हैदराबाद और उन्नाव में हुई शर्मनाक वारदात के बाद पूरा देश सदमे में डूबा है। अब देश की बेटियां जिंदगी की जंग हार गई हैं। हालांकि, हैदराबाद मामले में आरोपियों ने पुलिस की गिरफ्त से भगाने की कोशिश की और पुलिसवालों पर लगातार फायरिंग की। इस मुठभेड़ में पुलिस की तरफ से भी ताबड़-तोड़ फायरिंग की गई और बस इसी दौरान चारों आरोपियों का एनकाउंटर हो गया। इस बात की खुशी पूरे देशवासियों को है, लेकिन पुलिस की इस बहादुरी पर कई लोगों ने शक की सुई घूमा दी है। वहीं, प्रियंका रेड्डी के परिवार वालों का कहना है कि, उनकी बेटी को इंसाफ मिल गया।
- उन्नाव पीड़िता ने तोड़ा दम
- पीड़िता के पिता का बयान
- पीड़िता की बहन का बयान
- पीड़िता के भाई का बयान
- पीड़िता के पिता को मिली धमकी
- पीड़िता के इलाज के दौरान
- अस्पताल के डॉक्टर का बयान
- उन्नाव रेप मामला
वहीं दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश के उन्नाव में दुख का सागर उमड़ आया है। जमानत पर बाहर आए आरोपियों द्वारा जिंदा जलाई गई रेप पीड़िता ने शुक्रवार देर रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में आखिरी सांस ली। पीड़िता ने बहुत की बहादुरी के साथ जिंदगी की जंग को जीने की कोशिश की, लेकिन आखिर में आकर उसने दम तोड़ दिया। पीड़िता की हालत गुरुवार देर शाम को खराब होने लगी। जिसके बाद पीड़िता को एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाया गया था। बताया जा रहा है कि, पीड़िता के शव का पोस्टमॉर्टम दिल्ली में किया जाएगा। इसके बाद लखनऊ के रास्ते शव को उन्नाव लाया जाएगा। मौत की खबर सुनकर पूरा परिवार सदमे में है।
पीड़िता के पिता का कहना है कि, जिस तरह हैदराबाद के आरोपियों को एनकाउंटर करके ढेर कर दिया गया है। उसी तरह उनकी बेटी के गुनहगारों को भी गोली मार दी जाए। या फिर फांसी दी जाए।
इसी बीच पीड़िता की बहन का बयान समाने आया है। उन्होंने ने भी सरकार से इंसाफ की मांग की है। मीडिया से बातचीत के दौरान बहन ने कहा, ‘इस मामले में मुजरिमों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। हमारे साथ न्याय नहीं हुआ। पुलिस ने समय पर रिपोर्ट भी नहीं लिखी। हमसे यहां पर कोई मिलने नहीं आया है।’
पीड़िता के भाई का कहना है कि, ‘मेरे पास कहने को कुछ नहीं बचा है। मेरी बहन अब हमारे बीच नहीं है। मेरी इकलौती मांग यह है कि सभी पांच आरोपियों को कम से कम फांसी की सजा हो।’
बेटी की मौत के बाद उन्नाव रेप विक्टिव के पिता ने कहा, ‘आरोपी लगातार हमारे परिवार को धमका रहे थे। वे गालियां दे रहे थे, कहते थे मार डालेंगे, जला डालेंगे, पूरे परिवार को बर्बाद कर देंगे।’
सूत्रों के मुताबिक, पीड़िता का इलाज 40 घंटे तक चला। जिसके बाद पीड़िता ने जिंदगी की जंग के आगे अपने घुटने टेक दिए और दम तोड़ दिया।
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. शलभ कुमार ने बताया, ‘हमारे बेहतर प्रयासों के बावजूद पीड़िता को बचाया नहीं जा सका। शाम को उसकी हालत खराब होने लगी। रात 11.10 बजे उसे कार्डिएक अरेस्ट आया। हमने इलाज शुरू किया और उसे बचाने की पूरी कोशिश की पर 11 बजकर 40 मिनट पर उसकी मौत हो गई।’
उन्नाव के बिहार थाना इलाके में पीड़िता के साथ पांच लोगों ने गैंगरेप करके जिंदा जला दिया था। ये पांचों आरोपी फिलहाल, पुलिस की गिरफ्त में है। पीड़िता ने थाने जाकर शिकायत की थी कि, शिवम त्रिवेदी नाम के शख्स ने उसे प्रेमजाल में फंसाया और फिर रायबरेली ले जाकर रेप किया। इस दौरान त्रिवेदी ने अपने मोबाइल में उसका वीडियो भी बनाया था और वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर लगातार रेप करता रहा। पीड़िता ने आगे बताया कि, शिवम कई शहरों में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म करता था। जिसके बाद पीड़िता ने शादी के लिए दबाव बनाया लेकिन शिवम नहीं माना। पीड़िता को जलाने वालों में से एक अन्य आरोपी ने भी उसके साथ रेप किया था। जो कुछ दिनों पहले ही जेल से जमानत पर बाहर आया था।