प्रकृति द्वारा हमें तोहफ़े में ऐसी कई चीजें दी गई हैं जिनको अपनी पूरी जिंदगी में एक बार देखना अपने आप में एक अद्भुत अनुभव हो सकता है. पहाड़ भी ऐसे ही अद्भुत चीजों में से एक हैं. ये ऊँचे पहाड़ जो कि प्रकृति का एक अभिन्न अंग है. दुनिया भर में ऐसे कई पहाड़ हैं जो अपनी आसमान छूती ऊँचाई की वजह से प्रसिद्ध हैं. इस पोस्ट में आपको दुनिया के सबसे ऊँचे पहाड़ों के बारे मे बताएंगे, ये सारे पहाड़ समुद्र स्तर से ऊपर 8000 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर हैं.
इन पहाड़ों की ऊँचाई इतनी ज्यादा होती है कि साधरण इंसान अक्सर यह सोचता है कि क्या इतनी ऊँची चोटियों तक पहुंचना संभव है. तो बेशक यह काम उन लोगों के लिए जो हर दिन कुछ नया, जुनूनी, पागलपन से भरा या फिर ट्रैकिंग आदि की चाह रखने वालों के लिए संभव है. तो चलिए जानते हैं दुनिया के सबसे ऊँचे पहाड़ों के बारे में –
दुनिया के 10 सबसे ऊंचे पहाड़ –
- माउंट एवरेस्ट
माउंट एवरेस्ट सबसे ऊँचा पर्वत शिखर है जो समुद्र स्तर से 8,848 मीटर (29,029 फीट) ऊपर है. दुनिया के सबसे ऊँचे पहाड़ों की बात करें तो माउंट एवरेस्ट पृथ्वी पर सबसे ऊंचा पहाड़ है. यह पहाड़ नेपाल और तिब्बत, चीन के बीच सीमा पर स्थित है और साथ हीं हिमालय पर्वत श्रृंखला का हिस्सा भी है. अगर इसकी ऊँचाई की बात करें तो एक वैज्ञानिक सर्वेक्षण में यह कहा गया है कि इसकी ऊंचाई प्रति वर्ष 2 सेंटीमीटर के हिसाब से बढ़ रही है.
- K2
माउंट एवरेस्ट के बाद, K2 विश्व की दूसरी उच्चतम पर्वत चोटी है. यह पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के गिलगित बाल्टिस्तान और चीन के झिंजियांग की सीमा पर काराकोरम पर्वत श्रंखला में स्थित है. K2 की ऊंचाई 8611 मीटर (28,251 फीट) है. K2 को माउंट एवरेस्ट की तुलना में अधिक कठिन और खतरनाक माना जाता है.
- कंचनजंघा
कंचनजंघा दुनिया में तीसरी सबसे ऊंची चोटी है जिसकी ऊंचाई 8,586 मीटर(28,169 फीट) है. यह विशाल पहाड़ सिक्किम के उत्तर पश्चिम भाग में नेपाल की सीमा पर स्थित है. कंचनजंघा भारत की सबसे ऊंची चोटी है और दार्जिलिंग से 74 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में स्थित है.
कंचनजंघा नाम की उत्तपत्ति तिब्बती मूल के चार शब्दों से हुई है, जिन्हें आमतौर पर कांग-छेन-दजों-ङ्गा लिखा जाता है.
- ल्होत्से
ल्होत्से दुनिया के सबसे ऊँचे पहाड़ों में चौथा सबसे ऊंचा पर्वत है. इसकी ऊंचाई समुद्र स्तर से ऊपर 8516 मीटर (27940 फीट) है. यह तिब्बत (चीन) और नेपाल के खुंबू क्षेत्र के बीच सीमा पर स्थित है. ल्होत्से जो एवरेस्ट से दक्षिण घाटी से जुडी हुई है.
- मकालू
मकालू दुनिया में पांचवां सबसे ऊंचा पर्वत है. इसकी ऊंचाई 8,481 मीटर (27,825 फीट) है और यह माउंट एवरेस्ट के दक्षिण पूर्व में स्थित है. मकालू एक अलग शिखर जिसका आकार एक चार पक्षीय पिरामिड है जो नेपाल और चीन के बीच सीमा पर है.
- चो ओयू
चो ओयू (चोयू) समुद्र स्तर से 8201 मीटर (26,906 फीट) ऊपर दुनिया में छठा सबसे ऊंचा पर्वत है. तिब्बती भाषा में चो ओयू का मतलब होता है “मरकत देवी”. यह पर्वत तिब्बत-नेपाल सीमा पर माउंट एवरेस्ट की महालांगुर हिमालय से 20 किलोमीटर की खुंबू उप-धारा के पश्चिम में स्थित है.
- धौलागिरी
धौलागिरी दुनिया का सातवां सबसे ऊंचा पर्वत है. इसकी ऊंचाई 8167 मीटर (26795 फीट) है. यह पहाड़ मध्य नेपाल के उत्तर में स्थित है. धौलागिरी को ‘व्हाइट माउंटेन “भी कहा जाता है. यह हिमालय की चार प्रमुख चोटियों में से एक है और किसी समय इसे ही संसार की सर्वोच्च चोटी समझा जाता था.
- मनास्लु
मनास्लु दुनिया के सबसे ऊँचे पहाड़ों में आठवें सबसे ऊंचा पर्वत है, जिसकी ऊंचाई 8,163 मीटर (26,781 फीट) है. यह नेपाल के पश्चिम मध्य भाग में नेपाली हिमालय में स्थित है. मनास्लु संस्कृत शब्द मनासा से लिया गया है जिसका अर्थ होता है ‘बुद्धि या आत्मा’ ‘.
- नंगा पर्वत
नंगा पर्वत दुनिया का नौवां सबसे ऊंचा पर्वत है और इसकी ऊँचाई 8, 125 मीटर या 26, 658 फ़ुट है. इस पहाड़ को दुनिया का “क़ातिल पहाड़” भी कहा जाता है क्योंकि अब तक इसपर चढ़ने वाले बहुत से लोगों की जाने जा चुकी हैं. नंगा पर्वत पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित गिलगित-बल्तिस्तान के क्षेत्र में आता है, जिसे भारत अपना हिस्सा भी मानता है.
- अन्नपूर्णा
अन्नपूर्णा उत्तर मध्य नेपाल में स्थित अन्नपूर्णा पर्वत विश्व का दसवां सबसे ऊंचा पर्वत है. यह मध्य नेपाल में स्थित है और लगभग 26,545 फीट (8091 मीटर) लंबा है. अन्नपूर्णा उत्तर-मध्य नेपाल में हिमालय की एक खंड है.
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