हरियाणा प्रदेश के जिले करनाल के प्रेम चंद त्यागी आज एक बेहतर और स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। आज वे करीब 60 वर्ष की उम्र में भी फुर्तीले और तंदरूस्त हैं। उनके सहयोगी भी उन्हें देखकर आश्चर्य में रहते हैं कि ऐसा क्या नुस्खा या उपाय है ऐसी क्या जड़ी बूटी है जो यह आदमी इतनी उम्र में भी इतना स्वस्थ रहता है। हालांकि प्रेम चंद जी उन्हें अपनी स्वस्थ सेहत का राज बताते भी हैं। जो लोग उनकी बात को मानते हैं वह उनके द्वारा बताई गयी दवाओं का सेवन करते हैं वे भी अपनी स्वस्थ जिंदगी बिता रहे हैं। प्रेम चंद जी पेशे से एक छोटी कंपनी में जॉब करते हैं और उसी से अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। लेकिन आज से कुछ समय पहले तक प्रेम चंद जी भी काफी परेशानियों का सामना कर रहे थे। जैसे कि खुजली, फेफड़े की समस्या, सर्वाइकल और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याओं से जूझ रहे थे। वे खुद यह नहीं जानते थे कि क्या कभी वे इन भयानक बीमारियों से राहत पा लेंगे। बस वे तो अंग्रेजी दवाओं का सेवन करके अपना जीवन यापन व्यतीत कर रहे थे और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे।
आज प्रेम चंद जी के सहयोगी उनकी काफी तारीफ और इज्जत करते हैं। साथ ही प्रेम चेंद जी भी उन सभी के एक बेहतरीन सलाहकार बन चुके हैं। उनके किसी भी सहयोगी को बीमारी से संबंधित यदि कोई भी सलाह चाहिए होती है तो वे सभी बिना सोचे समझे सीधा प्रेमचंद जी के पास पहुंच जाते हैं। प्रेम चंद जी काफी सरल और सुलझे हुए व्यक्ति हैं। इसीलिए लोग उन्हें इतना सम्मान देते हैं। जिसके वे हकदार भी हैं।
कुछ साल पहले प्रेम चंद त्यागी जी काफी बीमारियों से घिरे हुए थे। इन्हीं के चलते हुए उन्होंने अंग्रेजी दवाओं का सेवन शुरू कर दिया। लेकिन बीमारियाँ कुछ समय के लिए तो रूक जाती परंतु खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहीं थीं। उन्होंने अपना इलाज कई बड़े-बड़े डॉक्टरों से कराया। अपनी बीमारी के दौरान कई डॉक्टर भी बदले और लगातार इलाज कराया लेकिन हालत फिर वही की वही।
प्रेम चंद जी बिल्कुल अपनी हिम्मत हार चुके थे। वे अपनी बीमारी को लेकर अंदर ही अंदर से पूरी तरह टूट चुके थे। वे अपने मन को समझा चुके थे कि अब उन्हें जिंदगी भर इस दर्द, परेशानी के साथ ही जीना पड़ेगा। लेकिन उन्होंने भी कभी ये सोचा नहीं था कि उनकी जिंदगी में भी कुछ ऐसा चमत्कार होगा जिससे उनकी पूरी की पूरी जिंदगी ही बदल जायेगी। जो व्यक्ति आज खुद कई समस्याओं से घिरा हुआ है वो कभी कई घातक बीमारियों से जूझ रहे लोगों की मदद कर सकेगा। ऐसा होना तो दूर प्रेम चंद जी ने ये सोचा भी नहीं था। लेकिन भाग्य व्यक्ति को खुद जागरूक करता है और उनके भाग्य के चमकते सितारे हकीम सुलेमान खान साहब साबित हुए।
प्रेमचंद जी एक दिन अपने ही घर पर टीवी देख रहे थे। तभी उन्होंने टीवी पर हकीम साहब का चर्चित शो सेहत और जिंदगी देखा। उन्होंने देखा कि कैसे हकीम जी घरेलू नुस्खों द्वारा बड़ी से बड़ी समस्याओं से निजात दिला रहे हैं। हकीम जी से प्रभावित होकर प्रेम चंद जी ने तभी के तभी हकीम साहब से संपर्क किया और लगातार हकीम जी का शो सेहत और जिंदगी देखते रहे। देखने के साथ ही उन्होंने हकीम जी के घरेलू नुस्खों को अपनाना भी शुरू कर दिया। हकीम जी के द्वारा उन्हें जैतून का सिरका दवा का सेवन करने की सलाह दी गयी। प्रेम चंद जी ने देरी ना करते हुए ATIYA HERBS से इस दवा का मंगवाया और बताए गए निर्देशों के द्वारा इसका सेवन शुरू कर दिया। दवा का सेवन करते अभी कुछ ही समय हुआ था और प्रेम चंद जी को काफी आराम लगने लगा। उनके फेफड़ों और सांस लेने दोनों की समस्या धीरे-धीरे खत्म होने लगी। इस दवा का उपयोग प्रेम चंद जी ने तब तक किया जब तक हकीम साहब ने बताया और अब वे बिल्कुल स्वस्थ हैं। उन्हें किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। आज वे एक खुशहाल जिंदगी बिता रहे हैं।
प्रेम चंद जी अब हकीम साहब जी के द्वारा बताए गए नुस्खों का इस्तेमाल दूसरों की जिंदगी संवारने के लिए भी करते हैं। उन्होंने अपने साथ काम करने वालों को भी इन नुस्खों के बारे में बताकर काफी हद तक उनको आराम दिया है और वे सभी लोग हकीम साहब जी के नुस्खे के साथ-साथ प्रेम चंद जी पर काफी विश्वास करने लगे हैं। प्रेम चंद जी के किसी भी सहयोगी या रिश्तेदार को यदि कोई भी समस्या होती है तो वह सीधा हकीम साहब की दवाइयाँ मगांकर उन्हें देते हैं।
प्रेम चंद जी ने कई बीमारियों से जूझ रहे 35 से 36 लोगों की मदद की है। आज वे सभी हकीम साहब जी के नुस्खे अपनाते हैं और स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। अपने स्वस्थ जीवन का श्रेय वे सभी लोग प्रेम चंद जी को देते हैं। वे लगातार लोगों की मदद करने में लगे हुए हैं।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
जैतून का सिरका क्या है?
हकीम सुलेमान साहब का जैतून का सिरका विभिन्न रोगों जैसे मधुमेह नियंत्रण, पाचन, गैस्ट्रिक से संबंधित समस्या, लिवर से संबंधित समस्या, गुर्दे से संबंधित समस्या, उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की समस्या के लिए एक आदर्श हर्बल उपचार है। हकीम साहब के अनुसार जैतून का सिरका शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए काफी असरदार है। डायबिटीज के लिए यह सिरका फायदेमंद है। जैतून का सिरका पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक है। इसके इस्तेमाल से किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। इसकी खुराक को हकीम साहब या हकीम साहब की कंपनी के डॉक्टरों द्वारा बताई गयी मात्रा में ही लेना चाहिए। ज्यादा मात्रा में इसका सेवन इसकी काम करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।