जशन जी चंडीगढ़ की रहने वाली महिला हैं और उनकी उम्र 85 साल की है। इस उम्र में आकर भी वे अपनी सेहत का पूरा ख्याल रखती हैं। जिस उम्र में लोग अपने परिवार के लोगों पर आश्रित हो जाते हैं उस उम्र में जशन जी ने खुद को स्वस्थ कर रखा है। उन्होंने भी अपने जीवन में काफी परेशानियों का सामना किया है। कई ऐसी समस्याएं जो व्यक्ति को हो जायें तो पीछा छोड़ने का नाम ही नहीं लेतेीं। लेकिन जशन जी ने हार ना मानते हुए खुद को सेहतमंद किया और साबित करके दिखाया कि उम्र चाहे कोई भी हो यदि व्यक्ति यूनानी पर भरोसा रखे तो वह स्वस्थ हो सकता है। आज जशन जी अपनी उम्र के लोगों से काफी खुश और स्वस्थ जीवन जीती हैं। क्योंकि उन्होंने यूनानी पर भरोसा किया है। साथ ही उनका कहना है कि यदि सभी तरफ से निराश लोगों को उनकी किसी भी समस्या में राहत नहीं मिल रही है तो एक बार यूनानी इलाज जरूर करना चाहिए। चलिए बताते हैं आपको जशन जी के जीवन की कहानी।
जशन जी के जीवन में सब सही चल रहा था लेकिन एक दिन उन्हें स्किन की गंभीर समस्या हो गयी। उनकी स्किन को देखकर सारे घरवाले भी परेशानी में आ गये। आखिर अचानक से यह समस्या पैदा कैसे हो सकती है। जशन जी को डॉक्टर के पास ले जाया गया। जांच करने के बाद पता चला कि यह सोरायसिस की समस्या है। डॉक्टर का यह भी कहना था कि इस समस्या को खत्म नहीं किया जा सकता। यह समस्या जड़ से खत्म नहीं हो सकती इसके लिए अब जिंदगी भर दवाई खानी पडेगी। जशन जी बताती हैं कि वह उस समय बहुत डर गयी थीं। उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या करना है क्या नहीं करना है। आखिर इस विपरीत घड़ी से कैसे निपटा जाये। लेकिन कर भी क्या ही सकते थे। जैसा डॉक्टर ने बताया था उसी प्रकार जशन जी का इलाज शुरू किया गया। सोरायसिस के साथ-साथ उन्हें आर्थराइटिस की समस्या भी हो गयी थी। इस समस्या से राहत पाने के लिए भी एलोपैथिक इलाज ही किया जा रहा था। जशन जी का यह दौर बहुत ही खराब चल रहा था। उनकी उम्र के साथ-साथ ही उनके शरीर में बीमारियाँ भी जन्म ले रही थीं और उन सभी समस्याओं का कोई कारगर इलाज भी नहीं मिल पा रहा था। जशन जी काफी परेशान रहने लगीं। महीने में तीन से चार बार उन्हें डॉक्टर के पास जाना पड़ता था। इन समस्याओं के साथ ही उन्हें धीरे-धीरे शुगर की समस्या भी पैदा होनी शुरू हो गयी। एक साथ इतनी सारी समस्याओं का आना मानो जशन जी के लिए एक बड़ी चुनौती सी बन गयी हो। अब उन्हें जरूरत थी तो बस एक ऐसे कारगर इलाज की जो उन्हें इन सभी समस्याओं से बाहर निकाल सके। लेकिन किसी भी समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए कुछ ना कुछ अलग तो करना ही पड़ता है। अंग्रेजी दवाओं के ज्यादा सेवन से शरीर में कई अन्य समस्याएं भी जन्म लेना शुरू कर देती हैं। जशन जी जानती थीं कि अगर जैसे हालात अब चल रहे हैं यदि ऐसे ही चलते रहे तो एक ना एक दिन वे पूरी तरह से बिस्तर के अधीन हो जायेंगी।
