भारत का असम राज्य अपने हरे-भरे जंगल और विविध संस्कृति के कारण काफी महशूर है. असम के जीवन और यहाँ कौन-सी जगह पर्यटन के नजरिए से अच्छी है इस आर्टिकल के द्वारा जानकरी देंगे.
असम उत्तर में भूटान और अरूणाचल प्रदेश, पूर्व में नागौलैंड और मणिपुर और दक्षिण में मिजोरम की सीमाओं से जुड़ा हुआ है. असम के जीवन की बात की जाए तो असम का पहनावा अब बदल गया है. आज के समय में यहां के युवा भी पश्चिमी सभ्यता के वेशभूषा को अपना चुके हैं लेकिन असम की वेशभूषा को अगर आपको देखना है तो उनके पारंपरिक त्यौहारों में आज भी वही पहनावा देख जा सकता हैं.
दोनों महिला व् पुरुष के अलग-अलग पहनावे होते हैं. महिलाओं की ड्रेस दो भागों में विभाजित है ऊपर का हिस्सा एक विशिष्ट प्रकार का चादर से ढका जाता है और वही नीचे के पहनावे को मेखला कहा जाता है. पुरुषों में भी ऊपर की तरफ एक विशिष्ट प्रकार का चादर ओढा जाता है जिसे गामोशा कहा जाता है और नीचे धोती पहनी जाती है. असम चाय की खेती के लिए भी काफी महशूर है.
असम के जीवन की बात हो रही है तो देश के विभिन्न हिस्सों से विभिन्न जातियों और संस्कृति के लोग असम में बसे हुए है इसी कारण असम में कई संस्कृतियों को एक साथ देखा जा सकता है. इस राज्य के महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्रों में से कामाख्या मंदिर, उमानंदा मंदिर, नवग्रह मंदिर और सतरस है.
असम में कई प्रकार की साहसिक गतिविधियां का अनुभव ले सकते जैसे- रिवर क्रूज, रिवर राफ्टिंग, एंगलिंग, पर्वतारोहण, ट्रैकिंग, माउंटेन बाइकिंग, पैरासैलिंग और हैंग ग्लाइडिंग आदि. असम त्यौहारों, मेलों और संस्कृति का राज्य है.असम के कई त्यौहार यहां की समृद्ध संस्कृति, मान्यताओं और उनकी परंपरागत जीवन शैली को दर्शाता है. इस राज्य के कुछ प्रमुख त्यौहार है जैसे- बिहु, रोंगकेर, बैसागु, जॉनबिल मेला और बैखो.
जिन लोगों को वन्यजीव पर्यटन का शौक़ है वह अक्सर यहाँ आया करते है इसलिए इस राज्य को वन्यजीव पर्यटन के लिए भी जाना जाता है. असम में राष्ट्रीय उद्यान के साथ-साथ अन्य अभयारण्य प्रमुख पर्यटन स्थल का हिस्सा है. इस राष्ट्रीय उद्यान में सभी प्रकार के दुर्लभ जीवों व अन्य प्रजातियों को रखा जाता है. काजीरंगा वन्यजीव अभयारण्य सबसे विशेष स्थल है इसके सिवा यहाँ कई ऐसी जगह है जहाँ आप कई प्रकार की साहसिक गतिविधियां भी भी कर सकते है. काजीरंगा वन्यजीव अभयारण्य को यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थल के रूप में मान्यता दी है, यहां कई प्रकार के जीव और जन्तु है जैसे- गोल्डन लंगूर, बंगाल फ्लोरिकॉन, पायम हॉग, व्हाइट – विंग्ड वुड डक आदि.
यहां आपको कई प्रकार की चिडि़यों को देखने का अवसर भी मिलेगा जैसे- प्रवासी पक्षी, शिकारियों, जल पक्षियों और गेम वर्ड्स. इस जगह के सिवा मानस राष्ट्रीय पार्क भी यहां का प्रमुख है. देश की पहली बाघ अभयारण्य परियोजना मानस है और इसे भी अन्य वन्य प्रजातियों के लिए घर करार दिया गया है.
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