आपने अक्सर मां-बाप को कहते सुना होगा कि बेटा पढ़ ले। कभी तो किताब उठा लिया कर! लेकिन यहां हम आपको ऐसे स्कूलों के बारे में बता रहे हैं जहां किताबों से परे भी होती है पढ़ाई…
मां बाप अपने बच्चों की योग्यता को नंबरों से मापते हैं। ऐसे में जो बच्चे अच्छे नंबर नहीं ला पाते वे अवसाद में चले जाते हैं। उन्हें डिप्रेशन इस कदर घेर लेता है कि कई दफ़ा वे अपनी जान दे बैठते हैं।
लेकिन नंबर किसी बच्चे की योग्यता मापने का एकमात्र पैमाना नहीं है। पढ़ाई का मतलब सिर्फ़ अच्छे अंक हासिल करना नहीं है, इसी बात पर ज़ोर देते हैं भारत के ये 4 क्रिएटिव स्कूल…
ईशा होम स्कूल, तमिलनाडु
यह स्कूल तमिलनाडु के कोयंबटूर के पास वेल्लियानगिरी पहाड़ियों के बीच बेहद शांत वातावरण में स्थित है। इस स्कूल की स्थापना साल 2005 में सदगुरु ने की थी। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों के दिमाग को तेज़ करने पर होता है जिससे कि वे चीज़ों को गहराई से समझ सकें।
ईशा होम स्कूल बच्चों को परीक्षा के दबाव से मुक्त रखता है। इस स्कूल के नाम के साथ होम (home) इसलिए जुड़ा है क्योंकि यहां बच्चों को घर जैसा माहौल देने की कोशिश की जाती है। बच्चों को सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं बल्कि मानवीय स्वभाव की भी शिक्षा दी जाती है।
स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट: https://ishahomeschool.org/
सेकमोल स्कूल, लद्दाख
सेकमोल (Students’ Educational and Cultural Movement of Ladakh) की स्थापना लद्दाखी कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा 1988 में की गई थी। इन विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई के दौरान अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ा था। इसलिए इन्हें देश की शिक्षा व्यवस्था में सुधार की ज़रूरत महसूस हुई और उन्होंने इस संगठन की स्थापना की।
सेकमोल कैंपस किताबी ज्ञान से हटकर बच्चों का देश की सांस्कृतिक विरासत से परिचय कराता है। बच्चों को अंग्रेज़ी माध्यम के दबाव से मुक्त रखा जाता है और खुद का पाठ्यक्रम तैयार किया जाता है। यहां बिजली के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग किया जाता है।
स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट: https://secmol.org/
मिरंबिका- फ्री प्रोग्रेस स्कूल, दिल्ली
यह स्कूल अरबिंदो घोष के सिद्धांतों के अनुसार वैकल्पिक शिक्षा प्रदान करता है। 1981 में स्थापित किया गया यह स्कूल नई दिल्ली के श्री अरबिंदो आश्रम के कैंपस में स्थित है।
स्कूल की खासियत यह है कि यह आपको जीवन के सकारात्मक पक्ष पर ज़ोर देने को कहता है। अरबिंदो घोष की इस फिलोसॉफी पर काम करता है कि हर व्यक्ति आपके जीवन में कुछ न कुछ सिखाने के लिए आता है। इसलिए हर व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए। यहां रिसर्च का एक अलग विभाग भी है। साथ ही यहां देशभर के शिक्षकों को ट्रेनिंग भी दी जाती है।
स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट:https://www.mirambika.org/Pgcw01.htm
द हेरिटेज स्कूल, हरियाणा और दिल्ली
इस स्कूल ने सीखने की प्रक्रिया को बेहद मज़ेदार बना दिया है इसलिए इस स्कूल के बच्चों में गजब की क्रिएटिविटी देखने को मिलती है। यह स्कूल एक्सपेरिमेंटल लर्निंग पर ज़ोर देता है।
यहां बच्चों का जो जी करता है वो करते हैं। स्कूल का मानना है कि बच्चे जब गलती करके खुद उसका हल ढूंढते हैं तो उनका दिमाग तेज़ होता है। उनके सीखने की क्षमता बढ़ती है।
स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट: https://ths.ac.in/