“क्या अब मैं बाहर का नहीं खाऊंगा”, “क्या मैं ऐसे ही अपनी जिंदगी से संघर्ष करता रहूंगा” कुछ इस तरह के सवाल रंजीत कदम जी के दिमाग में उस वक्त चल रहे थे जब वह अपनी पेट की समस्या से काफी परेशान थे। जब उन्हें खाना डाइजेस्ट नहीं हो रहा था।
दोस्तों, जैसा कि आपको पता है कि हमारी टीम उन लोगों तक पहुंचती है जिन्होंने हकीम जी के नुस्खों से खुद को स्वस्थ और सेहतमंद कर लिया है। इसी सिलसिले में आज हमारी टीम पहुंची है दुबई रंजीत कदम जी के घर। जिन्होंने हकीम जी के नुस्खों से खुद को सेहतमंद कर लिया है।
आज हम आपको इस आर्टिकल में दुबई के रहने वाले रंजीत कदम जी की सच्ची कहानी बताने जा रहें हैं जिन्होंने हमें अपनी पेट की तकलीफ के बारे में हमें बताया। क्या हैं रंजीत कदम जी की पूरी कहानी चलिए हम आपको बताते हैं…
कौन है रंजीत कदम ?
रंजीत जी दुबई में रहते हैं यहाँ रहते हुए उन्हें तकरीबन 15 साल से ज्यादा हो गए हैं। आपको बता दें रंजीत जी जॉब की तलाश में अकेले दुबई निकल गये थे। आज वो दुबई की एक कंपनी में रीटेल मैनेजर का काम कर रहे हैं। उनकी उम्र 46 साल की है। रंजीत जी काफी दयालु स्वभाव के व्यक्ति है। हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए वह आगे रहते हैं।
आखिर क्यों रंजीत जी पेट की समस्या से परेशान हो गए?
दरअसल रंजीत जी दुबई में अकेले रहते थे उस वक्त वो ज्यादातर बाहर का ही खाना खाते थे। वह सुबह से लेकर रात तक बाहर का खाना खाते थे। बाहर का खाना खाने से उन्हें कई सारी परेशानियां हो गई थी। उन्हें तरह – तरह की दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता था। रंजीत जी की परेशानी के कारण उनकी पत्नी भी बहुत परेशान रहने लगी थी जिसकी वजह से उनके काम पर भी इफेक्ट पड़ रहा था। वो भी सोचती थी कि ऐसा कौन सा उपाय करें कि उनके पति की समस्या ठीक हो जाए। रंजीत जी की समस्या के कारण परिवार वाले काफी टेंशन में रहते थे। अब ये परेशानी ठीक कब होगी इसका उन्हें कोई अंदाजा नहीं था।
रंजीत जी को पेट की समस्या होने के कारण कौन-कौन सी तकलीफों से गुजरना पड़ा?
बाहर का खाना हाइजीनिक नहीं होता। यह आपके घर में बने खाने के जैसी स्वच्छता नहीं रखता। बाहर का खाना बहुत ज्यादा खाने से फूड प्वाइंजनिंग की समस्या हो सकती है। बाहर के खाने को पकाने में तेल का इस्तेमाल किया जाता है जिसमें वसा और कैलोरी बहुत अधिक मात्रा में होता है। जिससे आपको कोई अंदाजा नहीं है कि आपने कितनी वसा और कैलोरी का सेवन किया है। इन्हीं सब कारणों से रंजीत जी को बाहर का खाना खाने से गैस, एसिडिटी, खट्टी डक्कार, सीने में जलन जैसी बहुत सारी खतरनाक बीमारियां हो गई थी। इसकी वजह से उनका काम में भी मन नहीं लग रहा था। पूरा ध्यान सिर्फ और सिर्फ पेट की समस्याओं पर बना रहता था।
आखिर पेट की समस्या है क्या?
