भारत में आयोजित इंटरनेशनल ट्रेड फेयर दिल्ली में लगता है. जहाँ विश्वभर के कई देशों से अलग-अलग व्यापारी आते हैं. इसकी शुरूआत वर्ष 1980 में हुई थी और हिंदुस्तान की बिज़नेस कम्युनिटी के लिए बड़े इवेंट के तौर पर देखा जाता हैं. इसे भारत सरकार की ऐजेंसी इंडिया ट्रेड प्रोमोशन आर्गेनाईजेशन द्वारा हर साल 14 से 27 नवंबर तक आयोजित किया जाता हैं.
यह व्यापार मेला दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित होता है, जहाँ इन दिनों के दौरान लाखों लोग वहां खरीददारी करने जाते हैं. साथ ही वहां हर राज्य की अलग-अलग प्रदर्शनियां लगती है. जिनमें राज्य के बारे में बताया जाता है और वहां हो रहे निवेश के साथ-साथ राज्यों में चल रहे विकास कार्यों के बारे में बताया जाता हैं. इसके अलावा व्यापार मेला दिल्ली में हर आइटम उपलब्ध होते है, जैसे ऑटोमोबाइल, जूट, कॉस्मेटिक, केमिकल, गारमेंट्स, फर्नीचर, खिलोने, इलेक्ट्रॉनिक वस्तु आदि.
बीते वर्ष में आयोजित हुए इंटरनेशनल ट्रेड फेयर दिल्ली में तीन हज़ार से अधिक कंपनियां शामिल हुई थी. हमेशा की ही तरह इसके शुरूआत के तीन दिन व्यापारीयों के लिए होते हैं. वहीं बाद में इसे आम जनता के लिए भी खोल दिया जाता हैं. इन सभी के अलावा राज्यों के मण्डपों में उनकी उपलब्धियां और निवेश के आसारो के बारे में भी बताया जाता हैं. साथ ही दूसरे देशों द्वारा भी इसमें बड़ चढ़कर भाग लिया जाता हैं.
पिछले वर्ष इंटरनेशनल ट्रेड फेयर दिल्ली में ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद थी, जिसको देखते हुए ऐंट्री टिकटो की बिक्री 42 मेंट्रो स्टेशन पर उपलब्ध थी. इसके अलावा हर साल भारत के राष्ट्रपति द्वारा इस मेले का उद्घाटन किया जाता हैं. भारत में कई दशकों से होने वाला यह अपने ही तरीके का अंतराष्ट्रीय व्यापार मेला हैं. इसके अलावा इसको 14 नवंबर से इसलिए भी शुरू किया जाता है क्योंकि इस दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का जन्म दिवस होता हैं.
व्यापार मेला दिल्ली के फायदे –
- जागरूकता बढ़ाना – उद्योग की घटनाओं पर प्रदर्शन करना आपकी प्रोफाइल बढ़ाने और ब्रांड जागरूकता पैदा करने का एक अच्छा तरीका है. आमतौर पर अन्य विज्ञापन और प्रायोजन के अवसर होते हैं.
- व्यक्तिगत रूप से मिलना – व्यापार मेला दिल्ली का उदाहरण लें तो संभावित ग्राहकों के साथ आमने-सामने बैठक करना, रिश्तों का निर्माण शुरू करने का एक शानदार तरीका हैं.
- नेटवर्किंग – व्यापार शो संभावित नए ग्राहकों, आपूर्तिकर्ताओं को पूरा करने और अपने प्रतिद्वंद्वियों के बारे में अधिक जानने के लिए एक शानदार तरीका हैं. इंटरनेशनल ट्रेड फेयर दिल्ली की बात करें तो यहां पर बडे स्केल पर नेटवर्किंग का अच्छा मौका होता हैं.
- नए उत्पाद लॉच करें – व्यापार शो एक नया उत्पाद या सेवा शुरू करने के लिए एक अच्छी जगह हैं. व्यक्तिगत रूप से अपने उत्पाद की पेशकश और व्याख्या करना अच्छा होता हैं.
- अपने डेटाबेस का निर्माण – एक प्रदर्शनी में संभावित ग्राहकों से मुलाकात करने से आप अपनी मार्केटिंग सूचियों का निर्माण शुरू कर सकते हैं और योग्य बिक्री की ओर बढ़ सकते हैं.
व्यापार मेला दिल्ली के नुकसान –
- लागत – इस तरह के व्यापार मेलों में स्पेस, डिज़ाइन, स्टाफ की ज़रूरत आदि की लागत के साथ-साथ ट्रेवल कोस्ट भी अच्छी खासी पड़ती हैं.
- प्रतिस्पर्धा – अगर आप कोई भी काम रहे है तो आपको वहां प्रतिस्पर्धा तो मिलेगी है, हो सकता है आपको ऐसे ही किसी व्यापार मेले में ही कम्पटीशन मिल जाए, आपके जैसा प्रोडक्ट ही कोई और भी बेचने आ जाए. ऐसे में आपको ग्राहको की अटेंशन पाने के लिए एक्टिव रहना होगा और सही ग्राहक को पहचानना होगा.
- परिणाम की कोई गारंटी नही – ऐसे मेलों में परिणाम आ ही जाए, ऐसी कोई गारंटी नही होती हैं. अगर मेला फ्लॉप रहा तो आपकी सेल्स होने की संभावनाए कम ही रहेंगी या हो सकता है कि आप वहां की कोस्ट भी न निकाल पाए. व्यापार मेला दिल्ली की बात करें तो वहां हर बार कोई न कोई ऐसा बड़ा सेलेब्रिटी पहुँचता ही हैं.
- संभावित से कम लोगों का होना – अगर ऐसे ट्रेड फेयर में कोई बड़ा नाम नही पहुँच पाता है तो लोगों के आने की संभावनाए भी कम रहती है, होता यह है कि बहुत से लोग बड़े नाम सुनकर ही ऐसी जगहों पर जाते हैं. चाहे वह बड़े डेलिगेट हो या आम लोग, ऐसे मेलों में जरूरी होता है बड़े नामों का पहुँचना जिससे वहां व्यापार करने आए लोगों को फायदा होता हैं.
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