आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। यही वजह है की 40 और 50 की उम्र तक आते आते लोगों में जोड़ों का दर्द, कमर का दर्द, घुटनों का दर्द, जैसे अनेकों प्रकार के दर्द की समस्याएं देखने को मिलती हैं। इस समस्या से राहत पाने के लिए सबसे पहले तो लोग अपनी मर्जी से पैन किलर खाना शुरू कर देते हैं, जिससे कुछ देर के लिए तो आराम मिल जाता है, लेकिन असर जाने पर फिर से वही हाल हो जाता है। जब दर्द ज्यादा बढ़ जाता है और पैन किलर से भी आराम नहीं मिलता है तब लोग डॉक्टर के पास दिखाने जाते हैं। ऐसे कई केस रोज हमें देखने को मिलते हैं, कुछ इसी तरह के दर्द से परेशान थी लखनऊ की रहने वाली सुमन श्रीवास्तव। चलिए आज इनकी कहानी से हम आपको रूबरू कराते हैं कि कैसे सुमन जी को घुटनों के दर्द में आराम मिला और उन्होंने हकीम जी के कौन से नुस्खों को अपनाया?
65 साल की सुमन जी जो लखनऊ के रामनगर में रहती है। वह रिटार्यड टीचर है। परिवार में उनके भाई भतीजे रहते हैं। सुमन जी अपने परिवार के साथ काफी अच्छा वक्त गुजार रही थी। सुमन जी स्वभाव से काफी सरल और दयालु महिला है। लोगों के साथ अच्छे से रहना उनकी किसी भी समस्या में साथ देना सुमन जी इन सब चीजों में काफी आगे रहती थी। सबकी मदद करने वाली सुमन जी खुद की समस्या से काफी परेशान रहने लगी। दरअसल उन्हें घुटनों की समस्या हो गई। जिसके कारण उनका उठना- बैठना, चलना- फिरना तक काफी मुश्किल हो गया था। लेकिन सुमन जी अब करती भी तो क्या करती… उन्होंने पहले तो अपनी इन समस्या के लिए कई अस्पतालों के चक्कर काटे, एलोपैथिक के सारे तरह के उपचारों का सहारा लिया। लेकिन आराम उन्हें नहीं मिला। सुमन जी की जिंदगी में एक ऐसा वक्त आया जब वो काफी घबरा गई। दरअसल उन्हें डॉक्टरों ने घुटने बदलवाने की सलाह दे दी। जिस कारण वो काफी उदास हो गई। उनके मन ही मन कई सारे प्रश्न चलने लगे थे आखिर ऐसी कौन सी समस्या हो गई जिससे उन्हें घुटने बदलवाने होगें। लेकिन सुमन जी मन ही मन अपना विचार बना चुकी थी कि, वो अपने घुटनों का ऑपरेशन नहीं करवायेंगी। उनकी जिंदगी जैसे तैसे चलने लगी थी। लेकिन वो कहते है न कि बुरा वक्त एक ना एक दिन टल ही जाता है।
फिर एक दिन सुमन जी को यूनानी के मशहूर हकीम सुलेमान खान साहब के बारे में पता चला जो सारी समस्याओं के लिए घरेलू नुस्खा बताते है। सुमन जी बिना देरी किये हकीम जी के क्लिनिक ATIYA HERBS से गोंद सियाह ऑर्डर किया। और हकीम जी के निर्देशानुसार इसका सेवन करना शुरु कर दिया। गोंद सियाह के इस्तेमाल से सुमन जी को अपने घुटनों में काफी आराम मिलता दिखने लगा। सुमन जी अपनी समस्या के लिए हकीम जी का न केवल गोंद सियाह बल्कि उनका , T- CARE ,ज्वाइंट फोर्ट, अखरोट प्राश का भी सेवन किया। अब वह हमेशा हकीम जी का सबसे बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी देखना कभी नहीं भूलती हैं क्योंकि इस पर हकीम जी कई सारी समस्याओं के लिए यूनानी नुस्खों के बारे में बताते हैं।
सुमन जी ने हमें एक खास बातचीत में बताया गोंद सियाह के इस्तेमाल से उन्हें अपने घुटनों के दर्द में काफी आराम मिल गया। अब वह कहीं भी आसानी से आ जा सकती हैं। सुमन जी का कहना है कि जब उनकी हालत खराब हो गई थी तो वो दिन उनके लिए काफी बुरा चल रहा था। आज सुमन जी खुद स्वस्थ होकर दूसरे लोगों को भी हकीम जी का घरेलू नुस्खा अपनाने की सलाह दे रही हैं, ताकि अन्य लोग भी अपना उपचार करवा सकें। सुमन जी का कहना है एलोपैथिक दवाओं के कई सारे साइड इफेक्ट है वहीं यूनानी जड़ी- बूटी समस्या से राहत पाने के लिए थोड़ा वक्त तो लेती है, लेकिन इनके कोई साइड इफेक्ट नहीं है। इसलिए हमें अपनी किसी भी समस्या में यूनानी जड़ी- बूटी का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा हकीम जी किसी भी समस्या के लिए घर के किचन में रखें मसालों का नुस्खा बताते हैं, जो हर व्यक्ति के घर में काफी आसानी से उपलब्ध होता है। आज जो वो स्वस्थ और बेहतर जिंदगी जी रही हैं उसका सारा श्रेय वह हकीम सुलेमान खान साहब को देती हैं।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
गोंद सियाह क्या है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है, जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई समस्याओं को हम से दूर रख सकता है।