जशन जी को टीवी के माध्यम से ही ऐसे व्यक्ति से मिली जिसके आने से उनकी साराी समस्याएं खत्म हो गयी और आज वे बेहद स्वस्थ हैं। उन महान व्यक्ति का नाम है माननीय हकीम सुलेमान खान साहब। हकीम जी को यूनानी का महान विशेषज्ञ माना जाता है। उन्होंने टीवी पर ही हकीम जी का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला शो सेहत और जिंदगी देखा। उस शो में खुद हकीम जी लोगों की परेशानी सुनकर उन्हें घरेलू नुस्खे बता रहे थे। जशन जी को हकीम जी के घरेलू नुस्खे काफी कारगर लगे। उन्होंने भी मन बनाया कि अब वह भी हकीम जी के नुस्खों को अपनाना शुरू करेंगी। जशन जी ने हकीम जी से संपर्क किया और अपनी सारी समस्याओं के बारे में बता दिया। हकीम जी ने उनकी सभी समस्याओं को सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि वह निराश ना हों। वे स्वस्थ हो सकती हैं। उन्हें आर्थराइटिस की समस्या के लिए सबसे कारगर औषधि गोंद सियाह को इस्तेमाल करने की सलाह दी। साथ ही सोरायसिस की समस्या में गोंद मोरिंगा और P CARE लेने की सलाह दी। जशन जी ने तभी ATIYA HERBS से सभी दवाइयों को ऑर्डर किया और हकीम जी के निर्देश अनुसार उनका उपयोग करना शुरू कर दिया। सबसे पहले उन्हें अपने आर्थराइटिस की समस्या में आराम लगने लगा। गोंद सियाह ने उन्हें बहुत ही कम समय में आराम देना शुरू कर दिया। साथ ही सोरायसिस की समस्या में आराम होने लगा। जशन जी अपनी यह सुधरती हुई हालत देखकर काफी खुश हुईं और हकीम जी का बहुत-बहुत धन्यवाद करने लगीं। उनका कहना है कि यह सब कुछ हकीम जी की मेहरबानी से ही हुआ है।
हकीम जी की यूनानी औषधियों को अपनाने के बाद आज जशन जी बेहद खुश हैं और लोगों को भी उनके नुस्खे लेने की सलाह देती हैं। जशन जी हकीम जी से इतनी प्रेरित हैं कि उनके लिए खाली समय में कुछ ना कुछ लिखती रहती हैं। जब से वह स्वस्थ हुई हैं तब से वे हकीम जी का शो रोजाना देखती हैं। अब उनके घर में यदि कोई भी छोटी मोटी समस्या होती है तो उसके लिए कोई भी डॉक्टर के पास नहीं जाता ब्लकि जशन जी के कहने पर हकीम जी के घरेलू नुस्खे ही बनाये जाते हैं। साथ ही वे अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों को भी हकीम जी की यूनानी औषधियों के बारे में बताती हैं। अब तक जशन जी कई लोगों की मदद कर चुकी हैं और कोई भी उनसे उनकी सेहत का राज पूछता है तो वह उसका सारा श्रेय हकीम सुलेमान खान साहब को देती हैं।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
गोंद मोरिंगा क्या है?
गोंद मोरिंगा एक प्राकृतिक उत्पाद है जो कई सारी समस्याओं में लाभकारी है। गोंद मोरिंगा को सफेद गोंद के नाम से भी जाना जाता है। सोरायसिस (स्किन समस्या), पाचन, गैस्ट्रिक संबंधी समस्या, लिवर संबंधी समस्याएं, बवासीर, और सभी प्रकार के त्वचा संक्रमण जैसी विभिन्न बीमारियों का इलाज करता है। इसके इस्तेमाल से आप अपनी इन गंभीर समस्याओं का इलाज भी कर सकते हैं।