आजकल के इस भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में हम अपने स्वास्थ को अनदेखा कर देते हैं. व्यस्त जीवनशैली, असंतुलित खानपान और तनाव की वजह से हम अपनी हेल्थ का ध्यान नही रख पातें हैं जिसकी वजह से कई समस्याएं देखने को मिलती है. इनमें से ही एक समस्या है- PCOD (पॉलीसिस्टिक ओविरियन रोग) जो कि महिलाओं में पाई जाती हैं. आज हर दस में से एक महिला PCOD की समस्या से जूझ रही है.
तो चलिए जानते है इसके कारण, लक्षण और इलाज के बारे में –
क्या है PCOD/PCOS ?
पॉलीसिस्टिक ओविरियन रोग (PCOD),को पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) भी कहा जाता है. एक बहुत ही सामान्य स्थिति है, जो 12 से 45 वर्ष की आयु वर्ग के 5% से 10% महिलाओं को प्रभावित करती है. आमतौर पर “PCOS” या “PCOD” रिप्रोडक्टिव उम्र की महिलाओं में हॉर्मोनल असंतुलन के कारण पाई जाती है. इस रोग में महिला के शरीर में male हॉरमोन ‘एंड्रोजन’(androgen) का लेवल बढ़ जाता है और ओवरीज़ पर एक से अधिक सिस्ट हो जाते हैं.
PCOD मासिक धर्म की अवधि में समस्याएं पैदा करता है, जिसकी वजह से महिला को गर्भ धारण करने में कठनाई होती है.
PCOD/PCOS के कारण :
- पुराने रोग – यदि घर में किसी को पहले भी PCOD रह चुका है तो यह एक कारण हो सकता है क्यूंकि यह बीमारी genetically भी पास होता है. मधुमेह(Diabetes) और उच्च रक्तचाप(Hypertension) और Cholesterol के बढ़ने की वजह से भी PCOD हो सकता है.
- तनाव(Stress) – आजकल के इस भाग-दौड़ भरी ज़िन्दगी में तनाव के कारण लोगों की हेल्थ ,खान-पान और दिनचर्या काफी प्रभावित होती है. देर रात का खाना, धूम्रपान, शराब जैसी नशीली चीजों के सेवन के कारण भी हार्मोनल इम्बैलेंस होता है.
- असंतुलित आहार – अधिक तेलयुक्त, वसायुक्त और मीठे खाद्य-पदार्थ का सेवन शरीर के लिए हानिकारक होता है.
- मोटापा (Obesity) –आज की युवा पीढ़ी को जरूरत से ज्यादा जंक फ़ूड के सेवन की वजह से मोटापा जल्दी घेर लेता है. मोटापे में शरीर की बढ़ी हुई चर्बी के कारण Estrogen Hormone समान्य से ज्यादा बनने लगता है जो कि ओवरी में cyst बनाने के लिए जिम्मेवार होता है.
PCOD/PCOS के लक्षण (Symptoms) :
- मुँहासे (acne).
- अनियमित मासिक धर्म.
- त्वचा पर दाग.
- वज़न बढ़ना.
- चेहरे और शरीर पर अतिरिक्त बाल.
- सिर के बालों का झड़ना.
- गर्भधारण में मुश्किल आना.
डिप्रेशन यदि आप ऊपर दिए गए किसी भी symptoms के शिकार हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
PCOD/PCOS का उपचार – इस बीमारी में थायरॉयड हार्मोन परीक्षण, पेट और श्रोणि के अल्ट्रासाउंड जैसी जांच की जाती है. इसके साथ ही आप diabetes का टेस्ट भी ज़रूर करवा लें क्योंकि जिस भी महिला को PCOS/PCOD की समस्या होती है उनमें diabetes होने के chances बढ़ जाते हैं.PCOD को पूरी तरह ठीक करना बहुत कठिन है. लेकिन हम दिए गये तरीकों से इसे कण्ट्रोल कर सकते हैं :
स्वस्थ आहार- जंक फूड्स जैसे शरीर को नुक्सान पंहुचाने वाले खाद्य पदार्थ का इस्तेमाल कम करें. भोजन में हरी सब्जियां, सलाद, फल आदि का प्रयोग करें. आप प्रतिदिन कम से कम 3 लीटर पानी जरुर पिएं.
व्यायाम – नियमित व्यायाम आपके बढ़ते वजन को कम करने में लाभदायक है. साथ ही यह आपके शरीर में ब्लड ग्लुओकोस के स्तर को कम करता है. सुबह जल्दी उठें व 6-7 घंटे की नींद जरुर लें.
एंटी एण्ड्रोजन ड्रग्स – ये दवाएं एण्ड्रोजन के स्तर को कम करती हैं. और शरीर में बढ़ रहे बालों के साथ-साथ मुहांसों को भी कम करती हैं. लेकिन आप दवाएं लेने से पहले डॉक्टर से जरुर सलाह करें.
सर्जरी – PCOD में कभी-कभी ऑपरेशन भी करने की जरूरत पड़ जाती है. इसे Laproscopic Ovarian Drilling(LOD) कहा जाता है. इस ऑपरेशन में लेज़र के माध्यम से ओवरी में बने cyst को ऑपरेट किया जाता है.
PCOS/PCOD को दूर करने के घरेलू उपाय :
आप घर में पाए जाने वाले चीजों का इस्तेमाल कर के इसे कण्ट्रोल कर सकते हैं. लेकिन कोई भी नुस्खा आज़माने से पहले आप डॉक्टर की सलाह ज़रूर ले लें. ये हैं कुछ घरेलू उपाय –
दालचीनी – ये आपके अनियमित पीरियड की समस्या को दूर करने में बड़ी मददगार होती है. एक चम्मच दालचीनी का पाउडर गरम पानी में मिलाकर पिएं. आप चाहें तो इसे दही या चाय में मिलाकर भी लें सकती हैं. रोज़ाना इसके सेवन से आपको जल्द ही रिज़ल्ट मिलने लगेगा.
अलसी – इसे हम flaxseed भी कहते हैं. अलसी शरीर में एण्ड्रोजन के स्तर को कम करने के साथ ही, कोलेस्ट्रॉल, बीपी और दिल की बीमारी होने रोकती है. 1-2 चम्मच पीसी हुई अलसी को सादे पानी में मिलाकर पी लें. नतीजा ना मिलने तक रोज़ इसे लें.
मेथीदाना – मेथीदाना होर्मोंस को संतुलित करने, साथ ही कोलेस्ट्रॉल लेवल और वजन को कम करने में मदद करता है. इसके लिए आप तीन चम्मच मेथीदाने को पानी में 7-8 घंटे के लिए भिगो कर रख दें. सुबह खाली पेट व लंच और डिनर के 10 मिनट पहले एक चम्मच भीगा हुआ मेथीदाना शहद के साथ मिलाकर खाए. इस उपाय को कुछ महीने तक नियमित रूप से करें.
Apple Cider Vinegar – यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है, जिसकी वजह से शरीर में हॉर्मोनल असंतुलन नहीं होता है और इंसुलिन भी कम बनता है. दो चम्मच apple cider vinegar को एक ग्लास पानी में मिलाकर प्रतिदिन सुबह खाली पेट या लंच और डिनर से पहले पिएं. यह उपाय कुछ महीने करें, आपको लाभ दिखेगा.