दुनिया का हर व्यक्ति आज किसी न किसी समस्या से परेशान है। वह जीवन की भागदौड़ में इतना व्यस्त हो गया है कि न तो उसके पास सोने का समय है और न ही वह स्वस्थ आहार ले पा रहा है। वहीं तनाव उसके आसपास ही मंडराता रहता है जिससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में अपने आहार और जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव आपको एक अच्छा संपूर्ण स्वास्थ्य देने में मदद कर सकते हैं। हमारे शरीर का सारा संचालन पेट से ही होता है। पेट ही है जो हमारे सारे शरीर के तारों को एक दूसर से जोड़े रखता है। इसीलिए पेट को स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है। यदि पेट अस्वस्थ होगा तो शरीर में कई बीमारियाँ एक साथ जन्म ले लेती हैं। धीरे-धीरे एक वक्त ऐसा आता है कि शरीर कई बीमारियों से घिर जाता है। ऐसी स्थिति आने से पहले ही यदि पेट का ख्याल रखा जाये तो ही बेहतर है। अन्यथा इस समस्या को स्थिर होने में देर नहीं लगती है। ऐसा ही एक किस्सा है लखनऊ के गुड्डू जी का। जिन्हें पेट की गंभीर समस्या थी और उन्होंने यूनानी दवाओं की मदद से खुद को स्वस्थ कर लिया।
गुड्डू जी लखनऊ के रहने वाले हैं और उनके गांव का नाम पैंतेपुर है। 38 साल के गुड्डू जी पैंतेपुर गांव में ही वे एक शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। गुड्डू जी बहुत ही मेहनत और लग्न के साथ बच्चों को शिक्षा देने का काम कर रहे हैं। बच्चों को शिक्षा देने में वे इतने लीन हो गये की खुद पर कभी ठीक से ध्यान ही नहीं दे पाये। जिसका नतीजा यह निकला कि उन्हें पेट की गंभीर समस्या हो गयी। दरअसल उन्हें पेट में गैस बनने की समस्या हो गयी थी। शुरूआत में तो ज्यादा कुछ दर्द नहीं हुआ लेकिन समय के साथ यह समस्या बढ़ती चली गयी। जब समस्या ज्यादा बढ़ने लगी तो गुड्डू जी ने इसका एलोपैथिक इलाज कराना शुरू किया लेकिन एलोपैथिक इलाज से पूरी तरह से खुश नहीं थे। क्योंकि इसका असर कुछ समय के लिए ही रहता था। जिसके कारण गुड्डू जी को काफी समस्या का सामना करना पड़ता था। उनके लिए रात में चैन की नींद लेना तो दूर सही ढंग से करवट बदलना भी भारी सा हो रहा था। उनकी इस स्थिति को देखकर घरवाले भी काफी चिंता में रहने लगे। गुड्डू जी को अपनी समस्या में कोई आराम लगता दिखाई नहीं दे रहा था। अपनी समस्या से काफी परेशान गुड्डू जी ना जानें कैसे-कैसे अपने दिन काट रहे थे। इस समस्या के चलते काम में मन लगना भी काफी मुश्किल था।
गुड्डू जी अपनी समस्या का कोई ऐसा इलाज चाहते थे जिसे अपनाने के बाद उनकी समस्या में लंबे समय तक राहत मिल सके। लेकिन यह इलाज किन दवाईयों से मिलेगा इस बात की जानकारी गुड्डू जी को नहीं थी। उसी वक्त के दौरान गुड्डू जी की मुलाकात यूनानी के मशहूर माननीय हकीम सुलेमान खान साहब से हुई। शुरूआत में गुड्डू जी को हकीम साहब पर और हकीम साहब के घरेलू नुस्खों पर भरोसा नहीं हुआ। लेकिन लोगों को फायदा होता देख उनका मन बदल गया और उन्होंने हकीम साहब के घरेलू नुस्खों को अपनाना शुरू कर दिया। गुड्डू जी ने अपनी समस्या के लिए हकीम जी से घरेलू उपचार के बारे में जाना और बताए गए निर्देश अनुसार छः मसालों को मिलाकर एक नुस्खा तैयार किया। हकीम जी का यह नुस्खा पेट के लिए सबसे ज्यादा कारगर माना जाता है। इस नुस्खे में पेट को ठीक करने की असीम ताकत है। बिना साइड इफेक्ट के यह नुस्खा बहुत ही कम समय में अपना काम करना शुरू कर देता है। इस नुस्खे के साथ ही गुड्डू जी को नमक ज़ैतून लेने की भी सलाह दी गयी। गुड्डू जी ने बिना सोचे ATIYA HERBS से नमक ज़ैतून मंगाया और बताए गए अनुसार इस नुस्खे का उपयोग करना शुरू कर दिया। इस नुस्खे के कुछ समय बाद ही गुड्डू जी को अपने पेट की समस्या में काफी आराम दिखाई देने लगा। घरेलू नुस्खे इस्तेमाल करने के कुछ समय बाद ही गुड्डू जी को हकीम साहब पर पूरा भरोसा हो गया। उन्हें भरोसा हो गया कि यदि मैं इस नुस्खे का इस्तेमाल करता रहूँगा तो एक दिन पेट की समस्या से पूरी तरह से ठीक हो जाऊंगा। आखिर में हुआ भी वही। गुड्डू जी को अपनी समस्या में पूरी तरह से आराम मिल गया। आराम मिलने के बाद वे इतने खुश थे कि उनका चेहरा देखते ही उनकी खुशी का पता चल रहा था।
गुड्डू जी ने हकीम जी की यूनानी दवाओं को इस्तेमाल करके आज खुद को स्वस्थ और सेहतमंद कर लिया। खुद स्वस्थ होने के बाद अब वे दूसरों की मदद करने में लगे हुए हैं। एक वक्त था जब गुड्डू जी को कहीं आने-जानें मे भी काफी तकलीफ का सामना करना पड़ता था। लेकिन आज बिना सोचे समझे और बिना किसी परेशानी के गुड्डू जी कहीं भी आ-जा सकते हैं। साथ ही हकीम साहब के घरेलू नुस्खों को लोगों तक भी पहुँचा रहे हैं। अब तक उनसे करीब 25 से 30 लोग उनके साथ जुडे हुए हैं। हकीम जी की यूनानी औषधियाँ गुड्डू जी तो इस्तेमाल कर ही रहे हैं साथ ही उनके माता-पिता भी यूनानी दवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। गुड्डू जी बताते हैं कि हकीम जी की मेहरबानी से आज मैं बिल्कुल स्वस्थ हूं और मेरा परिवार भी स्वस्थ है। इसके लिए हम हकीम जी का बहुत बहुत आभार व्यक्त करना चाहते हैं।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
नमक ज़ैतून क्या है?
हकीम सुलेमान खान साहब का नमक ज़ैतून एक प्राकृतिक उत्पाद है जो पेट से संबंधित समस्याओं जैसे अपच, गैस्ट्रिक संबंधी समस्याओं, लिवर से संबंधित समस्याओं और बवासीर आदि का इलाज करता है। इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। यह नमक पूर्ण रूप से प्राकृतिक और हकीम साहब की निगरानी में तैयार किया गया उत्पाद है। इस नमक को हकीम जी के दिए गये निर्देश अनुसार लेने पर यह बहुत ही जल्दी यह अपना काम करना शुरू कर देता है।