आज की बदलती लाइफस्टाइल में कई सारी परेशानियों का होना एक आम बात है। ऐसे में कई लोगों को शुगर की दिक्कत का सामना भी करना पड़ जाता है। इस परेशानी के चलते कई लोगों के लिए जिंदगी गुजारना काफी मुश्किल होता है क्योंकि इसमें बल्ड शुगर लेवल बढ़ने से शरीर में दिक्कते होनी शुरू हो जाती है। आपको बता दें अगर समय रहते इस समस्या पर ध्यान न दिया जाए तो आगे चलकर आपके लिए ये और भी खतरनाक हो सकती है इसलिए जरूरी है कि सही समय पर शुगर को कंट्रोल कर लिया जाए। ऐसी ही एक कहानी है कीकू जी की जो कई सालों से बढ़ते हुए शुगर से काफी परेशान थे पर यूनानी नुस्खों की मदद से आज उनका शुगर काफी कंट्रोल हो चुका है। आइए जानते हैं कीकू जी की कहानी जिन्होंने काफी समय तक अपनी समस्याओं से संघर्ष किया और आखिर में जीत भी उन्हीं की हुई।
पुणे की खंडेवस्ती भोसरी में रहने वाले 64 साल के कीकू जी की जिंदगी आसान नहीं थी। घर परिवार की जिम्मेदारी उठाना और सेहत का ख्याल रखना मानों उनके लिए चुनौती बन गया हो। वह पहले बैल्डिंग का काम किया करते थे पर आंखों की रोशनी कमजोर होने की वजह से उन्होंने वो काम करना छोड़ दिया है। अब वो घर पर ही रहते हैं पर घर चलाने के लिए उनकी पत्नी घर-घऱ में जाकर झाड़ू पोछे का काम करती है। उनके परिवार की बात करें तो परिवार में उनकी दो बेटियां है जिनकी शादी हो चुकी है। साथ ही वह अपनी पत्नी के साथ एक छोटे से घर में खुशहाल जिंदगी गुजार रहे हैं। कीकू जी काफी स्वाभिमानी और दयालु स्वभाव के व्यक्ति हैं जो हमेशा लोगों की मदद करने के लिए आगे रहते हैं पर ना जानें उनकी खुशहाल जिंदगी और हस्ते खेलते परिवार को किसकी नजर लग गई। हमेशा से स्वस्थ रहने वाले कीकू जी को शुगर की परेशानी हो गई। उनका शुगर 400-450 रहा करता था। बढ़ती परेशानी को झेलना मानों उनके लिए मुश्किल हो चुका था।
कीकू जी का शुगर बढ़ने से उन्हें चक्कर आना, प्यास लगना, हाथ-पैरों में दर्द, होने की परेशानी बनी रहती थी। इसके अलावा उनके काम से उनकी आंखों की रोशनी पहले से ही कम हो गई थी। गरीबी इंसान को इस कदर परेशान कर देती है कि उसके लिए जीवनयापन करना भी बेहद कठिन हो जाता है ऐसी ही स्थिति कीकू जी की भी थी क्योंकि उनका काम छूट जाने के बाद परिवार चलाना आसान नहीं था। वो बस यही चाहते थे कि कैसे भी करके वो पहले कि तरह स्वस्थ हो जाएं। इसके लिए कीकू जी ने कई प्रयास किए कई डॉक्टरों को भी दिखाया पर नतीजा यही देखने को मिला कि उन्हें आराम नहीं मिला। आपको बता दें एक समय ऐसा था जब कीकू जी ने मध्यप्रदेश में भी एक डॉक्टर को दिखाया लेकिन उनका शुगर कंट्रोल होने का नाम नहीं ले रहा था। वो कहते हैं ना हर किसी के जीवन में अगर दुख है तो सुख भी आते हैं बस जरूरी है ऐसे समय में परेशानियों के आगे डटकर खड़े रहना। शायद भगवान को भी यहीं मंजूर था कि कीकू जी संघर्ष के साथ अपनी परेशानियों का सामना करें।
