पैरों में दर्द होने की समस्या वैसे तो बेहद आम है। यह समस्या किसी भी व्यक्ति को हो सकती है। लेकिन यदि पैरों में दर्द लगातार बना रहता है या फिर बार-बार होता है तो इस पर सोचने की जरूरत है। यह कोई बड़ी समस्या भी हो सकती है। इस पर खासा ध्यान देने की जरूरत है। कभी-कभी ऐसा भी देखा गया है कि पैरों में झनझनाहट होने को लोग यूं ही टाल देते हैं लेकिन बाद में यह समस्या बड़ा रूप ले लेती है। जिसके बाद काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसी ही कहानी है लखनऊ के रहने वाले हाजी सरवर हुसैन की जो कई सालों से अपने पैरों के असहनीय दर्द से काफी परेशान थे पर आज हकीम जी के नुस्खे अपनाकर काफी खुश्हाल जिंदगी गुजार रहे हैं। आइये जानते हैं कि उन्होंने हकीम जी के कौन-कौन से नुस्खे अपनाएं जिससे उन्हें पैरों के दर्द में राहत मिल पाई।
लखनऊ के रहने वाले हाजी सरवर जी अपने परिवार के साथ काफी अच्छी जिंदगी व्यतीत कर रहे थे। पहले वह सुनार का काम किया करते थे। जिससे उनका परिवार का भरण पोषण होता था। वह काफी दयालु स्वभाव के व्यक्ति हैं लोग उनके इसी व्यवहार से काफी प्रभावित होते थे। आपको बता दें हाजी सरवर जी अपने पैरों की समस्या को लेकर काफी परेशान रहते थे। पैरों में लगातार झनझनाहट से उनकी परेशानी और भी ज्यादा बढ़ जाती। उनके लिए उठने- बैठने से लेकर घूमना- फिरना तक मुश्किल हो गया था। वो अपनी समस्या को लेकर काफी परेशान रहने लगे।
वह चाहते थे कि उन्हें अपनी परेशानी में आराम मिल जाए क्योंकि उनकी ये परेशानी उनके जीवन की सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही थी। डॉक्टरों से दवा लेते लेते वह काफी थक चुके थे क्योंकि जब तक वह दवा खाते तब तक उन्हें आराम मिलता और जैसे ही दवा का असर कम हो जाता वैसे ही दर्द फिर से शुरू हो जाता। उन्होंने उम्मीद ही छोड़ दी थी कि वह अब कभी स्वस्थ हो पाएंगे। वो कहते हैं ना अगर जीवन में सुख आता है तो दुख भी आता है बस ऐसे समय में जरूरत है खुद को मजबूत बनाएं रखने की। शायद अब वो दिन आ गए थे जब हाजी सरवर जी के जीवन से दुख कम होने वाला था।
दरअसल एक दिन उन्हें आयुर्वेद के मशहूर हकीम सुलेमान खान साहब के बारे में उन्हें पता चला। फिर उन्होंने बिना देरी किये हकीम जी का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी देखा जहां हकीम जी घरेलू नुस्खे के बारे में बता रहे थे। हकीम जी का यह शो देखकर हाजी सरवर जी काफी खुश हो गए मानों उन्हें एक आस नजर आयी हो। उन्होंने बिना देरी किये हकीम जी की वेबसाइट ATIYA HERBS से गोंद सियाह ऑर्डर किया और हकीम जी के निर्देशानुसार उसका सेवन करना शुरु कर दिया।
गोंद सियाह के इस्तेमाल से हाजी सरवर जी को अपनी समस्या में आराम मिल गया। आज वो बेहद स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी गुजार रहे हैं। हाजी जी का कहना है कि वो अपनी पत्नी की परेशानी में भी हकीम जी के नुस्खों को अपनाने की सलाह देते है। हाजी सरवर जी को पैर की समस्या के साथ-साथ पेट की भी समस्या हो गई थी जिसके लिए उन्होंने हकीम जी के बेहतरीन नुस्खों को अपनाया। वह हकीम जी से इतने प्रभावित हैं कि उनके नुस्खे घर में खुद बनाकर भी रखते हैं।
आज हाजी सरवर जी हकीम जी का काफी शुक्रिया अदा करते है। वह हकीम जी के लिए लंबी आयु की दुआ मांगते है। ताकि ऐसे ही हकीम जी सबकी मदद करते रहे और लोग हकीम जी के घरेलू नुस्खों से खुद को स्वस्थ करते रहे। हकीम जी का घरेलू नुस्खा काफी बढ़िया है और यह हमारे घर की किचन में ही काफी आसानी से मिल जाता है। इसके लिए हमें कहीं और जाने की जरुरत भी नहीं होती। इसी के साथ हाजी सरवर जी ने एक खास बातचीत में हमें बताया कि जब उन्हें पैरों की समस्या हो गई थी तो उनका उठना- बैठना, चलना- फिरना तक मुश्किल हो गया था। लेकिन हकीम जी के नुस्खे सेवन करके अब उनकी सारी परेशानी कम हो गई है। अब वह आराम से चल फिर सकते हैं। कहीं भी आ जा सकते हैं। अब उनकी जिंदगी पहले से काफी आसान हो गई है। जो आज वह सेहतमंद जिंदगी गुजार रहे हैं उसका सारा श्रेय वह यूनानी के मशहूर हकीम सुलेमान खान साहब को देते हैं।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
गोंद सियाह क्या है?
यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्य है। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। इस पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है उसे गोंद सियाह कहते हैं, यह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है, यह बहुत ही पौष्टिक होता है इसमें उस पेड़ के गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई समस्याओं को हम से दूर रखता है।