट करके सख्त कानून नियम लागू करने की मांग की है। अक्षय कुमार, यामी गौतम, शबाना आज़मी, फरहान अख्तर और अनुपम खेर ने बलात्कारियों के खिलाफ अपने गुस्से को व्यक्त करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया। साथ ही सलमान खान ने दोषियों को खराब किस्म का शैतान कहा। भाईजान ने देश से अनुरोध किया कि वे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसे अभियानों को सिर्फ अभियानों को सिर्फ अभियान तक ही सीमित न रहने दें। वहीं, इन आरोपियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की मांग की।