फिर एक दिन वह रोजाना की तरह अपना मोबाइल पर यूट्यूब चला रहे थे कि तभी उनकी नजर यूनानी के मशहूर हकीम सुलेमान खान साहब के शो सेहत और जिंदगी पर पड़ी जिसमें वो लोगों को उनकी समस्याओं के लिए यूनानी नुस्खे बता रहे थे और लोगों को उनकी समस्याओं से काफी आराम भी देखने को मिल रहा था। बस फिर क्या था कीकू जी भी उनकी बातों को सुनकर काफी प्रभावित हो गए। कीकू जी ने स्क्रीन पर दिखाए गए नंबर पर कॉल करके हकीम जी से संपर्क करने का प्रयास किया जिसके बाद उनकी कॉल हकीम जी की टीम के सदस्य ने उठाई। अपनी परेशानी बताने के बाद कीकू जी को जैतून सिरका लेने का सुझाव दिया गया पर गरीबी की हालत और बीमारियों से घिरे कीकू जी के पास इतने पैसे नहीं थे कि वो जैतून का सिरका ऑडर कर सकें। कीकू जी की समस्याओं को देखते हुए हकीम जी की टीम ने उन्हें फ्री में दवा देने को कहा ताकि वो जल्द ही अपनी खुशहाल जिंदगी जी सकें। कुछ ही दिनों बाद कीकू जी के पास ATIYA HERBS की वेबसाइट पर उपलब्ध जैतून सिरका आ गया जिसे हकीम जी के दिशा निर्देश अनुसार उन्होंने सेवन किया। जैतून के सिरके का सेवन करने के बाद कुछ ही दिनों में उन्हें काफी आराम देखने को मिला। उनका जो शुगर 400 से 450 के बीच रहा करता था वो अब पहले से काफी कंट्रोल है। उनकी पत्नी को जो उनकी चिंता हमेशा सताती थी वो अब नहीं सताती क्योंकि हकीम जी के नुस्खों की मदद से उनके पति को एक नया जीवन जो मिला है।
कीकू जी स्वस्थ होने के बाद पहले से काफी बेहतर जिंदगी गुजार रहे हैं अब वो गाड़ी चला लेते हैं, उन्हें पहले की तरह चक्कर नहीं आते हैं न ही हड्डियों का दर्द परेशान करता है। उनके जीवन में अगर ये सभी परेशानियां कम हो पाई हैं तो वो सिर्फ और सिर्फ हकीम जी की मदद से ही संभव हो पाया है। कीकू जी खुद स्वस्थ होने के बाद अपने दोस्त, रिश्तेदारों को भी हकीम जी के घरेलू नुस्खे अपनाने की सलाह देते हैं क्योंकि वो यही चाहते हैं कि जिस तरह से उन्हें अपनी परेशानियों में आराम मिला है उसी तरह से बाकी लोगों को भी आराम मिल सकें। कीकू जी की बदलती जिंदगी का सारा श्रेय हकीम सुलेमान खान साहब को ही जाता है।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
जैतून का सिरका क्या है?
हकीम सुलेमान साहब का जैतून का सिरका विभिन्न रोगों जैसे मधुमेह नियंत्रण, पाचन, गैस्ट्रिक से संबंधित समस्या, लिवर से संबंधित समस्या, गुर्दे से संबंधित समस्या, उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की समस्या के लिए एक आदर्श हर्बल उपचार है। हकीम साहब के अनुसार जैतून का सिरका शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए काफी असरदार है। शुगर के लिए यह सिरका फायदेमंद है। जैतून का सिरका पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक है। इसके इस्तेमाल से किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। इसकी खुराक को हकीम साहब या हकीम साहब की कंपनी के डॉक्टरों द्वारा बताई गयी मात्रा में ही लेना चाहिए। ज्यादा मात्रा में इसका सेवन इसकी काम करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।