भारत एक ऐसा देश जहाँ की परंपरा, कला, नृत्य सभी लोगों को आकर्षित करता है, लेकिन सबसे ज्यादा यहाँ लोग आते है घुमने-फिरने के लिए उस हिसाब से तो भारत महशूर है अपनी सुन्दरता अर्थात मंदिरों, महलों यानि ऐतिहासिक इमारतो के लिए. आज के आर्टिकल में हम आपको भारत के महशूर मंदिरों के बारे में बताएँगे, जिनमें बहुत ही सुंदर नक्कशी हुई है. यदि आप कभी भारत आए या कभी मंदिरों की यात्रा पर निकले तो इन मंदिर में ज़रूर अपनी उपस्तिथि दर्ज करवाए.
- बृहदेश्वर मन्दिर
यह तमिलनाडु के तंजौर में स्थित हिन्दुओं का प्रसिद्ध मंदिर है. इस मंदिर की आस्था में लोग कोसो दूर यानि कई मीलो की यात्रा तय करके यहाँ आते हैं. भगवान के दरबार में सभी भगवान के दर्शन कर अपनी हाजिरी लगाते हैं.
- हैलेबिडु के होयसालेश्वर मंदिर
यह कर्नाटक में स्थित खूबसूरत कलात्मक मंदिरों का एक विशाल चक्र समूह के रूप में देखा जाता है. जिसे देखने के लिए पर्यटकों की भीड़ उमड़ से पड़ती हैं. प्राचीन काल में राजवंशों की राजधानी हैलेबिडु होयसाल हुआ करती थी. यहाँ कभी लगभग 1500 मंदिरों की स्थापना हुआ करती थी लेकिन अब केवल 40 ही बचे हैं. उन मंदिरों में केदारेश्वर मंदिर की कलात्मकता को देख पर्यटक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं.
- चौंसठ योगिनी मंदिर
यह जबलपुर के ऐतिहासिक मंदिरों में एक माना जाता है. जहाँ की आकर्षित नक्काशी लोगों का मन मोह लेती हैं. यहाँ आने वाले सभी पर्यटक इस मंदिर को सबसे आलीशान मंदिरों का शुमार दे चुके हैं. भारत के महशूर मंदिरों में इस मंदिर के संगमरमर की चट्टानों के पास माँ दुर्गा की 64 अनुषंगिकों की प्रतिमा बनाई गयी हुई है जो देखने में अद्भुत है.
- मोढेरा सूर्य मंदिर
यह मंदिर की स्थापत्य कला एवं शिल्प का बेजोड़ नमूना है. अब इस मंदिर में पूजा करना मना है. यह मंदिर अहमदाबाद से तक़रीबन 100 किलोमीटर दूर पुष्पावती नदी के तट के पास होगा. यहाँ पर्यटक जाना अपना सौभाग्य मानते हैं.
- तुंगनाथ मंदिर
यह मंदिर पंच केदारों में सबसे ऊँचाई पर बना है. यहाँ पंच केदारों में से एक के रूप में भगवान शिव की पूजा की जाती है. माना जाता है भगवान शिव के इस मंदिर की स्थापना पांडवों ने करवाई थी. यहाँ का सौंदर्य इतना लुभावना है कि पर्यटकों का वापिस जाने का मान नहीं करता.
- बादामी गुफा मंदिर
अपनी बादामी गुफा के सुन्दर आकर्षण वाली नक्काशी के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है. यहाँ एक भव्य तांडव करते हुए भगवान शिव की प्रतिमा है. यहाँ आप महिषासुरमर्दिनी, गणपति, शिवलिंगम और शन्मुख की प्रतिमा का भी आन्नद ले सकते हैं. साथ ही भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के चित्रों को भी देख सकते हैं.
- चेन्नाकेसवा मंदिर
यह तलकाडू में भव्य कलात्मकता और आस्था में के लिए प्रसिद्ध है. इस मंदिर को केशव मंदिर के नाम से भी पुकारा जाता है. भारत के महशूर मंदिरों में इस मंदिर की दीवारों पर भगवान की मूर्तियों, उस समय के संगीतकारों, नृत्य करती हुई स्त्रियों के नक्काशियों के रूप में दर्शाया है.
- शोर टेम्पल
यह मंदिर समुद्र-तट का मन्दिर माना जाता है. इस मंदिर को दक्षिण भारत के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक की मान्यता दी जाती है. यह मंदिर कला व संस्कृति का अद्भुत नमूना तो है ही साथ ही कहा जाता है कि इसका संबंध आठवीं सदी से है.
- ओरछा मंदिर
ओरछा के मंदिर की हर एक इमारत कोई न कोइ कहानी कहती है. भारत के महशूर मंदिरों में नक्काशियां व कलात्मक शैली महशूर होने के कारण यह मंदिर भी विश्व-भर में बेहतरीन मंदिरों में शामिल है.
- श्यामराय मन्दिर
यह पश्चिम बंगाल के विष्णुपुर में स्थित है. इस मंदिर का निर्माण महाराजा रघुवीर सिंह ने 16वी शताब्दी में करवाया था. मंदिर की पांच चोटियां हैं और पांचों एक-दूसरे से अलग है. यहाँ की गई दीवारों पर कला और नक्काशी महाभारत काल और रामायण की कहानियां दर्शाती हैं.
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