शरीर से जुड़ी अधिकतर बीमारियां अक्सर पेट से जुड़ी समस्याओं के कारण ही बढ़ती हैं। इनमें पेट खराब रहने से दस्त, अपच, एसिडिटी, आंतों से जुड़ी परेशानी, और हार्ट बर्न जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। स्वस्थ शरीर के लिए आंतों का स्वस्थ होना भी जरूरी है। अगर आपको आंतों से जुड़ी कोई भी समस्या है, तो इससे पाचन तंत्र पूरी तरह बिगड़ सकता है। आंतों के खराब होने पर शरीर में टॉक्सिन भी जमा होने लगते हैं। इसके कारण आपको कई स्वास्थ्य समस्याएं होने का खतरा हो सकता है।
हकीम जी के नुस्खों पर रंजीत जी को कैसे हुआ विश्वास ?
दरअसल रंजीत जी को जब पेट की समस्या हो गई थी तो वह काफी परेशान से हो गए थे। वह कई सालों से पेट की समस्या से जूझ रहे थे। उन्होंने हर वो मुमकिन कोशिश करके देख ली थी जिससे उनकी परेशानी ठीक हो सके लेकिन उनको कोई खास फर्क नहीं पड़ा। पेट के कारण उनका कोई काम करने में मन नहीं लगता था। उनको हर वक़्त थकान और आलसीपन महसूस होता था जिसकी वजह से उनकी दिनचर्या नकारात्मक तरीके से गुजरने लगी थी। वह अपने आप को काफी अस्वस्थ भी महसूस कर रहे थे।
उन्होंने अपनी इस समस्या के लिए कई सारी एलोपैथिक दवाओं का सेवन भी किया। कई अस्पतालों के चक्कर लगायें लेकिन उन्हें अपनी समस्या में कोई आराम नहीं मिला। रंजीत जी का कहना है कि एलोपैथिक दवाओं के सेवन से कुछ देर आराम तो मिल जाता था लेकिन दवाईयों के असर खत्म होने के बाद उनकी समस्या फिर से बिगड़ जाती थी। रंजीत जी अब कोई ऐसा उपचार खोज रहे थे जिससे उन्हें अपनी इस समस्या में हमेशा के लिए आराम मिल जाए। रंजीत जी का कहना है कि जब उन्हें पेट की समस्या हो गई थी तो हर वक्त वह काफी परेशान रहते थे। वह हर वक्त थके- थके महसूस करते थे। ना घर पर ध्यान रहता था और ना काम पर ही उनका ध्यान रहता था। इस कारण पूरा मेंटल बैलेंस बिगड़ जाता है। उस वक्त उन्होंने काफी संघर्ष किया। उन्होंने कई सारे डॉक्टर भी चेंज किये लेकिन दूसरे डॉक्टर भी एक ही दवा को लिख देते थे। इन सारी चीजों से वह काफी परेशान हो गए थे। लेकिन वो कहते हैं न बुरा वक्त एक ना एक दिन टल ही जाता है। रंजीत जी का भी बुरा वक्त गुजरने वाला था।
एक दिन रंजीत जी टीवी देख रहे थे तभी अचानक से उन्हें आयुर्वेद के विशेषज्ञ हकीम सुलेमान खान साहब का सबसे बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी दिखा। जो उस वक्त लाइव चल रहा था। और हकीम जी सारी परेशानियों के लिए उपचार बता रहे थे साथ ही वह काफी लोगों से फीडबैक कॉल कर रहे थे। रंजीत जी हकीम जी का यह प्रोग्राम देखकर काफी खुश हो गए और उन्होंने भी अपनी समस्या में हकीम जी का घरेलू नुस्खा अपनाने को सोचा जो काफी सस्ता और अच्छा निकला। और हकीम जी का घरेलू नुस्खा अपनाकर रंजीत जी की समस्या में काफी आराम मिल गया। उनका कहना है कि उन्हें सालों पुरानी समस्या से काफी आराम मिल गया। उनका कहना है कि घरेलू नुस्खा उनकी समस्या में काफी कारगर निकला।
