आज की बदली लाइफस्टाइल में सिर्फ बड़ी उम्र के लोगों में ही नहीं, बल्कि युवाओं में भी कमर दर्द की समस्या देखने को मिल जाती है। जिसकी वजह से काम करने झुकने में, बैठनें में भी दिक्कत आने लगती है। ऐसे में खुद को स्वस्थ बनाए रखने के लिए जरूरी है, कि एक ही स्थान पर बैठे रहने से बचने की कोशिश करें और अपने पैरों को एक्टिव रखने के लिए मूवमेंट करते रहें। कमर से जुड़ी समस्या जिसे साइटिका कहा जाता है, उसमें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हर व्यक्ति में साइटिका के दर्द का अलग-अलग तरह से अनुभव किया जा सकता है। जिसे सहन करना सभी के लिए भी काफी मुश्किल हो सकता है। दरअसल बॉडी पॉश्चर सही नहीं होने के कारण भी कमर दर्द की समस्या हो जाती है। जिसकी वजह से नसों में खिचांव होने लगता है और ये दर्द कमर से लेकर पैरों तक बढ़ जाता है। ऐसी ही एक कहानी है गुजरात की रहने वाली पटेल हेमलता बेन की जो साइटिका के दर्द से काफी परेशान थी पर हकीम जी के नुस्खों को अपनाकर उन्होंने अपनी जिंदगी को काफी बेहतर बना दिया, आइये जानते हैं उनकी पूरी कहानी के बारे में?
गुजरात के अहमदाबाद में स्थित सहजानंद पार्क के पास निगम सोसाइटी में रहने वाली पटेल हेमलता बेन काफी सरल स्वभाव की महिला हैं। वह एक हाउसवाइफ है और काफी बेहतर तरीके से अपने परिवार की जिम्मेदारी निभा रही थी पर उनके जीवन में कमर की बढ़ती दिक्कत कई सारी चुनौतियों को लेकर आई जिसकी वजह से उनकी जिंदगी आसान नहीं थी इन्हें हर दिन तकलीफों का सामना करना पड़ रहा था। साइटिका के दर्द की वजह से इनकी कमर से लेकर पैरों तक दर्द होता था। घर का काम करने वाली पटेल हेमलता बेन के लिए जिंदगी आसान नहीं रही। वो कहते हैं न जिंदगी में परेशानियों का आना जाना लगा रहता है, अगर किसी के जीवन में सुख है तो दुख भी आएंगे और अगर किसी के जीवन में दुख हैं तो सुख भी आएंगे। शायद इसी के सहारे ही उनकी जिंदगी गुजर रही थी।
पटेल हेमलता बेन ने इतनी तकलीफ और दिक्कत होने के बावजूद भी हार नहीं मानी। एक दिन वह रोजाना की तरह टी.वी देख रही थी तभी अचानक से उनकी नजर हकीम सुलेमान खान साहब के सबसे बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी पर पड़ी। जिसमें हकीम साहब लोगों को उनकी समस्याओं के लिए यूनानी नुस्खे अपनाने की सलाह दे रहे थे, तो वहीं कुछ लोगों को हकीम जी के घरेलू नुस्खों से जो फायदा मिला उसके बारे में प्रोग्राम में बता रहे थे।
इन्हीं सब बातों से प्रभावित होकर पटेल हेमलता बेन ने मन बना लिया कि वो एक बार जरूर हकीम जी के नुस्खों को अपनाकर देखेंगी। शायद उन्हें उम्मीद नजर आने लगी थी कि अब वो पहले से बेहतर हो सकती हैं। बिना किसी संकोच के पटेल हेमलता बेन ने कमर दर्द के लिए हकीम जी की असरदार बूटी गोंद सियाह को ATIYA HERBS से ऑर्डर किया और उन्होंने इसका सेवन करना शुरु कर दिया। गोंद सियाह के सेवन से पटेल हेमलता बेन को अपनी समस्या में काफी आराम मिलने लगा। इसके अलावा उन्होंने कमर दर्द में कारगर बूटी T.care का भी सेवन करना शुरु कर दिया। पटेल हेमलता बेन को हकीम साहब की बूटी से काफी फायदा मिला। जहां वो पहले उठ-बैठ नहीं पाती थी, चल नहीं पाती थी, और सीढ़ियां नहीं चढ़ पाती थी पर अब आसानी से सारा काम कर लेती हैं। ये सब हकीम जी की बूटी से ही संभव हो पाया है।
पटेल हेमलता बेन अब स्वस्थ होने के बाद और लोगों को भी हकीम जी के घरेलू नुस्खे अपनाने की सलाह देती है। उनका कहना है कि हकीम जी के नुस्खों से उनकी जिंदगी ही बदल गई। पहले जो वो दर्द की वजह से परेशान थी पर अब नहीं हैं वो कहती हैं कि आज जो वो स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी गुजार रही हैं उसका सारा श्रेय वो हकीम सुलेमान खान साहब को ही देती हैं।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
गोंद सियाह क्या है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई समस्याओं को हम से दूर रख सकता है।