आज के बदलते समय में लोगों को कई समस्याएं होने लगती हैं। जिसका कारण है आपका बदलता लाइफस्टाइल। बढ़ती उम्र में आपको कई बीमारियां घेर लेती है। जिसमें सांस की समस्या, जोड़ों का दर्द, नसों में दिक्कत आदि शामिल है। सांस फूलने की बीमारी आजकल बहुत आम हो गयी है फिर चाहे वो प्रदूषण, मोटापा, या व्यायाम आदि के कारण हो या फिर अस्थमा, एनीमिया, दिल की बीमारी या फेफड़ो की समस्या आदि के कारण। इन सारी चीजों में से एक न एक तकलीफ तो आजकल हर व्यक्ति को होती ही है ऐसे में सांस फूलना, जोड़ों की दिक्कत काफी आम बात बन चुकी है। अगर इस समस्या का समय रहते इलाज नहीं किया गया तो ये समस्या स्थायी बन जाती है। जानिए मुंबई के शेख अदम साहब ने किस तरह अपनी और अपनी पत्नी की समस्या को यूनानी नुस्खों से दूर किया है।
मुंबई के रहने वाले शेख अदम साहब की उम्र लगभग 55 साल है। आज के समय में जब लोग 50 की उम्र पार कर लेते हैं तो खुद को बूढ़ा महसूस करना शुरू कर देते हैं। और उन्हें जो भी समस्या हो जाये तो उसे बुढ़ापे की देन समझकर सहन करना शुरू कर देते हैं। जो कि गलत है। उम्र चाहे कुछ भी हो लेकिन व्यक्ति को अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। शेख अदम साहब जी इतनी उम्र होने के बाद आज भी स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी बिता रहे हैं। क्योंकि उन्होंने कभी भी अपनी सेहत के साथ हल्की सी भी चूक नहीं की। वे अपने परिवार के साथ ही मुंबई में रहते हैं। शेख अदम साहब बहुत ही ईमानदार और नेक दिल इंसान हैं। वे हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए आगे रहते हैं। लोगों की मदद करना उनकी सेहत का हालचाल जानना उन्हें काफी अच्छा लगता है। लेकिन सभी की देखभाल करने वाले शेख अदम साहब भी एक वक्त पर काफी समस्याओं के शिकार हो गये थे। दरअसल उन्हें सांस की समस्या हो गयी थी। सांस की समस्या के कारण उन्हें काफी तकलीफ होने लगी। सांस की समस्या के साथ ही उनकी पत्नी को भी शरीर में नसों की समस्या हो गयी। ये समय शेख अदम साहब के लिए काफी परेशानियों से भरा था। शेख अदम साहब अपना और अपनी पत्नी का कई डॉक्टरों से इलाज कराया। लेकिन फायदा नहीं हुआ। उल्टा एलोपैथिक दवा खाने के चक्कर में उन्हें पहले से भी ज्यादा समस्या होने लगी। शेख अदम साहब को उस समय काफी परेशान रहने लगे।
फिर एक दिन उनकी जिंदगी में ऐसा आया कि वे भी स्वस्थ हो गये। दरअसल उनकी मुलाकात आयुर्वेद में जानें माने माननीय हकीम सुलेमान खान साहब से हुई। एक दिन शेख अदम साहब टीवी देख रहे थे। तभी उनकी नजर हकीम जी के बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी पर पड़ी। सेहत और जिंदगी में उन्होंने देखा कि हकीम जी बड़ी से बड़ी समस्या को छोटी जड़ी बूटियों से ठीक कर रहे हैं। हकीम जी के शो को देखकर शेख अदम साहब बहुत प्रभावित हुए। उन्होंने मन बना लिया कि अब वे हकीम जी के घरेलू नुस्खों को जरूर अपनाएंगे। साथ ही सेहत और जिंदगी में लोग अपना जो फीडबैक दे रहे थे उससे भी शेख अदम साहब पर काफी असर पड़ा। उन्होंने हकीम जी के दिये हुए नंबर पर कॉल किया और हकीम जी से अपनी सांस की समस्या के बारे में और अपनी पत्नी की समस्या के बारे में कोई कारगर औषधि जाननी चाही। हकीम जी ने उन्हें सांस की समस्या के लिए तो जैतून का सिरका और उनकी पत्नी की नसों की समस्या के लिए गोंद सियाह को इस्तेमाल करने की सलाह दी। शेख अदम साहब ने बिना देरी किये ATIYA HERBS से हकीम जी की दोनों यूनानी औषधियों को ऑर्डर किया और इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। शेख अदम साहब का कहना है कि बहुत ही कम समय में उन्हें और उनकी पत्नी को आराम होना शुरू हो गया। उन्होंने सोचा भी नहीं था कि उन्हें इतने कम समय में आराम हो जायेगा। लेकिन हकीम जी की दोनों औषधि काफी कारगर और असरदार निकली।
आज शेख अदम साहब एक स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी जी रहे हैं। अब वे हर छोटी छोटी समस्या के लिए हकीम जी के घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि वे जानते हैं कि हकीम जी के यूनानी नुस्खे हर समस्या में असरदार हैं। शेख अदम साहब अब तक कई लोगों की मदद कर चुके हैं। शेख अदम साहब का कहना है कि हकीम जी हमारी जिंदगी में अल्लाह का दूसरा रूप बनकर आये हैं। अगर हकीम जी हमारी जिंदगी में ना आते तो शायद हम कभी स्वस्थ ना हो पाते और सारी जिंदगी हमें इन समस्याओं के साथ ही जीना पड़ता।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
गोंद सियाह क्या है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के औषधीय गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई बीमारियों को हम से दूर रखता है।