एक खास बातचीत में रंजीत जी का कहना है कि उन्होंने हकीम जी का पूरा शो देखा साथ ही उन्होंने यूट्यूब पर भी उनके सारे इंटरव्यू देखें फिर उन्होंने अपने घर पर ही हकीम जी के निर्देशानुसार पेट के लिए 6 चीजों से बना नुस्खा अपनाया जो धनिया, मेथी, सौंफ, सोंठ, जीरा,अजवाइन का मिश्रण होता है। रंजीत जी का कहना है कि उनकी पेट की समस्या काफी वर्षों पुरानी थी लेकिन जब उन्होंने हकीम जी के घरेलू नुस्खों का सेवन किया तो उन्हें मात्र पांच से छ: महीनों में काफी आराम मिल गया। इससे उनकी समस्या एकदम ठीक हो गई। रंजीत जी अब अपनी इस समस्या में हकीम जी का P. CARE भी खाते हैं और अपनी अन्य समस्याओं के लिए हकीम जी के क्लिनिक ATIYA HERBS से दवा भी लेते हैं। आज वो बेफिक्र होकर जिंदगी व्यतीत कर रहे हैं। उन्हें अब पेट से जुड़ी कोई समस्या नहीं है। अब वह बाहर का खाना भी खाते हैं पर सीमित मात्रा में। उनका कहना है कि अब मैं बहुत आराम से जिंदगी व्यतीत कर रहा हूं, पहले तो वह सो भी नहीं पाते थे लेकिन अब वह काफी सेहतमंद जिंदगी गुजार रहे हैं। आज वो अपनी दिनचर्या भी काफी अच्छे से व्यतीत कर रहे हैं।
लोगों को देते हैं रंजीत जी यह सलाह
रंजीत जी का कहना है कि हमें एलोपैथिक दवाओं की जगह यूनानी उपचार का सहारा लेना चाहिए। क्योंकि यूनानी के कोई साइड इफेक्ट नहीं है और जो हकीम जी सारी समस्याओं के लिए घरेलू नुस्खा बताते हैं चाहे वो समस्या बीपी की हो, हार्ट की हो, या पेट की, सारी समस्याओं में वो घरेलू नुस्खा ही बताते हैं। रंजीत जी का कहना है कि हकीम जी का नुस्खा आप सभी को इस्तेमाल करना चाहिए बिना किसी संदेह के क्योंकि यह बहुत कारगर है।
अब वह हकीम जी का नुस्खा अपने परिवार वालों,रिश्तेदारों और मित्रों को भी बताते हैं। रंजीत जी का कहना है कि हकीम जी के नुस्खों की वजह से मेरी सारी समस्याएं दूर हो गई हैं। हकीम जी का यह नुस्खा अपनाकर मेरी जिंदगी एकदम बदल गई। मेरा पेट भी अंदर आ हो गया। अब मैं काफी एनर्जेटिक महसूस करता हूं। पेट के बारे में तो अब मुझे सोचना ही नहीं पड़ता है। रंजीत जी का कहना है मैं हकीम जी का नुस्खा आगे भी जारी रखूंगा। मैं अपने स्वस्थ होने का सारा श्रेय आयुर्वेद के मशहूर हकीम सुलेमान खान साहब को देता हूँ।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
P. CARE क्या है?
अतिया हर्ब का पी-केयर विभिन्न जड़ी-बूटियों का एक मिश्रण है जो पेट को आराम पहुंचाता है और भारी भोजन के बाद कई लोगों को होने वाली एसिडिटी से बचाता है। एक हर्बल संयोजन जो न केवल पाचन को बढ़ावा देता है बल्कि हमारी त्वचा को भी स्वस्थ बनाता है। यह पाचन/आंत संबंधी समस्याओं, लीवर संबंधी समस्याओं, एसिडिटी, पेट बवासीर, किडनी और पित्त पथरी के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा, यह लीवर की रक्षा करने में कुशल है और पित्त स्राव को बढ़ावा देता है। यह त्वचा रोगों के समस्या में कारगर है और रक्त को भी शुद्ध करता है।
आप भी असली P. CARE मंगवाने के लिए इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
011 6120 5358
- Clinic – The Herbals – Atiya Healthcare
- Address – 21B/6, Basement Near Liberty Cinema, New Rohtak Road, Karol Bagh, New Delhi-5