लगभग 50 साल की उम्र पार करने के बाद लोग खुद को बूढ़ा होता हुआ समझने लगते हैं। लेकिन ये केवल लोगों की मानसिकता है कि 50 साल किसी भी व्यक्ति ने अगर पार कर लिया तो उसे बीमारियां जरूर आयेंगी ही। व्यक्ति को अपनी सेहत का ख्याल रखने के लिए काफी कुछ करना पड़ता है। एक ऐसे ही एक शख्स के बारे में हम आपको बताने वाले है जो 80 साल के होकर भी बिल्कुल स्वस्थ हैं और सेहतमंद तरीके से अपना जीवन बिता रहे हैं। ऐसे बहुत ही कम लोग होते हैं जो इस उम्र तक आकर भी स्वस्थ रहते हैं और अपनी सेहत का ख्याल रखते है।
बेंगलुरु के रहने वाले उस्मान गनी जी की उम्र 80 साल है। इस उम्र में आकर व्यक्ति अपना बेड नहीं छोड़ पाता उस उम्र में उस्मान जी एक स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। उस्मान जी अपने परिवार के साथ ही बेंगलुरु में रहते हैं। वे अपने परिवार के साथ बहुत ही खुशी के साथ रहते हैं। उनके परिवार में उनकी पत्नी, तीन बेटे, एक बेटी, और पोता रहता है। उस्मान जी 80 साल के होकर भी अपने परिवार की सेहत का पूरा ख्याल रखते हैं जिस प्रकार खुद की सेहत का ख्याल रखते हैं। उस्मान साहब शुरू से ही सेहतमंद नहीं थे। उन्हें भी दूसरे लोगों की तरह ही समस्याएँ हुई थीं।
दरअसल उस्मान जी को हार्ट की समस्या के साथ-साथ उंगलियों और हाथ में दर्द की समस्या थी। अपनी समस्या से राहत पाने के लिए उस्मान जी ने हर संभव प्रयास किया। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। लेकिन उस्मान जी काफी पुराने व्यक्ति थे। वे करीब 20 साल पहले से यूनानी में विशेषज्ञ माननीय हकीम सुलेमान खान साहब से जुड़े हुए थे। उस्मान जी की मुलाकात करीब 20 पहले सालार पेपर के माध्यम से हुई थी। दरअसल उस समय सालार पेपर में हकीम जी के नुस्खों का पूरा पेज छपता था। बस तभी से उस्मान जी हकीम जी से जुड़े हुए थे।
उस्मान जी ने बेंगलुरु में ही हकीम जी के क्लीनिक पर संपर्क किया और अपनी सारी समस्याएं डॉ साहब का बताईं। साथ ही उन्होंने हकीम जी को अपनी समस्या भी बताई थी। हकीम जी ने उन्हें दिल की समस्या के लिए H. CARE और उंगलियों व हाथ में दर्द के लिए T. CARE अपनाने की सलाह दी। उस्मान जी को हकीम जी पर बहुत पहले से ही भरोसा था। उन्होंने बिना देरी किये ATIYA HERBS से अपनी सारी दवाइयाँ मंगा ली और हकीम जी द्वारा इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। उस्मान जी को उनके अपेक्षा से ज्यादा फायदा हुआ। उस्मान जी ने नहीं सोचा था कि 20 साल बाद भी हकीम जी इतनी असरदार दवाइयाँ लोगों को दे रहे हैं। लेकिन जब उस्मान जी को उनकी यूनानी दवाओं और हकीम जी के घरेलू नुस्खों से फायदा हुआ तो उन्हें हकीम जी पर पूरा भरोसा हो गया। अब उस्मान जी अपनी दोनों समस्याओं में 70 प्रतिशत आराम पा चुके थे। उन्होंने अपना इलाज हकीम जी के निर्देश द्वारा ही कराया था। जिसका नतीजा यह है कि आज वे स्वस्थ हैं और सेहतमंद हैं।
आज उस्मान गनी साहब अपने स्वस्थ होने का सारा श्रेय हकीम जी को दे रहे हैं। साथ ही हकीम जी के यूनानी नुस्खों को अपने परिवार वालों को भी इस्तेमाल करा रहे हैं। उस्मान जी के साथ-साथ उनके परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटा हकीम जी के यूनानी नुस्खों को अपना रहे हैं। उस्मान जी खुद तो स्वस्थ हुए ही साथ ही अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को भी हकीम जी के नुस्खों को अपनाने की सलाह देते हैं। उस्मान जी को हकीम जी की शायरी बहुत अच्छी लगती है। वे हकीम जी का शो सेहत और जिंदगी रोजाना देखते हैं और उनकी शायरी सुनने के लिए बेताब रहते हैं।