दुबई के रहने वाले रंजीत कदम जी आज बहुत ही स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी बिता रहे हैं। स्वस्थ रहना अब उनका शौक बन गया है। हर परिस्थिति में वह खुद को फिट रखना बिल्कुल नहीं भूलते हैं। और हो भी क्यों ना। आखिर उनके पास अपनी समस्याओं का यूनानी उपचार जो है। उनके जीवन में कितने ही उतार चढ़ाव आये पर उन्होंने हार नहीं मानी। पहले उनके मन में ये सवाल उठता था कि “क्या अब मैं बाहर का नहीं खाऊंगा”, “क्या मैं ऐसे ही अपनी जिंदगी से संघर्ष करता रहूंगा” लेकिन जब उन्हें खाना डाइजेस्ट नहीं हो रहा था तो उन्हें काफी तकलीफों का सामना करना पड़ा। आज हम आपको इस आर्टिकल में दुबई के रहने वाले रंजीत कदम जी की सच्ची कहानी बताने जा रहें हैं, जिन्होंने हमें अपनी पेट की तकलीफ के बारे में बताया। क्या हैं रंजीत कदम जी की पूरी कहानी चलिए हम आपको बताते हैं…
रंजीत जी भारत के मुंबई के ही रहने वाले हैं लेकिन वह अब दुबई में रह रहे हैं। जैसा कि हम सब जानते ही हैं कि अगर पेट हमारा सुचारु रूप से काम करें तो हमारा शरीर भी सुचारु तौर पर काम करता है। लेकिन रंजीत जी काफी समय से पेट की समस्या से ही परेशान थे। दरअसल रंजीत जी बाहर का खाना बहुत खाते थे जिस कारण उन्हें हर वक़्त पेट की शिकायत रहती थी और इसकी वजह से उनको हमेशा आलस और थकावट महसूस होती थी जिसकी वजह से उनकी दिनचर्या सामान्य तौर से नहीं गुज़र पा रही थी। उन्होंने अपनी इस परेशानी को कम करने के लिए हर तरह का उपचार अपनाकर देख लिया था लेकिन उनकी समस्या में आराम नहीं मिल रहा था। यहाँ तक की उन्होंने हर तरीके के चूर्ण और दवा का सेवन करके भी देख लिया था लेकिन उनकी समस्या वहीं की वही रही।
पेट की समस्या के कारण वे अपना काम भी सही ढंग से नहीं कर पा रहे थे। क्योंकि काम से ज्यादा ध्यान तो उनका खुद के पेट पर ही रहता था। वे भी दूसरों की तरह अपना पेट स्वस्थ देखना चाहते थे। लेकिन ऐसा कोई उपचार ऐसी कोई दवा नहीं बची थी जो रंजीत जी इस्तेमाल ना कर सके हों। लेकिन जीवन जब एक नया रूख लेता है तो किसी भी व्यक्ति को कुछ पता नहीं होता है। रंजीत जी के साथ भी कुछ ऐसा ही होने वाला था। उनका ये दुख भरा जीवन बस बदलने ही वाला था। कमी थी तो बस उस महान इंसान की जो रंजीत साहब की जिंदगी में आने वाले थे। उस महान शख्स का नाम है हकीम सुलेमान खान साहब।
हकीम साहब का रंजीत जी की जिंदगी में आना ही काफी था। दरअसल एक देर रात उन्होंने अचानक टीवी पर हकीम जी का सेहत और जिंदगी प्रोग्राम देखा। हकीम साहब का यह प्रोग्राम देखकर रंजीत जी हकीम जी से काफी प्रभावित हुए। उन्होंने बिना सोचे समझे उनके द्वारा बताई गई दवा और नुस्खों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। तब से उनको पेट में काफी राहत मिली है और साथ-साथ उनकी दिनचर्या भी अब सामान्य तरीके से गुज़र रही है जिसके लिए वह हकीम जी के दिल से शुक्रगुज़ार हैं। ऐसा हम नहीं बल्कि खुद रंजीत जी अपनी मुँहज़बानी बयान कर रहे हैं।
वह कई सालों से पेट की समस्या से जूझ रहे थे। उन्होंने हर वो मुमकिन कोशिश करके देख ली थी जिससे उनकी परेशानी कम हो सके लेकिन उनको कोई खास फर्क नहीं पड़ा। पेट के कारण उनका कोई काम करने का मन नहीं करता था। उनको हर वक़्त थकान और आलसपन महसूस होता था जिसकी वजह से उनकी दिनचर्या नकारात्मक तरीके से गुजरने लगी थी। वह अपने आपको काफी अस्वस्थ भी महसूस कर रहे थे फिर उन्होंने हकीम जी के द्वारा बताई गई दवाई और नुस्खों का इस्तेमाल करना शुरू किया जिसके बारे में अब वो खुद बताते हैं कि उनकी पेट की समस्या में काफी आराम है। रंजीत जी हकीम जी के घरेलू नुस्खों के साथ साथ उनका P. CARE का भी इस्तेमाल करते है। वह यूनानी दवाओं को ATIYA HERBS से ऑर्डर किया। अंग्रेजी दवाओं के दौर में घरेलू नुस्खों और यूनानी दवाओं पर विश्वास करना आसान नहीं है, लेकिन हकीम जी के घरेलू नुस्खे और रंजीत जी के विश्वास ने उनको उनकी समस्याओं से राहत दिलाने में असरदार तरीके से काम किया है।
रंजीत कदम जी हकीम जी के घरेलू नुस्खों और दवाओं से इतना सकारात्मक तौर पर प्रभावित हुए है कि अब वह खुद तो यूनानी से जुड़ गए हैं साथ-साथ अन्य लोगों को भी यूनानी से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उनका कहना है कि घरेलू नुस्खे और यूनानी दवाएं समस्या में राहत दिलाएं ना दिलाएं लेकिन शरीर को किसी तरीके से नुकसान भी नहीं पहुँचाती है। इसलिए वह अपने रिश्तेदारों, मित्रों और अन्य जान पहचान के लोगों को भी हकीम जी के घरेलू नुस्खों और नमक – जैतून का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करते हैं।
रंजीत जी का कहना है कि हकीम साहब आज के समय में जो काम कर रहे हैं उसके लिए बहुत बड़ा दिल चाहिए। हकीम साहब बिना किसी स्वार्थ के लोगों की मदद कर रहे हैं। उन्हें बड़ी से बड़ी समस्याओं से बचा रहे हैं। हकीम साहब के लिए रंजीत जी ऊपर वाले से यही दुआ करते हैं कि हकीम साहब ऐसे ही स्वस्थ रहें, भगवान उन्हें लंबी उम्र दे और वे इसी प्रकार लोगों की मदद करते रहें। आज रंजीत जी हकीम जी के यूनानी नुस्खों को अपनाकर बेहद खुशी का जीवन व्यतीत कर रहे हैं। और वो बाहर के खाने से परहेज भी कर रहें है। साथ ही वे हकीम जी के घरेलू नुस्खों को अपनाने की सलाह अपने परिवार को भी देते हैं। आज उनका परिवार हकीम जी के नुस्खें अपनाकर काफी स्वस्थ और बेहतर जिंदगी गुजार रहा है। रंजीत जी अपनी इस खुशहाल जिंदगी का सारा श्रेय हकीम सुलेमान खान साहब को देते हैं।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
P. CARE क्या है?
अतिया हर्ब का पी-केयर विभिन्न जड़ी-बूटियों का एक मिश्रण है जो पेट को आराम पहुंचाता है और भारी भोजन के बाद कई लोगों को होने वाली एसिडिटी से बचाता है। एक हर्बल संयोजन जो न केवल पाचन को बढ़ावा देता है बल्कि हमारी त्वचा को भी स्वस्थ बनाता है। यह पाचन/आंत संबंधी समस्याओं, लीवर संबंधी समस्याओं, एसिडिटी, पेट बवासीर, किडनी और पित्त पथरी के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा, यह लीवर की रक्षा करने में कुशल है और पित्त स्राव को बढ़ावा देता है। यह त्वचा रोगों के समस्या में कारगर है और रक्त को भी शुद्ध कर सकता है।